युवक के हाथ में तमंचा देख भड़क गईं सिटी मजिस्ट्रेट, और फिर दारोगा ने मांगी माफी
सिटी मजिस्ट्रेट के साथ ही दूसरे लोग भी युवक को हथियार के साथ देखकर सहम गए। सिटी मजिस्ट्रेट ने तेज आवाज में बोलते हुए कहा कि सरकारी ऑफिस में कैसे तमंचा लेकर आ गए।
नोएडा [मनीष तिवारी]। सिटी मजिस्ट्रेट गुंजा सिंह के कक्ष में उस वक्त हड़कंप मच गया। जब एक युवक हाथ में तमंचा व कारतूस लेकर उनके कार्यालय में घुस गया। युवक उनके सामने जाकर खड़ा हो गया। वह कुछ बोल पाता उससे पहले सिटी मजिस्ट्रेट के साथ ही दूसरे लोग भी युवक को हथियार के साथ देखकर सहम गए। सिटी मजिस्ट्रेट ने तेज आवाज में बोलते हुए कहा कि सरकारी ऑफिस में कैसे तमंचा लेकर आ गए।
सिटी मजिस्ट्रेट और भड़क गईं
युवक ने अपना परिचय एसओजी दारोगा को रूप में दिया। इस पर सिटी मजिस्ट्रेट और भड़क गईं। उन्होंने कहा कि सादी वर्दी में कैसे आए। वर्दी में आना चाहिए था। इतना ही नहीं तमंचे के ऊपर कपड़े की सील भी नहीं लगी थी। भविष्य में दारोगा को वर्दी में आने की हिदायत भी दी।
जब्त हथियार की तस्दीक करानी होती है
एसओजी ने कुछ माह पूर्व एक बदमाश को गिरफ्तार किया था। जांच के दौरान बदमाश के पास से एक तमंचा व पांच कारतूस मिले थे। तमंचा जब्त कर बदमाश को जेल भेज दिया गया था। नियम के तहत बदमाश के पास से जब्त हथियार की सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय में तस्दीक करानी होती है।
तमंचा व पांच कारतूस लेकर पहुंचा युवक
शुक्रवार को जिलाधिकारी कार्यालय के अपने कक्ष में सिटी मजिस्ट्रेट गुंजा सिंह बैठी हुई थीं। उनके कक्ष में भीड़ थी। सरकारी कर्मचारी उनसे विभिन्न फाइलों पर हस्ताक्षर करा रहे थे। इस दौरान जींस व शर्ट पहने एक युवा हाथ में तमंचा व पांच कारतूस लेकर उनके सामने पहुंच गया।
मजिस्ट्रेट का पारा भी चढ़ गया
युवक के हाथ में तमंचा देखकर सिटी मजिस्ट्रेट के साथ ही कार्यालय में उपस्थित सभी की निगाह युवक की ओर गई। सब सहम गए। सिटी मजिस्ट्रेट का पारा भी चढ़ गया। उन्होंने तल्ख लहजे में युवक से उसके विषय में पूछा। तो उसने बताया कि वह एसओजी में दारोगा है और एक बदमाश के पास से बरामद तमंचे की तस्दीक कराने के लिए कार्यालय आया है।
दारोगा ने सादी वर्दी में आने के लिए क्षमा मांगी
सिटी मजिस्ट्रेट से उन्हें सादी वर्दी में न आने की हिदायत दी। दारोगा तमंचे को खुले में लेकर पहुंचे थे। सिटी मजिस्ट्रेट ने उनसे सील किए गए कपड़े को दिखाने के लिए कहा। दारोगा कक्ष से बाहर निकले व सील दिखाई। जांच के बाद सिटी मजिस्ट्रेट ने कागजी कार्रवाई पूरी की। दारोगा ने सादी वर्दी में आने के लिए क्षमा मांगी और चले गए।