पोंटी चड्ढा का बेटा मोंटी दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार, फुकेट भागने की तैयारी में था
ईओडब्ल्यू ने मनप्रीत को बुधवार की रात नई दिल्ली के इंदिरा गाधी हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया है। धोखाधड़ी के मामले में आरोपी वह फुकेट भागने की तैयारी में था।
By JP YadavEdited By: Updated: Thu, 13 Jun 2019 05:19 PM (IST)
नई दिल्ली, एएनआइ। दिल्ली पुलिस इकोनॉमिक ऑफेंसिव विंग (Economic Offences Wing of Delhi Police) ने मनप्रीत सिंह चड्ढा (Manpreet Singh chadha) उर्फ मोंटी चड्ढा को धोखाधड़ी के मामलों में गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी बुधवार रात को दिल्ली एयरपोर्ट पर हुई है। बता दें कि मनप्रीत सिंह चड्ढा शराब कारोबारी मरहूम पोंटी चड्ढा का बेटा है, जिनकी वर्ष 2012 में दिल्ली में हुए एक गोलीकांड में मौत हो गई थी।
समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक, ईओडब्ल्यू ने मनप्रीत सिंह चड्ढा को बुधवार की रात नई दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया है। धोखाधड़ी के मामले में आरोपी फुकेट भागने की तैयारी में था। खुफिया जानकारी के आधार पर पहले ही पुलिस अलर्ट पर थी। इससे पहले कि वह भागने में सफल हो पाता उसे दिल्ली पुलिस ने इंदिरा गांधी इंटनेशनल (Indira Gandhi International Airport) एयरपोर्ट पर गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, आरोपित मनप्रीत के खिलाफ कई लोगों ने शिकायत दी थी कि उसने कई निर्माण कंपनियां (Construction companies) बनाकर लोगों से पैसे लिए और फ्लैट देने का वादा किया, लेकिन उसका वादा झूठा निकला। बताया जा रहा है कि दिल्ली से सटे गाजियाबाद और नोएडा में निवेशकों को कुछ महीने में फ्लैट देने का वादा किया था, लेकिन सालों बीतने के बाद न तो फ्लैट दे पाया और न ही पैसे दे रहा था।बड़ी संख्या में निवेशकों ने दर्ज शिकायत में मनप्रीत चड्ढा पर करीब 100 करोड़ रुपये से ज्यादा की धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। लोगों का कहना है कि 11 साल के बाद भी उन्हें प्लॉट नहीं मिले हैं, जबकि उन्होंने पूरे पैसे बिल्डर को दे दिए।
गौरतलब है कि वर्ष 2012 में पिता पोंटी चड्ढा और चाचा हरदीप की आपसी गोलीबारी में हुई मौत के बाद मनप्रीत चड्ढा ने कारोबार की जिम्मेदारी संभाली थी। बता दें कि वर्ष-2012 में दक्षिणी दिल्ली के छतरपुर स्थित एक फार्म हाउस में शराब कारोबारी पोंटी चड्ढा और उसके भाई हरदीप चड्ढा की आपसी गोलाबारी में मौत हो गई थी। दोनों भाई के बीच संपत्ति के स्वामित्व को लेकर विवाद था। उस दौरान उत्तराखंड अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष के गार्ड ने हरदीप को गोली मारी थी। गार्ड के पास कुल 25 राउंड गोलियां थी। हत्या के बाद पुलिस ने शराब कारोबारी पोंटी चड्ढा के पहले पोस्टमॉर्टम के गड़बड़ी पाए जाने के बाद उसका दोबारा पोस्टमॉर्टम करवाया। दिल्ली-NCR की ताजा खबरों को पढ़ने के लिए यहां पर करें क्लिकलोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप
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