डीयू के लॉ फैकल्टी ने अंतिम सत्र की LLB परीक्षाएं निर्धारित तारीख से पहले की स्थगित, छात्र और शिक्षकों में आक्रोश
दिल्ली विश्वविद्यालय (Delhi University) में पीजी बीटेक और पांच वर्षीय विधि कार्यक्रम के लिए नए शैक्षणिक सत्र 2024-25 की शुरुआत एक अगस्त से होगी। इससे पहले बुधवार को डीयू में कानून की परीक्षाएं जो होनी थीं उसे रद्द कर दी गई। डीयू के इस फैसले पर छात्रों का कहना है कि इस निर्णय ने सबको चौंकाया। छात्र और शिक्षकों में भारी गुस्सा है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। डीयू में विधि की परीक्षाएं बुधवार को एक दिन पहले ही रद कर दी गईं। डीयू प्रशासन ने कहा है कि कम उपस्थिति के चलते कई छात्र परीक्षा से वंचित हो गए थे। उन्हें दो हफ्ते की रेमेडियल कक्षाएं दी जा रही हैं, जिससे उनकी उपस्थिति परीक्षा देने लायक हो सके।
डीयू के फैसले पर छात्र व शिक्षकों ने हैरानी जताई है। डीयू में विधि कोर्स में दूसरे, चौथे और छठवें सेमेस्टर की परीक्षाएं चार जुलाई को प्रस्तावित थीं, लेकिन एक दिन पहले ही तीन जुलाई को इन्हें स्थगित कर दिया गया। विधि विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो. अंजू वली टिक्कू ने कहा है कि कुलपति के आदेश के बाद विधि की सेमेस्टर परीक्षाएं स्थगित की जा रही हैं।
डीयू के फैसले पर एक छात्र ने कहा कि यह चौंकाने वाला फैसला है। हर सेमेस्टर में 200 से 300 छात्र ऐसे होते हैं, जिनकी उपस्थिति कम होती है और उनकी ईयर बैक लगती है। वे एक साल बाद परीक्षा देते हैं, लेकिन पहली बार रेमेडियल कक्षाओं की घोषणा की गई है और 250 छात्रों के लिए नौ हजार छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ किया गया है।
छात्र ने कहा कि एलएलएम में प्रवेश के इच्छुक छात्रों को परेशानी होगी। कई छात्रों का विदेश के विश्वविद्यालयों में प्रवेश हुआ है। उन्होंने टिकट बुक किए थे। टिकट कैंसिल होंगे और विश्वविद्यालयों में प्रवेश में भी समस्या उत्पन्न होगी। छात्र ने कहा, इससे नई प्रथा जन्म लेगी और हर साल परीक्षा से वंचित रहने वाले छात्र रेमेडियल कक्षाओं की मांग करेंगे।
इस आदेश के ग्राउंड पर कोई छात्र कोर्ट भी जा सकता है। 18 जुलाई से होंगी अब परीक्षाएं: विधि की परीक्षाएं अब 18 जुलाई से शुरू होंगी। परीक्षाएं नौ अगस्त तक चलेंगी। इसका असर अकादमिक सत्र पर भी पड़ेगा। पहले परीक्षाएं चार जुलाई से शुरू होकर 18 जुलाई तक चलनी थीं।