G20 Summit in Delhi: रोज घंटों तक निरीक्षण, कई किलोमीटर तक पैदल यात्रा... तैयारियों पर LG रख रहे हर पल नजर
जी-20 शिखर सम्मेलन में अब ज्यादा वक्त नहीं बचा है। लिहाजा तैयारियां भी जोर-शोर से चल रही हैं। जी-20 को कामयाब बनाने के लिए एलजी वीके सक्सेना खुद कमान संभाले हुए हैं। हर पल विभिन्न विभागों के कामकाज पर नजर रखे हुए हैं। राजधानी की सूरत बदलने में कोई कमी रखी नहीं जा रही है। राजनिवास ने दावा किया है कि उपराज्यपाल स्वयं अब तक 54 दौरे कर चुके हैं।
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। जी-20 शिखर सम्मेलन में अब ज्यादा वक्त नहीं बचा है। लिहाजा तैयारियां भी जोर-शोर से चल रही हैं। जी-20 को कामयाब बनाने के लिए एलजी वीके सक्सेना खुद कमान संभाले हुए हैं। हर पल विभिन्न विभागों के कामकाज पर नजर रखे हुए हैं। राजधानी की सूरत बदलने में कोई कमी रखी नहीं जा रही है।
उपराज्यपाल कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि इस वर्ष जुलाई की शुरुआत में एलजी ने सभी संबंधित विभागों, एजेंसियों के प्रतिनिधियों और वरिष्ठ आईएएस अधिकारी की अध्यक्षता में जिला-स्तरीय निगरानी समितियों का गठन किया, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि जमीनी स्तर पर सभी कार्य संबंधित एजेंसियों द्वारा पूरे किए जा सकें।
अब तक इन समितियों की पांच बैठकें हो चुकी हैं, जहां किए गए काम की फोटो समेत रिपोर्ट पेश की जाती है, जिसमें उस जगह की पहले और बाद की स्थिति दिखाई जाती है और जिसकी समीक्षा स्वयं उपराज्यपाल द्वारा की जाती है।
अब तक 54 दौरे
राजनिवास ने दावा किया है कि उपराज्यपाल स्वयं अब तक 54 दौरे कर चुके हैं। इस दौरान उन्होंने रोजाना सडक़ों पर औसतन लगभग 6.5 किलोमीटर पैदल यात्रा की है जो इस हिसाब से कुल 351 किलोमीटर हो जाती है। इसी तरह से सडक़ों के निरीक्षण में उन्होंने हर रोज चार घंटे बिताए हैं, इस हिसाब से कुल 216 घंटे होते हैं।
एलजी सक्सेना के ये दौरे आइएसबीटी से लेकर राजघाट, दिल्ली गेट, आइटीओ, आइटीपीओ-प्रगति मैदान के आसपास के क्षेत्रों, भारत मंडपम, लुटियन जोन में इंडिया गेट, खान मार्केट, मालचा मार्ग, अकबर रोड, सरदार पटेल मार्ग, धौला कुआं से आईजीआई हवाई अड्डे (IGI Airport) और वायु सेना स्टेशन, पालम तकनीकी क्षेत्र के प्रमुख हिस्से में हुए हैं।
इनके अलावा एरोसिटी, भीकाजी कामा प्लेस और न्यू फ्रेंड्स कालोनी के निर्दिष्ट होटलों का निजी तौर पर दौरा, निरीक्षण और निगरानी की है।
राजघाट को लेकर खास निर्देश
उपराज्यपाल द्वारा वायु सेना स्टेशन,पालम तकनीकी क्षेत्र, जहां विदेशी मेहमान उतरेंगे, का एक दर्जन से दौरा किया गया। इसके अलावा राजघाट, जहां गणमान्य व्यक्ति व प्रतिनिधि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने के लिए जाएंगे, सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त हों वहां एक दर्जन से बार निरीक्षण किया गया है। इस दौरान यह सुनिश्चित किया गया कि राजघाट जुलाई में आई बाढ़ से हुए जलजमाव से पूरी तरह से मुक्त हो जाए।
इसी तरह दिल्ली गेट, जो पुरानी और नई दिल्ली को जोड़ने वाला प्रवेश द्वार है, का सुंदरीकरण किया गया है। उपराज्यपाल आधा दर्जन से अधिक बार यहां की आसपास की सडक़ों पर पैदल चल कर निरीक्षण कर चुके हैं।
नियमित निगरानी सूची में धौला कुआं, छावनी, सरदार पटेल मार्ग और आईएसबीटी क्षेत्र रहे हैं और इनमें से प्रत्येक क्षेत्र का उनके द्वारा कई बार दौरा और निरीक्षण किया गया है।
प्रत्येक दौरे पर उपराज्यपाल ने यह सुनिश्चित किया कि मूर्तियां, कलाकृतियां,फव्वारे, लाइट्स और फूल-पौधे युक्त गमले सही जगह पर रखे हों। इसके अलावा उन्होंने 100 मूर्तियां भी स्थापित करवाई जिसमें कोणार्क चक्र, कछुआ, छतरियां,अश्व परिवार, यक्षिणी, गणपति, गज परिवार, शेर, बुद्ध, सूर्य और नंदी आदि शामिल हैं।
इनके अलावा चिन्हित स्थानों पर विभिन्न आयामों, आकृतियों और डिजाइनों के कुल 150 फव्वारे भी स्थापित किए गए हैं। दिल्ली की सभी चिन्हित सड़कों और स्थानों से लगभग 15,000 मीट्रिक टन कचरा साफ किया गया है।
रिपोर्ट इनपुट- संजीव