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LG ने मंत्री निर्मला सीतारमण को लिखा पत्र, दिया एक अनोखा आइडिया; पढ़ें- कैसे सड़क हादसों में आएगी कमी

दिल्ली में सड़क हादसों को कम करने के लिए उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने एक अनोखी पहल की है। उन्होंने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र लिखकर ट्रैफिक जुर्माने की संख्या को वाहनों के बीमा प्रीमियम से जोड़ने का प्रस्ताव दिया है। इस कदम से सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी और लोग यातायात नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित होंगे। जानिए इस प्रस्ताव के बारे में विस्तार से।

By sanjeev Gupta Edited By: Kapil Kumar Updated: Wed, 25 Sep 2024 11:04 PM (IST)
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एलजी वीके सक्सेना ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र लिखा। फाइल फोटो
राज्य ब्यूरो,नई दिल्ली। राजधानी में सड़क हादसों में कमी लाने के लिए एलजी वीके सक्सेना ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र लिखकर ट्रैफिक जुर्माने की संख्या को वाहनों के बीमा प्रीमियम से जोड़ने की मांग की है।

एलजी ने अपने पत्र में लिखा कि किसी भी वाहन की बीमा प्रीमियम की राशि को उस वाहन के खिलाफ दर्ज यातायात नियमों के उल्लंघनों की संख्या से जोड़ने से सड़क हादसों में कमी आएगी। साथ ही बीमा प्रीमियम की लागत बढ़ेगी और आर्थिक नुकसान के डर से लोग स्वतः ही यातायात नियमों का उल्लंघन करना कम कर देंगे। इससे हर साल होने वाली दुर्घटनाओं पर लगाम लगाई जा सकेगी।

एलजी ने आगे पत्र में लिखा है कि इसी तरह के उपायों को अन्य देशों जैसे संयुक्त राज्य अमेरिका और कई यूरोपीय देशों में सफलतापूर्वक लागू किया गया है। साथ ही अपनी सलाह के समर्थन में उन्होंने सड़क हादसों को लेकर विश्व बैंक और दिल्ली पुलिस के विश्लेषण का भी जिक्र किया।

2022 में 4.37 लाख ज्यादा दुर्घनाएं दर्ज की गईं

उन्होंने लिखा कि सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के अनुसार, भारत में सन् 2022 में 4.37 लाख से अधिक सड़क दुर्घटनाएं दर्ज की गईं, जिसमें लगभग 1.55 लाख लोगों की मौत हुई। इन दुर्घटनाओं में करीब 70 प्रतिशत हादसे ओवर-स्पीडिंग यानी तेज गति में वाहन चलाने की वजह से हुए। साथ ही रेड-लाइट जंपिंग जैसे उल्लंघन ने भी घातक दुर्घटनाओं में उल्लेखनीय योगदान दिया है।

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आगे उन्होंने विश्व बैंक द्वारा किए गए दुर्घटना के आंकड़ों के विश्लेषण का जिक्र करते हुए बताया कि यातायात नियमों का लगातार उल्लंघन करने वाले वाहनों के घातक दुर्घटनाओं में शामिल होने की आशंका साफ ड्राइविंग रिकार्ड वाले वाहनों की तुलना में 40 फीसदी तक ज्यादा रहती है।

दिल्ली में 60 प्रतिशत चालान कटे वाहन दुर्घटनाओं में रहते शामिल

एलजी ने पत्र में दिल्ली में हुई सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़ों को भी उजागर किया है। ट्रैफिक पुलिस की 2023 की एक रिपोर्ट के अनुसार 60 प्रतिशत भीषण सड़क दुर्घटनाएं उन वाहनों से हुई हैं, जिन पर पहले से ही यातायात उल्लंघन, मुख्य रूप से ओवर स्पीडिंग और रेड-लाइट जंपिंग के लिए जुर्माना किया जा चुका था।

हादसों में कमी आएगी, कंपनियों का बोझ कम होगा

एलजी ने इसके फायदे बताते हुए लिखा, ''बीमा प्रीमियम को यातायात उल्लंघनों से जोड़ने से न केवल बीमा लागत जोखिम के साथ एकरूप होगी, बल्कि लगातार दुर्घटनाओं से उत्पन्न होने वाले दावों के कारण बीमा कंपनियों पर वित्तीय बोझ भी कम होगा। यह बाजार-संचालित निदान जिम्मेदार ड्राइविंग को प्रोत्साहित करेगा। दुर्घटनाओं को कम करने, जीवन बचाने और बीमा दावों के बेहतर प्रबंधन को सुनिश्चित करने में योगदान देगा।''

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