'दिल्ली की जनता का दर्द देखा नहीं जाता', यमुना की बदहाली पर LG सक्सेना ने जताई नाराजगी
एलजी ने यमुना को लेकर बैठकें भी शुरू की थीं। उन्होंने फरवरी 2023 में यमुना सफाई के लिए अभियान शुरू किया था। उस समय उन्हाेंने दावा किया था कि अगले छह माह में यमुना की हालत में बदलाव दिखेगा क्योंकि उस समय कई नालों का पानी सीधे यमुना में डाला जाना बंद कर दिया गया था। मगर उनकी नियुक्ति के विरोध में आप अदालत चली गई थी।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। यमुना की बदहाली पर उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि आदि अनंत से दिल्ली की जीवन रेखा रही यमुना का महत्व महापर्व छठ के समय कहीं अधिक हो जाता है। एलजी ने यमुना में झाग की कुछ फोटो एक्स पर पोस्ट कर कहा कि यमुना का यह हाल है, दिल्ली की जनता का दर्द देखा नहीं जाता।
उन्होंने सवाल किया कि ऐसी दुर्दशा का जिम्मेदार कौन है? किसने यमुना की सफाई के दावे कर इसमें डुबकियां लगाने की घोषणा की थी? किसने एनजीटी के आदेश पर पिछले साल शुरू किए गए यमुना पुनरुद्धार के काम को कोर्ट से रुकवाया?
एलजी ने यमुना को लेकर बैठकें भी शुरू की
इस पोस्ट में एलजी का वह दर्द भी छलका है, जिसके तहत आम आदमी पार्टी ने अदालत जाकर यमुना के लिए बनाई गई समिति के चेयरमैन के पद से उन्हें हटवा दिया था। इस बारे में आप सरकार का पक्ष मांगा गया जो उपलब्ध नहीं हाे सका। कुछ साल पूर्व में जाएं तो एनजीटी ने उपराज्यपाल को यमुना के लिए बनी समिति का चेयरमैन नियुक्त किया था।
एलजी ने 2023 में यमुना सफाई का शुरू किया था अभियान
एलजी ने यमुना को लेकर बैठकें भी शुरू की थीं। उन्होंने फरवरी 2023 में यमुना सफाई के लिए अभियान शुरू किया था। उस समय उन्हाेंने दावा किया था कि अगले छह माह में यमुना की हालत में बदलाव दिखेगा, क्योंकि उस समय कई नालों का पानी सीधे यमुना में डाला जाना बंद कर दिया गया था। मगर उनकी एनजीटी द्वारा की गई उनकी नियुक्ति के विरोध में आप अदालत चली गई थी और बाद में सक्सेना चेयरमैन के पद हटा दिए गए थे।
यमुना को साफ रखने के लिए किए गए खूब वादे
बता दें कि पिछले सालों के लाख दावों के बाद भी यमुना साफ नहीं हो सकी है। मगर यमुना काे साफ करने के वादे खूब किए गए हैं। पार्टियों के बडे नेता यमुना में डुबकी लगवाने का दावा करते रहे हैं, यमुना में दिल्ली के क्षेत्र में स्टीमर चलाए जाने की भी घाेषणाएं हो चुकी हैं। मगर हुआ कुछ भी नहीं है।
आज भी यमुना की हालत वैसी की वैसी है। यमुना कराह रही है नेताओं की नेतािगरी चल रही है। यमुना के पास पहुंचने पर किसी किसी गंदे नाले के पास पहुंचने वाली बदबू का अहसास होता है। इसका कारण साफ है कि यमुना में बदबूदार पानी बड़े स्तर पर बहाया जा रहा है।