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दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर गतिरोध जल्द दूर होने के आसार, सत्येंद्र जैन ने कहा 'बात कर रहे हैं'

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने गुरुवार को कहा कि दिल्ली सरकार गतिरोध दूर करने के लिए हरियाणा सरकार के संपर्क में हैं।

By Mangal YadavEdited By: Updated: Thu, 30 Apr 2020 11:31 AM (IST)
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दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर गतिरोध जल्द दूर होने के आसार, सत्येंद्र जैन ने कहा 'बात कर रहे हैं'

नई दिल्ली, एएनआइ। दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर स्वास्थ्यकर्मियों और आवश्यक सेवाएं प्रदान करने वालों को जल्द राहत मिल सकती है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने गुरुवार को कहा कि दिल्ली सरकार गतिरोध दूर करने के लिए हरियाणा सरकार के संपर्क में हैं। इसे जल्द हल किया जाएगा।

दरअसल स्वास्थ्यकर्मी और आवश्यक सेवाएं प्रदान करने वालों को भी दिल्ली-हरियाणा सीमा के माध्यम से नहीं जाने दिया जा रहा है, क्योंकि दिल्ली और हरियाणा के बीच के अधिकांश सीमा क्षेत्रों को सील कर दिया गया है। इस पर सवाल का जवाब देते हुए सत्येंद्र जैन ने ये बातें कहीं।

आवश्यक सामान की हो सकती है किल्लत

कोरोना को लेकर हरियाणा और दिल्ली में बढ़े तनाव के बीच हरियाणा सरकार ने दावा किया है कि दूध और सब्जियों की सप्लाई नहीं रोकी गई है, लेकिन दिल्ली का पास उनके राज्य में मान्य नहीं है। हरियाणा सरकार ने आदेश जारी कर कहा कि बुधवार दोपहर 12 बजे के बाद दिल्ली में काम करने वाले डॉक्टर, बैंक कर्मी और पुलिस वाले भी हरियाणा में प्रवेश नहीं कर सकेंगे। सिर्फ केंद्र सरकार के जारी पास से ही सील बॉर्डर में एंट्री मिलेगी। सोनीपत और झज्जर के बाद बुधवार को फरीदाबाद-दिल्ली बॉर्डर पूरी तरह से सील किया जा चुका है। बृहस्पतिवार से नई दिल्ली से गुरुग्राम जाने वाले रास्ते भी पूरी तरह से बंद हो जाएंगे।

उधर, हरियाणा के गृहमंत्री ने दावा किया है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मनोहर लाल से फोन पर बातचीत की है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा है कि अगर केजरीवाल चाहें तो दिल्ली स्थित हरियाणा के गेस्ट हाउस उन्हें मुहैया करवा सकते हैं, ताकि इनमें हरियाणा के उन लोगों को रखा जा सके जो दिल्ली में नौकरी करते हैं। हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा है कि लॉकडाउन (तीन मई) के बाद भी इंटर-स्टेट बॉर्डर पर किसी तरह की ढील नहीं दी जाएगी।

हरियाणा सरकार द्वारा दिल्ली की सीमा सील किए जाने के कारण ऐसे हजारों कर्मचारियों के सामने मुसीबत खड़ी हो गई है जो रहने वाले हरियाणा के हैं, लेकिन दिल्ली में कार्यरत हैं। जरूरी सेवाओं के लिए दिल्ली सरकार ने अध्यापकों, डॉक्टरों, नर्सो व अन्य कर्मियों को ड्यूटी पर लगा रखा है। वहीं बड़ी संख्या में पुलिस वाले भी हरियाणा से आते हैं।

गृह मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि यह केंद्र के निर्देशों का उल्लंघन है। वहीं श्रम मंत्री गोपाल राय ने कहा है कि केंद्र सरकार को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए। नरेला सर्किल में गरीबों को राशन की आपूíत की जिम्मेदारी संभाल रहे राजेश कुमार ने बताया कि मैं सोनीपत का रहने वाला हूं और दिल्ली सरकार में कार्यरत हूं। लेकिन बॉर्डर सील होने की वजह से घर नहीं जा पा रहा हूं। मजबूरी में जान-पहचान वाले के यहां किसी तरह रुका हूं। पानीपत, सोनीपत, झज्जर, गुरुगाम, फरीदाबाद आदि इलाकों के रहने वाले कर्मचारियों की ज्यादातर यही शिकायत है।

हरियाणा के गृह मंत्री का सियासी वार

हरियाणा सरकार में गृह मंत्री अनिल विज ने सोमवार को बयान दिया था कि जो लोग दिल्ली में काम करते हैं और हरियाणा वापस आते हैं। उनके हरियाणा आने से राज्य में कोरोना के मामले बढ़े हैं। ऐसे में दिल्ली सरकार को कर्मचारियों के रहने की व्यवस्था करनी चाहिए। हरियाणा के मुख्य सचिव ने दिल्ली सरकार के सामने अपनी बात रख दी है। लेकिन, अभी तक कोई जवाब नहीं आया है। दिल्ली सरकार संक्रमण रोकने में अगर मदद नहीं करेगी तो केंद्र सरकार से शिकायत की जाएगी। अनिल विज ने कहा कि दिल्ली से हरियाणा आ रहे लोगों को पास नहीं दिया जाना चाहिए।

हरियाणा सरकार बदले अपना व्यवहार

दिल्ली सरकार ने कहा कि राजधानी में कोरोना संक्रमितों के ज्यादा मिलने की वजह विदेश में रहने वाले वे लोग हैं, जो फरवरी व मार्च में दिल्ली आए। ये लोग विभिन्न राज्यों से थे। दिल्ली राजधानी है, विदेश से ढेरों यात्री हवाई यात्रा कर यहां पहुंचते हैं। हरियाणा सरकार का रवैया सही नहीं है। हरियाणा के लोगों की जिंदगी कीमती है तो दिल्ली वालों की जिंदगी भी कीमती है। हरियाणा सरकार को अपना व्यवहार बदलना चाहिए। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने हरियाणा सरकार के आरोपों को नकारते हुए कहा कि ऐसा कहना सही नहीं है। दिल्ली में कई लोग राष्ट्रीय राजधानी की सीमा से सटे इलाकों में काम करते हैं। दिल्ली के पड़ोसी राज्यों के भी बहुत से कर्मचारी राजधानी में काम करते हैं, जो प्रतिदिन आते जाते हैं। बड़ी संख्या में लोग दिल्ली में रहते हैं, लेकिन गुरुग्राम में काम करते हैं। इसलिए वह इस विवाद में नहीं पड़ना चाहते हैं, विज को ऐसा बयान नहीं देना चाहिए।

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