सीट बंटवारे के बाद AAP-कांग्रेस से कौन-कौन उतर सकते हैं चुनावी मैदान में? इन दावेदारों के सामने आ रहा नाम
लोकसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे को लेकर AAP और कांग्रेस में वार्ता का दौर शुरू हो चुका है। पंजाब में भले अभी तस्वीर साफ नहीं हो सकी है कि दोनों दल साथ चुनाव लड़ेंगे या अकेले लेकिन दिल्ली में साथ चुनाव लड़ने की तैयारी है। सात सीटों में से कांग्रेस की ओर से पांच और आप की ओर से चार सीटों पर दावेदारी की बात सामने आ रही है।
वीके शुक्ला, नई दिल्ली। Lok Sabha Chunav: लोकसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस में वार्ता का दौर शुरू हो चुका है। पंजाब में भले अभी तस्वीर साफ नहीं हो सकी है कि दोनों दल साथ चुनाव लड़ेंगे या अकेले, लेकिन दिल्ली में साथ चुनाव लड़ने की तैयारी है।
यहां की सात सीटों में से कांग्रेस की ओर से फिलहाल पांच और आप की ओर से चार सीटों पर दावेदारी की बात सामने आ रही है। लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि संभावित प्रत्याशियों के दम पर ही दोनों दलों में सीटों का बंटवारा होगा।
सूत्रों का कहना है कि दोनों के पास चार-चार सीटों पर मजबूत दावेदार हैं, लेकिन अंततः चार-तीन के फार्मूले पर ही सहमति बनेगी।
2019 में दोनों को हुआ था नुकसान
लोकसभा चुनाव में दिल्ली में आप और कांग्रेस आई. एन. डी. आई. ए का हिस्सा हैं। वर्ष 2019 में आप के काफी प्रयास के बाद भी कांग्रेस ने उसके साथ सीटों पर गठबंधन करने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद दोनों दलों ने दिल्ली की सभी सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे। उस चुनाव में दोनों की हालत खराब रही थी।
चार सीटों पर चुनाव लड़ेगी कोई एक पार्टी
आप से जुड़े राजनीतिक जानकारों की मानें तो इस बार आप लोकसभा चुनाव में सीटें जीतने के लिहाज से मैदान में उतरेगी। आप उन्हीं सीटों पर लड़ने की तैयारी में है, जहां उसके पास मजबूत प्रत्याशी हैं। इस लिहाज से बात करें तो आप सात में से तीन से चार सीटों पर चुनाव लड़ सकती है।दूसरी ओर, पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी पांच सीटों पर दूसरे स्थान पर रहे थे। ऐसे में कांग्रेस अधिक सीटों पर अपना दावा मजबूत बता रही है। ऐसी संभावना है कि इसी सप्ताह यह साफ हो जाएगा कि उसे हिस्से में कितनी सीटें आएंगी और आप को कितनी सीटें मिलेंगी।
इन दोनों दलों के लिए दिल्ली में मजबूत दावेदारों की बात करें तो आप के पास चार सीटों पर मजबूत दावेदार हैं। इनमें पश्चिमी दिल्ली सीट पर आप के पास पूर्व सांसद महाबल मिश्रा और वर्तमान महापौर शैली ओबराय मजबूत दावेदार के रूप में हैं।इस सीट पर बड़ी संख्या में उत्तर प्रदेश-बिहार के लोग हैं और उन्हीं के दम पर महाबल मिश्रा इस सीट से कांग्रेस के टिकट से लोकसभा का चुनाव जीत भी चुके हैं। वहीं, इस सीट पर पंजाबी मतदाता भी ठीक-ठाक स्थिति में हैं। इस लिहाज से शैली ओबराय का नाम भी इस सीट से चर्चा में है।
हालांकि, शैली ओबराय का नाम नई दिल्ली सीट से जोड़कर भी लिया जा रहा है। नई दिल्ली लोकसभा सीट ऐसी सीट है, जिसकी नई दिल्ली विधानसभा सीट से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तीसरी बार भारी मतों से चुनाव जीते हैं। सूत्रों की मानें तो इस सीट से पार्टी के नेता जैस्मिन शाह को भी चुनावी मैदान में उतारा जा सकता है।सूत्रों का यह भी कहना है कि आप इस सीट से किसी फिल्मी कलाकार या किसी पूर्व वरिष्ठ अधिकारी को भी उतार सकती है। आप पिछले लोकसभा चुनाव में दक्षिणी दिल्ली सीट पर कांग्रेस को पछाड़ कर दूसरे नंबर पर रही थी। इस सीट पर तुगलकाबाद से आप विधायक सहीराम उसके पास मजबूत दावेदार हैं।
इसी तरह उत्तर पश्चिमी दिल्ली सुरक्षित सीट से भी पिछले चुनाव में आप दूसरे नंबर पर रही थी। आप की ओर से यहां से विधायक और दिल्ली विधानसभा की उपाध्यक्ष राखी बिड़ला को उतारने के कयास लगाए जा रहे हैं।पिछले चुनाव में सात में से पांच सीटों पर दूसरे स्थान पर रही कांग्रेस को उम्मीद है कि विपक्ष एक साथ मिलकर चुनाव लड़ रहा है, ऐसे में इसके बेहतर परिणाम आएंगे। कांग्रेस के पास चांदनी चौक सीट से पूर्व सांसद जयप्रकाश अग्रवाल और चांदनी चौक की पूर्व विधायक एवं अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की नवनियुक्त अध्यक्ष अल्का लांबा ऐसे नेता हैं, जो मजबूत प्रत्याशी साबित हो सकते हैं।
कांग्रेस उत्तर पश्चिमी दिल्ली सीट पर भी दावेदारी कर रही है। उसके पास यहां से पूर्व केंद्रीय मंत्री कृष्णा तीरथ, दिल्ली सरकार में पूर्व मंत्री राजकुमार चौहान व कांग्रेस नेता राजेश लिलोठिया दावेदार हैं। तीरथ यहां से पहले भी सांसद रही हैं। उत्तर पूर्वी दिल्ली सीट से कांग्रेस के पूर्व विधायक चौधरी मतीन अहमद व भीष्म शर्मा हैं।पूर्व सांसद जयप्रकाश अग्रवाल यहां से सांसद रहे हैं, वे यहां से भी दावेदारों की सूची में हैं। पूर्वी दिल्ली सीट पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली का दबदबा रहा है, वह यहां से दावेदार हो सकते हैं। पूर्व सांसद संदीप दीक्षित भी इस सीट से दावेदारों में हैं। नई दिल्ली सीट यदि कांग्रेस के खाते में आती है तो पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वर्तमान कोषाध्यक्ष अजय माकन यहां से चुनावी खम ठोंक सकते हैं। वह इस सीट से चुनाव लड़ते रहे हैं।
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हमने गठबंधन में चुनाव लड़ने पर अपना रुख बरकरार रखा है। अब तक कांग्रेस के साथ सकारात्मक चर्चा हुई है। सीटों को लेकर अभी कोई चर्चा नहीं हुई है। -गोपाल राय, संयोजक, आम आदमी पार्टी, दिल्ली व कैबिनेट मंत्री, दिल्ली सरकार।