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Chandra Grahan 2022: चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं रखें इन पांच बातों का खास ध्यान

Chandra Grahan 2022 दिल्ली-एनसीआर समेत देश भर के कई हिस्सों में चंद्र ग्रहण देखा जा सकेगा। दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण के चलते चंद्र ग्रहण देखने में दिक्कत आ सकती है लेकिन सुधार आया तो साफ-साफ दिखाई देगा।

By Jp YadavEdited By: Updated: Tue, 08 Nov 2022 04:46 PM (IST)
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सूतक काल के दौरान शुभ कार्य वर्जित होते हैं।

नई दिल्ली/नोएडा/गुरुग्राम/फरीदाबाद, जागरण डिजिटल डेस्क। Lunar Eclipse 2022 : दिल्ली-एनसीआर समेत देश-दुनिया में साल का दूसरा और अंतिम चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan 2022) आगामी कुछ घंटों के दौरान शुरू होने वाला है। चंद्र ग्रहण मंगलवार शाम 5 बजकर 20 मिनट से दिखाई देना शुरू होगा और शाम 6 बजकर 20 मिनट पर समाप्त हो जाएगा। देश भर के अलग-अलग स्थानों पर चंद्र ग्रहण के दिखाई देने का समय अलग-अलग हो सकता है। 

सूतक काल (Sutak Kal) जारी

इससे पहले  ग्रहण लगने के 9 घंटे पहले से सूतक काल शुरू हो जाता है, इस लिहाज से मंगलवार सुबह साढ़े आठ बजे के बाद से ही सूतक काल 2022 (Sutak Kal 2022) की शुरुआत हो चुकी है। सूतक काल के दौरान शुभ कार्य वर्जित होते हैं। इसके साथ ही कुछ कार्य तो बिल्कुल भी नहीं करने चाहिए। 

  • दिल्ली में चंद्र ग्रहण 5 बजकर 28 से शुरू होगा
  • नोएडा में 5 बजकर 30 मिनट से चंद्र ग्रहण की शुरुआत होगी

गर्भवती महिलाएं रखें खास ध्यान

सूर्य ग्रहण हो या फिर चंद्र ग्रहण गर्भवती महिलाओं को ग्रहण लगने के खास ध्यान रखा जाना चाहिए।  जानी मानी ज्योतिषाचार्य डा. अल्पना मिश्रा (Dr.Alpana Mishra, Astrologer Plam Redar & Vastu Visheshgya) का कहना है कि गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान 5 पांच बातों का खास ध्यान रखना चाहिए।

पहला

चंद्रमा मां और मन दोनों का ही कारक होता है। इसके साथ ही मां के गर्भ में पानी में ही जीवित रहता है, ऐसे में गर्भवती महिलाओं को इस दौरान विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। 

दूसरा

गर्भवती महिलाओं को चाहिए कि चंद्र ग्रहण के दौरान इसके दुष्प्रभाव से बचने के लिए अपनी लंबाई के बराबर कलावा या मौली किसी भी कील या खूंटी से सीधा बांध लें।

तीसरा

गर्भवती महिलाएं किसी भी नुकीला वस्तु के इस्तेमाल से चंद्र ग्रहण के दौरान दूर ही रहें।

इन बातों को भी रखें ध्यान

चौथा

कभी भी द्रव पदार्थ के सेवन से गर्भवती महिलाओं को दूर रहना चाहिए।

पांचवां

चंद्र ग्रहण से ठीख 4 घंटे पहले खाने की सभी पकी वस्तुओं में तुलसी तल अवश्य डाल दें।

 गर्भवती महिलाएं बरतें ये सावधानी भी

  • ग्रहण के दुष्प्रभाव से बचने के लिए तुलसी का पत्ता जीभ पर रखकर हनुमान चालीसा और दुर्गा स्तुति का पाठ करना चाहिए।
  • गर्भवती महिला को पवित्र जल से स्नान करना चाहिए।
  •  चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं  को घर में ही रहना चाहिए।
  • गर्भवती को सब्जी काटने के साथ कपड़े सीने आदि का काम भी वर्जित होता है। 
  • खाना पकाना या सजना संवरना भी वर्जित होता है, ऐसा करना गर्भस्थ शिशु को शारीरिक दोष दे सकता है।
  • गर्भवती महिलाएं ग्रहण के दौरान सोने से बिल्कुल परहेज करें।