कार मालिक हो जाएं सावधान, दिल्ली-NCR से वाहन चुराकर यूपी में बेच रहे बदमाश; चंद मिनटों में कर देते हैं खेल
दिल्ली पुलिस ने एक अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश किया है। गिरोह दिल्ली- एनसीआर से लग्जरी कार चुराकर मेरठ और मुजफ्फरनगर में अपने नेटवर्क के माध्यम से सप्लाई करते थे। पुलिस ने 15 दिन तक अभियान चलाकर गिरोह के छह चोरों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों की निशानदेही पर चोरी की पांच महंगी कारें भी बरामद की गई हैं।
जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली। दक्षिणी पश्चमी जिला पुलिस ने दिल्ली-एनसीआर में सक्रिय वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश किया है। गिरोह से जुड़े वाहन चोर दिल्ली से लग्जरी कार चुराकर मेरठ और मुजफ्फरनगर में अपने नेटवर्क के माध्यम से सप्लाई करते थे। पुलिस ने 15 दिन तक अभियान चलाकर अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह के छह चोरों को गिरफ्तार किया है।
आरोपितों की निशानदेही पर चोरी की पांच महंगी कारें भी बरामद की। गुड्डू गिरोह से जुड़े चोर डिजिटल पैड का उपयोग साफ्टवेयर को अपडेट करने के साथ ही महंगी कारों को खोलने व चलाने के लिए करते। आरोपितों के पास से विभिन्न उपकरण और नकली नंबर भी मिले हैं।
अभियान चलाकर छह चोरों को दबोचा
दक्षिण पश्चिमी जिला पुलिस उपायुक्त रोहित मीणा ने रविवार को मामले की जानकारी देते हुए बताया कि चोरी की पांच कार बिक्री की सूचना मिली। चोरी हुई कार की डिटेल के साथ टीम ने घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण किया।कैसे चुराते थे कार?
ठोस जानकारी के आधार पर 15 दिन अभियान चलाकर टीम ने शातिर गुड्डू गिरोह के छह चोरों को गिरफ्तार किया। इनमें से दो शातिर चोर पवन उर्फ पन्नू और मोहम्मद फरियाद उर्फ फरी पर चोरी के 12 मामले दर्ज हैं। दोनों साफ्टवेयर और मैकेनिकल उपकरणों की मदद से महंगी कारें चुराते थे।
वहीं मेरठ निवासी मोहम्मद अनस उर्फ हाजी पर छह और मुकीम उर्फ मुक्की चोरी के 7 मामलों में शामिल रहा है। आरोपितों की निशानदेही पर राजौरी गार्डन थाना क्षेत्र से चोरी टोयोटा फार्च्यूनर, बुध विहार थाना क्षेत्र से चोरी स्विफ्ट डिजायर और पंजाबी बाग व इंद्रपुरी से चोरी हुए तीन मारुति ब्रेजा बरामद की। इसके अलावा पांच फर्जी नंबर प्लेट, 17 डुप्लीकेट चाभियां, एक टैब जिसमें इंस्टाल साफ्टवेयर ओब्डस्टार की मास्टर का इस्तेमाल करके कार को अनलॉक करते, दो रिमोट चाभी आदि भी बरामद की।
25-30 कारें चुराने का खुलासा
आरोपित पवन उर्फ पन्नू ने बताया कि वह मोहम्मद फरियाद और प्रशांत साथ मिलकर दिल्ली-एनसीआर से फार्च्यूनर, अर्टिगा, बलेनो आदि कारें साफ्टवेयर की मदद चुराता था, जिससे कार का लॉक खुल जाता था। फिर वे मेरठ, उत्तर प्रदेश निवासी मोहम्मद अनस उर्फ हाजी के साथ कारों को बेचने का सौदा करते थे।मोहम्मद अनस उर्फ हाजी के कहने पर समीर और गुफरान कार दिल्ली से मेरठ लेकर आते। पिछले दो महीनों में ही दिल्ली एनसीआर क्षेत्र से आरोपितों ने 25-30 कारें चुराने का खुलासा किया है। चोरी की कार का मोहम्मद अनस पवन व उसके साथियों को 50 हजार से एक लाख रुपये देता। मोहम्मद अनस और मुकीम कारों को गड्डू निवासी मेरठ और सलीम निवासी मुजफ्फरनगर, यूपी को बेच देते।
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