महर्षि वाल्मीकि और तुलसीदास ने रामायण में नहीं किया सीता की अग्नि परीक्षा का उल्लेख, वजह जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर
राम ने परीक्षा का न कोई आदेश दिया न कोई आग्रह किया। महर्षि वाल्मीकि ने राम के लोकाभियान का अर्थ और सीता की पवित्रता की स्थापना इसी प्रसंग के जरिये की। साथ ही स्त्री की नैसर्गिक और दिव्य शुद्धता का प्रकटन अग्नि प्रसंग के जरिये दिखाया।
By Pradeep ChauhanEdited By: Updated: Mon, 11 Apr 2022 11:00 AM (IST)
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। आइपैक्स भवन में श्री रामलीला कमेटी इंद्रप्रस्थ ने राम नवमी के अवसर पर व्याख्यान माला का आयोजन किया। इसमें मुख्य वक्ता के रूप में मध्य प्रदेश के पूर्व सचिव मनोज श्रीवास्तव शामिल हुए। कार्यक्रम का शुभारंभ श्रीराम ध्वज यात्रा से हुआ। इसमें समाजसेवी ज्योति गौतम, मोनिका भार्गव और रोमा मेहरा के नेतृत्व में 75 महिलाओं ने राम निशान यात्रा निकाली।
इसके बाद मुख्य यजमान नीरज अग्रवाल व मधु अग्रवाल की ओर से नवग्रह व श्री गणोश पूजन के साथ व्याख्यान माला शुरू हुई। मनोज श्रीवास्तव ने ‘ढोल गंवार शूद्र पशु नारी, सकल ताड़ना के अधिकारी’ विषय पर अपने विचार रखते हुए कहा कि इस पंक्ति के वास्तविक आशय को समझें बिना न केवल तुलसीदास और राम के विरुद्ध, बल्कि सनातन संस्कृति और धर्म के विरुद्ध भी तरह-तरह की भ्रांति फैलाई गईं।
उन्होंने कहा कि सीता की अग्नि परीक्षा का उल्लेख न तो महर्षि वाल्मीकि ने किया और न ही तुलसीदास ने किया। फिर भी उसे रामायण में डाल दिया गया। राम ने परीक्षा का न कोई आदेश दिया, न कोई आग्रह किया। महर्षि वाल्मीकि ने राम के लोकाभियान का अर्थ और सीता की पवित्रता की स्थापना इसी प्रसंग के जरिये की। साथ ही स्त्री की नैसर्गिक और दिव्य शुद्धता का प्रकटन अग्नि प्रसंग के जरिये दिखाया।
इस मौके पर दलीप बिंदल, चंद्रभान बंसल, मुकेश कौशिश, प्रमोद अग्रवाल, मदन खत्री, सुरेश मित्तल, भूपेंद्र तिवारी, संजय अग्रवाल, ललित गुप्ता, संजीव दौमत, योगेंद्र बंसल, राजीव गुप्ता, डा. अंजलि, सतेंद्र अग्रवाल, गीता शर्मा, पार्षद शशि चांदना, बबिता खन्ना, बीएस अग्रवाल, मनोज शर्मा, मुकेश गर्ग, रचना गर्ग, राजीव मेहरा व अनिल अग्रवाल मौजूद रहे। वहीं, गांधी नगर जिला हिंदू जागरण मंच ने पथवारी मंदिर सेवा समिति अजीत नगर के साथ मिलकर विशाल शोभा यात्रा निकाली। इसमें बड़ी संख्या में राम भक्त शामिल हुए।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।