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दिल्ली पुलिस कॉन्स्टेबल की हत्या मामले का मुख्य आरोपी ढेर, स्पेशल सेल ने एनकाउंटर में मार गिराया

पुलिस ने कहा आधी रात के करीब संदिग्ध की पहचान की गई और पुलिस कर्मियों ने उसे आत्मसमर्पण करने का निर्देश दिया। आरोपी ने योजनाबद्ध तरीके से दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल पर नजदीक से गोली चला दी। आत्मरक्षा में पुलिस टीम ने जवाबी कार्रवाई की जिससे संदिग्ध को गोली लगी और वह घायल हो गया। उसे ईएसआईसी अस्पताल ओखला ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई।

By Agency Edited By: Sonu Suman Updated: Sun, 24 Nov 2024 08:35 AM (IST)
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दिल्ली पुलिस कॉन्स्टेबल किरणपाल की हत्या मामले में मुख्य आरोपी ढेर।
एएनआई, नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली के गोविंदपुरी इलाके में शनिवार तड़के पुलिस कॉन्स्टेबल किरण पाल की हत्या कर दी गई। अब इस मामले में पुलिस ने देर रात चलाए ऑपरेशन में मुख्य आरोपी को ढेर कर दिया। दिल्ली पुलिस ने बताया कि कल तड़के हुई दिल्ली पुलिस कांस्टेबल किरण पाल की हत्या में मुख्य आरोपी राघव उर्फ ​​रॉकी को स्थानीय पुलिस और स्पेशल सेल की संयुक्त टीम के साथ मुठभेड़ में मारा गया।

पुलिस ने कहा, "आधी रात के करीब संदिग्ध की पहचान की गई और पुलिस कर्मियों ने उसे आत्मसमर्पण करने का निर्देश दिया। आरोपी ने योजनाबद्ध तरीके से दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल पर नजदीक से गोली चला दी। आत्मरक्षा में, पुलिस टीम ने जवाबी कार्रवाई की, जिससे संदिग्ध को गोली लगी और वह घायल हो गया। उसे ईएसआईसी अस्पताल, ओखला ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।

मुख्य आरोपी राघव उर्फ रॉकी।

पुलिस के मुताबिक, शनिवार तड़के करीब 5 बजे किरण पाल की चाकू मारकर हत्या कर दी गई। घटना के तुरंत बाद पुलिस ने हत्या में शामिल आरोपियों का पता लगाने और उन्हें पकड़ने के लिए एक स्पेशल टीम गठित की।

2018 में किरण पाल ने सर्विस ज्वाइन की थी

इसके लिए दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच और विशेष सेल से भी सहायता ली गई। कांस्टेबल किरण पाल उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के मूल निवासी थे और उनके परिवार में उनकी मां, बड़े भाई और भाभी हैं। उन्हें 2018 में दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल के रूप में शामिल किया गया था। 

गश्त के दौरान आरोपियों ने घटना को दिया अंजाम

इस साल मार्च में गोविंदपुरी पुलिस स्टेशन में पोस्टिंग मिलने से पहले वह किशनगढ़ पुलिस स्टेशन में तैनात थे। पुलिस उपायुक्त (अपराध) संजय सैन ने कहा कि गोविंदपुरी पुलिस स्टेशन में तैनात कांस्टेबल किरण पाल गश्त ड्यूटी पर थे। शनिवार तड़के जब उन्होंने एक स्कूटी पर सवार तीन लोगों को रोका था। इसके बाद उनलोगों में झड़प हुई और आरोपी ने कॉन्स्टेबल को चाकू गोदकर हत्या कर दी। घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई और दिल्ली पुलिस अपराध शाखा टीम को आरोपियों को पकड़ने के लिए खुफिया इनपुट भी मिला।

आरोपी कालकाजी के फ्लैट में छिपा था

डीसीपी (अपराध) संजीव सैन की देखरेख में इंस्पेक्टर रामपाल के नेतृत्व में एक पुलिस टीम का गठन किया गया। घटना के करीब छह घंटे बाद आरोपी कालकाजी के एक फ्लैट में छिपा हुआ था। हालांकि, आरोपी ने खुलेआम पुलिस पर गोलीबारी की, जिसके बाद पुलिस ने आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई की और आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद उसके पैर में गोली मार दी। बाद में ओखला के अस्पताल में उसकी मौत हो गई।

कानून व्यवस्था को लेकर उठ रहे सवाल

अस्पताल से कांस्टेबल किरण पाल का शव लेने और उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए सभी पुलिस अधिकारी और दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा दक्षिण-पूर्व दिल्ली में डीसीपी कार्यालय पहुंचे। यह घटना केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय से मुलाकात के ठीक एक दिन बाद हुई है। अरोड़ा और शहर की कानून व्यवस्था की समीक्षा के लिए एक बैठक की।

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