Delhi News: 31 दिसंबर तक संपत्ति का बनाएं यूपिक कार्ड, नहीं तो नगर निगम करेगा कड़ी कार्रवाई
अब दिल्ली नगर निगम ने ऐसे संपत्ति मालिकों को चेतावनी दी है जिन्होंने अपनी संपत्ति का अभी तक कोई संपत्तिकर ही नहीं जमा किया है। इतना ही उन्होंने अब तक संपत्तिकर के लिए जरुरी यूनिक प्रापर्टी आइडेटीफिकेश कोड (यूपिक) भी नहीं बना रखा है। नागरिक निगम की वेबसाइट mcdonline.nic.in/portal पर जाकर स्वयं इस यूपिक आइडी को जनरेट कर सकते हैं।
By Nihal SinghEdited By: Abhishek TiwariUpdated: Mon, 20 Nov 2023 09:08 AM (IST)
निहाल सिंह, नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में संपत्तिकर न चुकाने वाले लोगों के खिलाफ दिल्ली नगर निगम लगातार सख्त रुख अख्तियार कर रहा है। हाल ही में निगम ने 25 लाख से ज्यादा का कर न चुकाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू करने का निर्णय लिया था।
अब निगम ने ऐसे संपत्ति मालिकों को चेतावनी दी है जिन्होंने अपनी संपत्ति का अभी तक कोई संपत्तिकर ही नहीं जमा किया है। इतना ही उन्होंने अब तक संपत्तिकर के लिए जरुरी यूनिक प्रापर्टी आइडेटीफिकेश कोड (यूपिक) भी नहीं बना रखा है। ऐसे लोगों को 31 दिसंबर तक की समय-सीमा दी गई है। इसके बाद निगम इन लोगों के खइलाफ भी कानूनी कार्रवाई शुरू करेगा।
दिल्ली नगर निगम द्वारा जारी सार्वजनिक सूचना के अनुसार चाहे अधिकृत कालोनी हो या फिर अनधिकृत कालोनी हो, नियमित अनधिकृत कालोनी हो या फिर ग्रामीण इलाको में किसी भी प्रकार की व्यावसायिक व 100 वर्गमीटर से अधिक वाली संपत्ति रिहायशी संपत्ति को दिल्ली नगर निगम के संपत्तिकर विभाग से पंजीकृत कराकर यूपिक आइडी जनरेट करना होगा।
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ऐसे जनरेट करें यूपिक आइडी
नागरिक निगम की वेबसाइट mcdonline.nic.in/portal पर जाकर स्वयं इस यूपिक आइडी को जनरेट कर सकते हैं। निगम ने चेतावनी दी है कि ऐसा न करने पर निगम ऐसे लोगों की पहचान कर जिला अदालतों में मुकदमें दायर करेगा। इसमें सात साल की सश्रम सजा से लेकर जुर्माने का प्रविधान है।उल्लेखनीय है कि दिल्ली नगर निगम की आय का प्रमुख स्रोत संपत्तिकर हैं। फिलहाल दिल्ली में 35 लाख से अधिक इमारते हैं लेकिन 15 लाख संपत्ति मालिकों ने यूपिक कार्ड बना रखा है। यानि शेष संपत्तियों में से अभी तक एक भी रुपया भी संपत्तिकर नहीं आया है।
ऐसे में राजस्व बढोत्तरी के लिए निगम ने ऐसे संपत्ति मालिकों को आखिरी चेतावनी जारी की है। निगम को अभी 13 लाख के करीब संपत्ति मालिक संपत्तिकर देते हैं। वर्ष 2023-24 के बजट अनुमानों के तहत, निगम ने 15,523.9 करोड़ रुपये राजस्व का अनुमान बताया था। इसमें 4300 करोड़ रुपये के राजस्व का अनुमान संपत्तिकर से रखा गया था।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।डुप्टीकेट यूपिक पर क्षेत्रीय कार्यालयों में करना होगा संपर्क
दिल्ली नगर निगम के एक अधिकारी ने बताया कि निगम अपने संपत्तिकर के पोर्टल पर यह सुविधा देने की तैयारी कर रहा है जिसमें एक से अधिक यूपिक एक ही संपत्ति के होने पर उसे मर्ज किया जा सकेगा। अगले दो सप्ताह में यह पोर्टल काम करने लगेगा। इससे पहले लोगों को डुप्लीकेट यूपिक मर्ज करना है तो वह निगम के क्षेत्रीय संपत्तिकर कार्यालय में जाकर इसे मर्ज करा सकते हैं। निगम के अनुसार एक संपत्ति का एक से अधिक यूपिक रखना भी नियमानुसार गलत है। अगर, गलती से यह जारी हो गया है तो इसे मर्ज कराना जरूरी है।यह भी जानें-
- 35 लाख से अधिक संपत्ति होने का है दिल्ली में अनुमान
- 15 लाख संपत्ति के पास ही है यूपिक कार्ड
- 13 लाख लोग संपत्तिकर करते हैं जमा
- 2400 करोड़ रुपये का संपत्तिकर वित्त वर्ष 2022-23 में आया था
- 4300 करोड़ रुपये का इस वर्ष संपत्तिकर से आय का रखा गया है अनुमान