Malaria-Chikungunya Case: डेंगू से ज्यादा मलेरिया और चिकनगुनिया फैला रहे आतंक, चौंकाने वाले हैं दिल्ली के आंकड़े
दिल्ली में डेंगू के मरीजों की संख्या जरूर कम है लेकिन मलेरिया और चिकनगुनिया की बढ़ोतरी ने निगम की परेशानियां बढ़ा दी हैं। मलेरिया के मरीजों की संख्या दोगुना तो वहीं पर चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या तीन गुणा रफ्तार से बढ़ रही है। खबर के माध्यम से पढ़िए इनके फैलने के लक्षण क्या हैं और बीते पांच सालों में इनकी संख्या किस कदर बढ़ी है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। Malaria-Chikungunya Case Hindi: राजधानी दिल्ली में बीते वर्षों की तुलना में डेंगू के मरीजों की संख्या तो कम हैं लेकिन निगम की परेशानी मलेरिया और चिकनगुनिया के बढ़ रहे मरीज है। ऐसा नहीं है कि मलेरिया और चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या एक दो ज्यादा बल्कि मलेरिया के करीब बीते वर्ष से ज्यादा दोगुने मरीज सामने आ रहे हैं और चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या तीन गुणा ज्यादा है।
हालांकि राहत की बात है कि डेंगू के मुकाबले मलेरिया और चिकनगुनिया में जान का खतरा कम रहता है लेकिन मरीज को बुखार और बदन दर्द के साथ जोड़े के दर्द की समस्या बढ़ जाती है। इस वर्ष क्या है अब तक मच्छरजनित बीमारियों को लेकर क्या है मरीजों की स्थिति पेश हैं निहाल सिंह की रिपोर्ट...
ऐसे होता है मलेरिया
मलेरिया मादा एनोफिलीज मच्छर (female anopheles mosquito) के काटने से होता है। ये मच्छर गंदे पानी में पनपता है। आमतौर पर मलेरिया के मच्छर रात में ही ज्यादा काटते हैं। कुछ मामलों में मलेरिया अंदर ही अंदर बढ़ता रहता है। ऐसे में बुखार ज्यादा न होकर कमजोरी होने लगती है और एक स्टेज पर मरीज में खून की कमी हो जाती है।
नोटः सभी आंकड़े प्रत्येक वर्ष एक जनवरी से लेकर 19 अक्टूबर तक के हैं।
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एडीज मच्छर (aedes mosquito) के काटने से डेंगू होता है। यह मच्छर साफ पानी में पनपता है। डेंगू के कई प्रकार होते हैं। पहला प्रकार साधारण डेंगू बुखार होता है। पांच से सात दिन तक बुखार रहने पर मरीज आसानी से ठीक हो जाता है। दूसरा डेंगू का बुखार रक्तस्रावी बुखार होता है।इसमें रक्त वाहिकाओं में रक्तस्राव होता है और खून में प्लेटलेट्स की मात्रा कम होने लगती है। तीसरा प्रकार डेंगू शाक सिंड्रोम होता है। इसमें बुखार कई दिनों तक रहता है। जिसमें तेज बदन दर्ज होता है।चार साल में कार्रवाई
विवरण | 2021 | 2022 | 2023 | 2024 |
कितने घरों में पाया मच्छरों का लार्वा | 1,62,349 | 1,51,386 | 2,97,074 | 2,56,411 |
कानूनी नोटिस भेजे गए | 1,27,009 | 1,07,099 | 1,54,218 | 1,44,658 |
कितने लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की गई | 19,172 | 41,904 | 68,238 | 49,982 |
कितने लोगों के चालान काटे गए | 6,880 | 15,821 | 24,511 | 11,409 |
मच्छर जनित बीमारियों के लक्षण
- तेज और लगातार बुखार
- तेज बदन दर्द
- प्लेटलेट्स का गिरना
- नाक मुंह से खून बहना
- ठंड लगना और बुखार आना
इन बातों का रखेंगे ध्यान तो बीमार होने की संभावना हो जाएगी कम
- घर में सजावटी पौधों के गमलों में पानी तीन से चार दिन में बदलते रहे
- कूलर को साफ रखें और उसका पानी भी तीन से चार दिन में बदलते रहे
- छत पर टूटे हुए कप प्लेट, खुले डब्बे गमले आदि में पानी जमा न होने
- पानी की टंकी को ढककर रखें
- पानी के कंटेनर में पानी इकट्ठा रखें तो ढककर रखें, नहीं तो चार दिन में उसे खाली करते रहे
- विंडो एसी से पानी निकलता है तो वह किसी बर्तन या छत पर इकट्ठा न हो ऐसी व्यवस्था रखें
- पूरी बाजू के कपड़े पहन कर रखें। पार्क में जाए तो पूरी बाजू के कपड़ो के साथ जूते व जुर्राब व पैरो तक बदन को ढके रखें
इस वर्ष दिल्ली में निकाय अनुसार डेंगू-मलेरिया व चिकनगुनिया के मरीजों की स्थिति
निकाय | डेंगू | मलेरिया | चिकनगुनिया |
एमसीडी | 2945 | 630 | 100 |
दिल्ली कैंट | 82 | 09 | 02 |
एनडीएमसी | 36 | 02 | 00 |
अपुष्ट पते | 1206 | 161 | 64 |
रेलवे | 19 | 02 | 00 |
अन्य राज्य | 189 | 51 | 09 |