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'कई लोग नहीं चाहते कि आपके बच्चे पढ़-लिख जाए', मनीष सिसोदिया ने बताई इसके पीछे की वजह

दिल्ली के पूर्व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कोंडली विधानसभा क्षेत्र में ‘शिक्षा पर बात’ कार्यक्रम किया। उन्होंने कहा कि केवल बच्चों की अच्छी शिक्षा ही गरीबी को दूर कर सकती है। अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी की सरकार बच्चों के लिए बेहतरीन शैक्षिक सुविधाएं सुनिश्चित कर रही है। इस अवसर पर दिल्ली की महापौर डॉ. शैली ओबेराय विधायक कुलदीप कुमार प्रवीण कुमार आदि मौजूद रहे।

By Nikhil Pathak Edited By: Sonu Suman Updated: Sun, 27 Oct 2024 10:48 PM (IST)
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सिसोदिया ने रविवार को कोंडली विधानसभा क्षेत्र में ‘शिक्षा पर बात’ कार्यक्रम किया।
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। दिल्ली के पूर्व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने रविवार को कोंडली विधानसभा क्षेत्र में ‘शिक्षा पर बात’ कार्यक्रम किया। जिसमें उन्होंने करीब 500 से अधिक बच्चों के माता-पिता से दिल्ली के सरकारी स्कूलों पर चर्चा की और बच्चों के भविष्य को अधिक बेहतर बनाने के लिए उनके सुझावों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि केवल बच्चों की अच्छी शिक्षा ही गरीबी को दूर कर सकती है।

अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी की सरकार बच्चों के लिए बेहतरीन शैक्षिक सुविधाएं सुनिश्चित कर रही है। यदि इसके लिए हमें किसी से भी लड़ना पड़े या पैर पड़ना पड़े तो हम उसके लिए भी तैयार हैं। इस अवसर पर दिल्ली की महापौर डॉ. शैली ओबेराय, विधायक कुलदीप कुमार, प्रवीण कुमार, संजीव झा और पूर्व शिक्षा सलाहकार शैलेंद्र शर्मा भी मौजूद रहे।

कोंडली विधानसभा में इस कार्यक्रम का आयोजन

पटपड़गंज के बाद रविवार को कोंडली विधानसभा में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। सिसोदिया ने ज्यादा से ज्यादा अभिभावकों को इसमें शामिल होने के लिए पत्र भेजकर आमंत्रित किया था। पत्र में मनीष ने लिखा कि दस साल पहले उन्हें उप-मुख्यमंत्री बनाते वक्त अरविंद केजरीवाल ने उनसे एक ही बात कही थी कि दिल्ली के हर गरीब बच्चे के लिए ऐसी शिक्षा की व्यवस्था करना, जैसे अपने खुद के बेटे और बेटी के लिए कर रहे हो।

दिल्ली के हर बच्चे को अच्छी शिक्षा मिले: सिसोदिया

उन्होंने कहा कि आज केजरीवाल का बेटा देश की जिस शीर्ष आईआईटी में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है, वहीं पर दिल्ली सरकार के स्कूल से पढ़ा, गली के कोने में लोगों के कपड़े प्रेस करके गुजारा करने वाले का बेटा भी इंजीनियरिंग पढ़ रहा है। दिल्ली के हर बच्चे को अच्छी शिक्षा मिले, इसके लिए सरकार ने आप के बच्चों को शानदार स्कूल दिए, शिक्षकों और प्रधानाचार्यों को देश-विदेश में भेजकर प्रशिक्षण दिलाया, मेगा पीटीएम के माध्यम से हर बच्चे से लगातार संवाद किया, स्कूल में नए-नए पाठ्यक्रम लागू किए।

सरकारी स्कूलों के नतीजे अच्छे आ रहे: सिसोदिया

सिसोदिया ने कहा कि नीट, जेईई, एनडीए, सीयूईटी जैसी परीक्षाओं के लिए स्कूलों में बच्चों को निःशुल्क ट्रेनिंग दिलवाई। इन प्रयासों के कारण पिछले सात सालों से लगातार दिल्ली सरकार के स्कूलों के नतीजे निजी स्कूलों से बेहतर आ रहे हैं। हर साल हजारों बच्चे आईआईटी-जेईई और नीट की परीक्षा पास कर इंजीनियरिंग और डॉक्टरी की पढ़ाई कर रहे हैं। आज दिल्ली में गरीब बच्चों के सपने ऊंचाइयों को छू रहे हैं।

कई लोग नहीं चाहते कि आपके बच्चे पढ़-लिख जाएं: सिसोदिया

मनीष ने कहा कि दुर्भाग्य से देश में अभी भी ऐसे लोग हैं, जो नहीं चाहते कि गरीबों के बच्चे भी पढ़-लिखकर कुछ बनें। उन्हें लगता है कि सभी बच्चों को अच्छी शिक्षा मिलने लगी तो उनके खुद के बच्चों के अवसर कम हो जाएंगे। हमें ऐसी सोच वालों का मुकाबला करना है। उन्होंने अगले पांच साल में सरकार की ओर से बच्चों की शिक्षा के लिए क्या-क्या होना चाहिए, इस संबंध में अभिभावकों से सुझाव भी मांगे हैं। उन्होंने कहा कि वह पूरी दिल्ली में अलग-अलग जगहों पर सरकारी स्कूलों के बच्चों के माता-पिता के साथ कुछ मुद्दों पर संवाद करेंगे।

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