केजरीवाल के साथ मैं भी... दिल्ली के मुख्यमंत्री संग सिसोदिया का क्या है प्लान
Manish Sisodia News मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सीएम पद से इस्तीफे की घोषणा कर दी है। वहीं मनीष सिसोदिया ने भी कहा है कि वो भी अब किसी भी पद पर नहीं बैठेंगे। उनका कहना है कि वो चुनाव तक कोई भी पद नहीं लेंगे। वह अरविंद केजरीवाल के साथ रहेंगे। दिल्ली में कुछ ही माह में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तरह पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी सरकार में कोई पद लेने से साफ इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि अभी मैं उपमुख्यमंत्री-शिक्षा मंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा।
हालांकि अब देश की शीर्ष अदालत तक ने कह दिया है कि जाओ अपना काम करो, लेकिन मैं कुर्सी के लालच में राजनीति में नहीं आया हूं। मैंने पूरी ईमानदारी से काम किया, लेकिन मुझ पर टुच्ची राजनीति के तहत झूठे आरोप लगाकर मुझे बेईमान सिद्ध करने की कोशिश की गई और 17 महीने झूठे आरोप में जेल में रखा गया।
मैं तभी कुर्सी पर बैठूंगा....
इसलिए मैंने फैसला किया है कि अरविंद केजरीवाल के साथ मैं भी जनता की अदालत में जाऊंगा और पूछूंगा कि वह मुझे ईमानदार मानती है या नहीं। अगले तीन-चार महीने में दिल्ली में चुनाव होना है। अगर दिल्ली की जनता मेरी ईमानदारी पर मोहर लगाएगी, तभी मैं उपमुख्यमंत्री-शिक्षा मंत्री की कुर्सी पर बैठूंगा और शिक्षा के लिए काम करूंगा।
आबकारी नीति पर भी बोले
सिसोदिया ने कहा कि आबकारी विभाग से दिल्ली सरकार को पहले छह हजार करोड़ रुपये मिलते थे, लेकिन नई नीति के तहत कम से कम नौ हजार करोड़ मिलने की गारंटी हो गई थी। और ये कहते हैं कि अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया ने भ्रष्टाचार कर दिया।
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भाजपा की मनोहर कहानी
भाजपा देश का सबसे बड़ा राजनैतिक कुचक्र रच रही थी कि एक चुने हुए मुख्यमंत्री और उनकी टीम को जेल में डालो और पार्टी को खत्म कर दो। सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल को जमानत देकर भाजपा की मनोहर कहानी पर पूर्ण विराम लगा दिया है।