दिल्ली में सीलिंग इम्पैक्ट: 48 घंटे में बंद से 3500 करोड़ का कारोबार प्रभावित
दिल्ली सरकार को लगभग 300 करोड़ रुपये के राजस्व की चपत लगी है।
नई दिल्ली [ जेएनएन ]। सीलिंग के विरोध में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में लगातार तीसरे दिन भी बाजार बंद रहने के आसार हैं। कहा जा रहा है कि बंद शाम तक जारी रह सकता है। बताया जा रहा है कि एक अन्य कारोबारी संगठन चैंबर आफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआइ) ने तीसरे दिन यानी रविवार को भी बाजार बंद का आह्वान किया है, जिसकी सफलता को लेकर संशय है।
बंद से दो दिन में 3500 करोड़ का कारोबार प्रभावित
दिल्ली में बाजार बंद का आह्वान करने वाले कारोबारी संगठन कैट ने बंद को सफल बताते हुए दावा किया है कि दो दिन के बाजार बंद में करीब 3500 करोड़ रुपये का कारोबार प्रभावित हुआ। इसके चलते सरकार को लगभग 300 करोड़ रुपये के राजस्व की चपत लगी है।
बंद का मिला जुला असर
दूसरे दिन भी बाजार बंद का असर मिला जुला रहा है। वैसे, शुक्रवार को बंद रहे कई बाजार शनिवार को खुले हुए थे। इसमें चांदनी चौक, कनॉट प्लेस, खान मार्केट, खारी बावली, लक्ष्मी नगर, शाहदरा, लाजपत नगर, सरोजनी नगर समेत अन्य बाजार रहे।
उधर, तिलक बाजार केमिकल मार्केट, चावड़ी बाजार, कश्मीरी गेट, सदर बाजार, गांधी नगर, क्लाथ मार्केट, मंडोली रोड टिंबर मार्केट की अधिकतर दुकानें बंद थीं, वहीं उत्तम नगर, राजौरी गार्डन, तिलक नगर, कीर्ति नगर, मोती नगर व पालम की अधिकतर दुकानें बंद थीं। मॉडल टाउन, रानी बाग, रोहिणी व अशोक विहार के साथ ही बंद रहे। साउथ एक्स और ग्रेटर कैलाश के शोरूम भी बंद थे।
सीलिंग के विरोध में कन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने दो दिन के बाजार बंद की घोषणा की थी। पहले दिन भी बाजार बंद का मिलाजुला असर था। हालांकि, पहले दिन अधिकतर बाजार बंद में शामिल थे तो दूसरे दिन 50 फीसद बाजार खुले रहे।
सदर बाजार से टाउन हाल तक निकला विरोध मार्च
दिल्ली के बाजारों में सीलिंग के विरोध में व्यापारियों ने सदर बाजार से चांदनी चौक स्थित टाउन हाल तक विरोध मार्च निकाला। यह नया बाजार व खारी बावली होते हुए टाउन हाल तक पहुंचा। इसमें कई बाजारों के कारोबारी नेताओं के साथ दुकानदार और मजदूर भी शामिल हुए।
इसका नेतृत्व चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआइ) के संयोजक बृजेश गोयल ने किया। टाउन हाल पर व्यापारियों का मार्च विरोध सभा में तब्दील हो गया। इस मौके पर सीटीआइ के संयोजक हेमंत गुप्ता ने केंद्र सरकार से संसद से कानून पारित करवा कर दुकानदारों को सीलिंग से राहत देने की मांग की।
दूसरे राज्यों के कारोबारी नेता भी विरोध में हुए शामिल
सीलिंग के विरोध में दिल्ली के व्यापारियों के चल रहे आंदोलन को दूसरे राज्यों से आए कारोबारी नेताओं का भी समर्थन मिला। 70 से अधिक दूसरे राज्यों के कारोबारी नेताओं ने लालकिला से टाउन हॉल तक विरोध मार्च निकाला और टाउन हाल पर चल रहे धरना प्रदर्शन में शामिल हुए।
कारोबारियों के संगठन कैट के नेतृत्व में निकाले गए विरोध मार्च में शामिल व्यापारियों ने राहत के लिए नगर निगम के साथ, दिल्ली सरकार व केंद्र सरकार को तत्काल कदम उठाने की मांग की। इसी तरह कई अन्य बाजारों में दुकानदारों ने इकट्ठा होकर सीलिंग से राहत देने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया।