Delhi Sarai Kale Khan Deuce: शनिवार रात भर हुए उपद्रव मामले में साजिशकर्ता निकली लड़की
Delhi Sarai Kale Khan Deuce पूरे मामले में युवती की सहले सबीना को भी नामजद किया गया था। युवती के स्वजन ने पुलिस को बताया कि सबीना उनकी बहू की सहेली है और उसका उनके घर आना-जाना था। शादी को लेकर वह सबसे ज्यादा नाराज थी।
By Jp YadavEdited By: Updated: Tue, 23 Mar 2021 08:33 AM (IST)
नई दिल्ली [गौरव बाजपेयी]। सराय काले खां गांव में शनिवार की रात हुए उपद्रव की साजिश युवती की सहेली ने ही रची थी। प्राथमिक जांच में पुलिस को इस बात का पता चला है, जिसके बाद पुलिस ने सबीना नाम की सहेली की तलाश शुरू कर दी है। इस मामले में सबीना को भी नामजद किया गया था। युवती के स्वजन ने पुलिस को बताया कि सबीना उनकी बहू की सहेली है और उसका उनके घर आना-जाना था। शादी को लेकर वह सबसे ज्यादा नाराज थी। आरोप है कि इसके चलते ही उसने इलाके के लोगों को उकसा कर उपद्रव कराया। यही नहीं बवाल के दौरान हर समय वह उपद्रवियों के साथ न सिर्फ मौजूद रही, बल्कि उन्हें उकसा भी रही थी।
धर्म के नाम पर लोगों को उकसाती हैबताया जाता है कि सराय काले खां गांव में सबीना का लगभग सभी मुस्लिम परिवारों में आना-जाना है। वह धर्म के नाम पर लोगों को उकसाती रहती है। इससे पहले भी पड़ोसियों के बीच हुए झगड़े को उसने धार्मिक रंग देने की कोशिश की थी। आरोप है कि साकेत कोर्ट में शादी के बाद लड़के व लड़की का थाने में बयान होने के बावजूद युवती ने अलग-अलग जगहों पर मीटिंग कर युवाओं को हमले के लिए उकसाया था। इसके साथ ही धमकी दी थी कि लड़का-लड़की सराय काले खां आए तो उनकी हत्या कर दी जाएगी। पीड़ित के पिता ने बताया कि इन धमकियों की वजह से ही वह अपने रिश्तेदार के घर चले गए थे। इसके बावजूद उनकी पूरी बस्ती पर हमला किया गया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले में नामजद आठ लोगों में पांच को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि, युवती समेत तीन लोग अभी भी फरार हैं।
दिनभर चला बैठकों का दौर पुलिस की एक टीम लगातार मौके पर मौजूद रहती है। एक निरीक्षक स्तर के अधिकारी के साथ दोनों समाज के प्रबुद्ध लोग बैठक कर शांति बनाए रखने का प्रयास कर रहे हैं। पुलिस दोनों पक्षों के लोगों के संपर्क में है।
एससी-एसटी आयोग ने की मुलाकातराष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग की टीम सोमवार को पीड़ित परिवारों से मिलने पहुंची। टीम ने पुलिस प्रशासन को मुकदमे में एससी-एसटी एक्ट की धाराएं जोड़ने और युवक व युवती को पुलिस सुरक्षा देने का निर्देश दिया। टीम के साथ दक्षिण-पूर्वी जिले के पुलिस उपायुक्त राजेंद्र प्रसाद मीणा व जिलाधिकारी विश्वेंद्र भी मौजूद रहे। भाजपा के अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री संजय निर्मल ने भी पीड़ित परिवार से मुलाकात कर उन्हें न्याय और सुरक्षा दिलाने का आश्वासन दिया।
एससी-एसटी आयोग के सदस्य सुभाष पारदी ने पीड़ित पक्ष के लोगों से पूरा घटनाक्रम जाना और उन्हें सुरक्षा व न्याय दिलाने के प्रति आश्वस्त किया। उन्होंने कहा कि इलाके में किसी प्रकार का विद्वेष न बढ़े। इसके लिए प्रबुद्ध लोगों के साथ मिलकर शांति के प्रयास किए जाएंगे।
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