Delhi Air Pollution: छह वर्षों में तीसरी बार सबसे साफ रहा मई का मौसम, खराब श्रेणी के घटे दिन; मध्यम के बढ़े
इस साल मई का महीना बीते कई दशकों में ठंडा ही नहीं बल्कि वायु गुणवत्ता के लिहाज से छह वर्षों में तीसरा सबसे साफ रहा है। पिछले साल की तुलना में तो बहुत ही बेहतर रहा है। माह भर में सिर्फ एक ही दिन बहुत खराब श्रेणी का एक्यूआई रहा।
नई दिल्ली, संजीव गुप्ता। इस साल मई का महीना बीते कई दशकों में ठंडा ही नहीं रहा, वायु गुणवत्ता के लिहाज से भी छह वर्षों में तीसरा सबसे साफ रहा है। पिछले साल की तुलना में तो बहुत ही बेहतर रहा है। माह भर में सिर्फ एक ही दिन 'बहुत खराब' श्रेणी का एक्यूआई रहा।
'खराब' श्रेणी के दिन कम हो गए जबकि आधे से अधिक दिन ''मध्यम'' श्रेणी के एक्यूआइ वाले रहे। पर्यावरणविदों के अनुसार मई में बार बार होती वर्षा के कारण प्रदूषक कण ज्यादातर समय दबे एवं थमे ही रहे।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) से मिले आंकड़ों पर गौर करें तो 2022 में मई माह पांच साल में सर्वाधिक प्रदूषण वाला रहा था, लेकिन मौसम की मेहरबानी से इस साल फिर से भीषण गर्मियों वाले इस माह में प्रदूषण नहीं के बराबर रहा।
पिछले साल मई में ''खराब'' श्रेणी वाले दिन 20 रहे थे जबकि इस बार केवल सात रह गए हैं। ''मध्यम'' श्रेणी के दिन केवल नौ थे जो बढ़कर 19 हो गए और माह के अंतिम दिन यानी बुधवार भी इसी श्रेणी का दिन रहने की संभावना है। इसी तरह पिछले वर्ष ''संतोषजनक'' श्रेणी में केवल एक ही दिन था, लेकिन अबकी बार बढ़कर तीन हो गए।
2018 से 2023 के दौरान मई में कितने दिन किस श्रेणी की रही हवा
वर्ष संतोषजनक मध्यम खराब बहुत खराब
2018 0 13 16 2
2019 0 16 11 4
2020 4 25 2 0
2021 6 22 3 0
2022 1 9 21 0
2023 3 19 7 1
(30 मई तक)
2018 से 2023 तक मई का औसत एक्यूआई
वर्ष औसत एक्यूआई
2018 215
2019 215
2020 143
2021 144
2022 212
2023 173
क्या बोले सीपीसीबी के पूर्व अपर निदेशक?
इस बार मई के महीने में मौसम काफी हद तक पर्यावरण अनुकूल रहा है। पश्चिमी विक्षोभों की वजह से बार- बार मौसम बदलता रहा। इस दौरान हर बार तेज हवा के साथ वर्षा भी होती रही। इसीलिए पूरे माह प्रदूषक कण जमने ही नहीं पाए। या तो हवा के साथ उड़ते रहे या फिर बरसात में दबते रहे।
-डॉ. डी साहा, पूर्व अपर निदेशक, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड