दिल्ली में भगवान राम की तस्वीरों वाले बैनर, भगवा झंडे उतारने का निर्देश, MCD और NDMC ने क्यों लिया फैसला?
अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे भगवान राम की तस्वीरों वाले झंडों पोस्टरों और बैनरों पर नजर रखें और उन्हें सड़कों पर गिरने से बचाने के लिए उतार दें। 22 जनवरी यानी भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अवसर पर दिल्ली के 700 बाजारों में 10 लाख झंडे लगाए गए थे। एमसीडी और एनडीएमसी ने इसको लेकर निर्देश जारी किया है।
पीटीआई, नई दिल्ली। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर दिल्ली के बाजारों में लगाए भगवा झंडे और बैनर को हटाने का निर्देश दिया गया है। एमसीडी और एनडीएमसी ने भगवान राम और हनुमान की तस्वीरों वाले झंडों और बैनरों को सावधानीपूर्वक हटाने के निर्देश जारी किए हैं।
10 लाख झंडे लगाए गए थे
बता दें कि 22 जनवरी यानी भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अवसर पर दिल्ली के 700 बाजारों में 10 लाख झंडे लगाए गए थे। अब प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम संपन्न हो जाने के बाद अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे भगवान राम की तस्वीरों वाले झंडों, पोस्टरों और बैनरों पर नजर रखें और उन्हें सड़कों पर गिरने से बचाने के लिए उतार दें।
सम्मानपूर्वक निपटान का निर्देश
दिल्ली नगर निगम से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि हमने अधिकारियों को ऐसे पोस्टरों और बैनरों पर नजर रखने का निर्देश दिया है, जिस पर भगवान राम और हनुमान की तस्वीरें लगी है। साथ ही उनका सम्मानपूर्वक निपटान करने का निर्देश भी दिया गया है, ताकि किसी भी भावनाएं आहत न हो।
वहीं, एनडीएमसी भी अपने क्षेत्रों में बाजार संघों को सजावटी वस्तुओं को सम्मानपूर्वक हटाने और प्रोटोकॉल के अनुसार उनका निपटान करने का निर्देश दिया है। एक अधिकारी ने कहा कि हमने बाजार संघों को निर्देश दिया है कि वे बाजार संघों द्वारा लगाए गए झंडों और वस्तुओं को सम्मानपूर्वक हटा लें।
कुछ झंडे हो गए चोरी
खान मार्केट ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष संजीव मेहरा ने बताया कि हमने इस अवसर के लिए 150 झंडे और लगभग 2,000 मीटर झालर लगाए हैं। सभी सजावटी सामग्री कपड़े की थी और हमने उन्हें हटा दिया है, उन्हें पारदर्शी बैग में संरक्षित किया है और स्टोर में रखा है। हम अगले साल 22 जनवरी आने पर उनका इस्तेमाल करेंगे। कुछ झंडे चोरी भी हो गए।
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