दिल्ली में MCD चुनाव से पहले व्यापारियों को साधने की कोशिश, नगर निगम ने दी बड़ी राहत
उत्तरी दिल्ली क्षेत्र में व्यापार करने वाले व्यापारियों को नगर निगम ने बड़ी राहत दी है। निगम ने फैक्ट्री और ट्रेड लाइसेंस को सस्ता कर दिया है। अब व्यापारियों का फैक्ट्री एवं ट्रेड लाइसेंस 17 फीसद तक सस्ता हो जाएगा।
By Mangal YadavEdited By: Updated: Wed, 11 Aug 2021 07:14 PM (IST)
नई दिल्ली [निहाल सिंह]। उत्तरी दिल्ली क्षेत्र में व्यापार करने वाले व्यापारियों को नगर निगम ने बड़ी राहत दी है। निगम ने फैक्ट्री और ट्रेड लाइसेंस को सस्ता कर दिया है। निगम की स्थायी समिति में नेता सदन छैल बिहारी गोस्वामी ने इस फैक्ट्री और ट्रेड लाइसेंस शुल्क को कम करने का प्रस्ताव रखा जिसे समिति ने एक स्वर में पारित कर दिया। निगम ने यह फैसला कोरोना संकट के दौरान लगे लाकडाउन से हुए नुकसान के चलते यह फैसला लिया है। इससे अब व्यापारियों का फैक्ट्री एवं ट्रेड लाइसेंस 17 फीसद तक सस्ता हो जाएगा।
उल्लेखनीय है कि एक दिन पूर्व ही दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने तीनों निगमों के महापौर को यह शुल्क कम करने का आग्रह किया था। इसे उत्तरी निगम ने सबसे पहले मान लिया है।बैठक के बाद जानकारी देते हुए स्थायी समिति के अध्यक्ष जोगीराम जैन ने बताया कि कोरोना संकट से पूर्व उत्तरी निगम ने दक्षिणी और पूर्वी निगम की तर्ज पर अपने फैक्ट्री और ट्रेड लाइसेंस शुल्क में बढोत्तरी की थी। उस समय कोरोना और लाकडाउन जैसी स्थिति नहीं थी। लेकिन, कोरोना की वजह से लगे लाकडाउन से व्यापारियों को काफी नुकसान हुआ है। इसकी वजह से व्यापारियों को राहत देते हमने उस वृद्धि को वापस ले लिया है। इससे 17 फीसद हेल्थ व ट्रेड लाइसेंस सस्ते हो गए हैं।
जोगीराम जैन ने बताया कि जिन व्यापारियों ने इस अवधि के दौरान बढ़े हुए शुल्क से लाइसेंस लिया है या नवीनीकरण कराया है उनके बड़े हुए शुल्क को निगम आगे लाइसेंस नवीनीकरण के समय समाहित करेगा।व्यापारियों को इस हद तक फायदा होगा कि जहां अभी ए व बी श्रेणी में ट्रेड लाइसेंस के लिए 3450 रुपये का वार्षिक शुल्क लगता है वह अब मात्र 500 रुपये देना होगा। इसी तरह सी और डी श्रेणी में यह 10 वर्ग मीटर तक के लिए 2300 रुपये के बजाय 500 रुपये का शुल्क देना होगा। ऐसे ही अन्य श्रेणियों में काफी कम राशि में अब ट्रेड व फैक्ट्री लाइसेंस मिल सकेंगे।
चुनाव से पहले व्यापारियों को साधने का प्रयास भाजपा शासित उत्तरी निगम ने खराब आर्थिक स्थिति के बीच भी ट्रेड एवं फैक्ट्री लाइसेंस शुल्क में की गई वृद्धि को वापस ले लिया है। अगले वर्ष होने वाले निगम के आम चुनाव से पहले यह व्यापारियों को साधने का प्रयास है। दिल्ली में व्यापारी को भाजपा का परंपरागत मतदाता माना जाता है। इसलिए भाजपा ने कोरोना के संकट के बहाने ही उनको राहत दी है। ताकि अगामी निगम चुनाव में व्यापारियों का समर्थन प्राप्त किया जा सके। उल्लेखनीय है मार्च 2022 में निगम के आम चुनाव होने है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।