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MCD Mayor Election: बीजेपी नहीं छोड़ेगी मैदान, मेयर के चुनावी अखाड़े में उतारेगी पहलवान; AAP की बढ़ेगी मुश्किल

MCD Mayor Election एमसीडी के मेयर के चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) के लिए भाजपा मुश्किल पैदा कर सकती है। भाजपा अंतिम वक्त में महापौर उपमहापौर व स्थायी समिति के लिए प्रत्याशियों की घोषणा कर सकती है। वहीं आप को अपने पार्षदों को एकजुट रखना होगा।

By Nimish HemantEdited By: Abhishek TiwariUpdated: Mon, 26 Dec 2022 09:03 AM (IST)
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MCD Mayor Election: BJP नहीं छोड़ेगी मैदान, मेयर के चुनावी अखाड़े में उतारेगी पहलवान

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) में 15 वर्ष तक सत्तारूढ़ रहीं भाजपा आसानी से दांव नहीं छोड़ने वाली है। एमसीडी चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) को कड़ी टक्कर देने के बाद अब पार्टी ने महापौर व उपमहापौर के साथ ही स्थायी समिति के चुनाव में भी चुनौती देने की तैयारी की है। इस चुनाव में भी वह अपना उम्मीदवार उतारेगी।

भाजपा के दांव से दिलचस्प हो सकता है चुनाव

प्रत्याशियों की घोषणा नामांकन के अंतिम दिन 27 दिसंबर की सुबह तक हो सकती है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक रविवार को प्रदेश भाजपा की शीर्ष बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि अकेले आप के लिए मैदान खाली न छोड़ा जाएं और पार्टी पूरे दमखम से चुनाव लड़े। ऐसे में छह जनवरी को होने वाला चुनाव दिलचस्प हो सकता है। इसके साथ ही इस चुनाव में कांग्रेस पार्टी के साथ ही निर्दलीय पार्षदों की भूमिका दिलचस्प हो सकती है।

AAP के सामने जीते पार्षदों को एकजुट रखने की चुनौती

लाजमी है भाजपा की इस तैयारी से अब आम आदमी पार्टी को अपने जीते पार्षदों को एकजुट रखने की चिंता सताएगी, क्योंकि एमसीडी में दलबदल कानून लागू नहीं होता है। एमसीडी चुनाव में आम आदमी पार्टी ने भाजपा के 15 साल के किले को ढहा दिया है, उसने 250 सीटों वाली एमसीडी में 134 सीटों पर जीत दर्ज की है, जबकि भाजपा के खाते में 104 ही सीटें आई है। वैसे, जीत का अंतर महज 30 सीटों का है। हालांकि, राजनीतिक पंडितों द्वारा चुनाव के ठीक पहले तक भाजपा के और खराब प्रदर्शन का अनुमान लगाया जा रहा था।

लोकसभा व राज्यसभा सदस्यों की भी भूमिका अहम

वहीं, कांग्रेस पार्टी के खाते में नौ तथा तीन निर्दलीय पार्षद हैं। जबकि विधानसभा अध्यक्ष द्वारा नामित 13 आम आदमी पार्टी व एक भाजपा के विधायक के साथ दिल्ली के सभी लोकसभा व राज्यसभा सदस्यों की भी भूमिका अहम होगी। वैसे, चुनाव परिणाम बाद से भाजपा में महापौर चुनाव को लेकर उहापोह की स्थिति थी। पहले वरिष्ठ पदाधिकारियों द्वारा चुनाव लड़ने की बात कहीं गई थी, फिर असमंजस की स्थिति देखी गई।

आखिरकार पार्टी ने इस चुनावी अखाड़े में भी प्रत्याशी उतारने का फैसला किया है। आम आदमी पार्टी ने महापौर पद के लिए शैली ओबराय व उपमहापौर के लिए आले मोहम्मद इकबाल के नाम की घोषणा पहले ही कर दी है। वैसे, जीते महापौर का कार्यकाल महज तीन माह का ही होगा, क्योंकि एमसीडी एक्ट के अनुसार चुनाव की यह प्रक्रिया फिर अप्रैल माह में दोहराई जाएगी। एक्ट के अनुसार निगम की पहला महापौर महिला होंगी।