दिल्ली की खस्ताहाल सड़कों को लेकर मेयर ने जताई नाराजगी, एमसीडी आयुक्त को चिट्ठी लिखकर दिए ठीक करने के आदेश
दिल्ली की सड़कों की खराब हालत को लेकर एमसीडी मेयर डॉ. शैली ओबेराय ने नाराजगी जताई है। उन्होंने एमसीडी आयुक्त को सड़कों के रखरखाव और निर्माण कार्य से जुड़ी परियोजनाओं की जानकारी दो दिन के अंदर साझा करने का निर्देश दिया है। साथ ही उन्होंने वित्त वर्ष 2024-25 में सड़क परियोजनाओं के लिए आवंटित बजट कुल खर्च और शेष धनराशि की एक विस्तृत रिपोर्ट भी मांगी है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। महापौर डॉ. शैली ओबेराय ने सड़कों की सही देखभाल न होने पर कड़ी नाराजगी जताई है। उन्होंने एमसीडी आयुक्त को सड़कों के रखरखाव और निर्माण कार्य से जुड़ी परियोजनाओं की जानकारी दो दिन के अंदर साझा करने का सख्त निर्देश दिया है। साथ ही वित्त वर्ष 2024-25 में सड़क परियोजनाओं के लिए आवंटित किए गए बजट, कुल खर्च और शेष धनराशि की एक विस्तृत रिपोर्ट भी मांगी है।
उन्होंने पूछा है कि एमसीडी सड़कों के रखरखाव या निर्माण कार्य के लिए किसी भी बजट हेड से पैसा खर्च नहीं किया गया है तो इसका कारण बताएं। चालू वित्त वर्ष में उन्होंने महापौर विवेकाधीन निधि से कई सड़क परियोजनाओं को मंजूरी दी है। उनमें से प्रत्येक सड़क परियोजना के कार्यान्वयन की स्थिति को परियोजनावार साझा करें।
गड्ढों के कारण सड़क हादसों का खतरा भी बढ़ा
इस संबंध में उन्होंने आयुक्त को पत्र लिखा है। पत्र में महापौर ने कहा है कि दिल्ली की अधिकांश कॉलोनियों में एमसीडी की सड़कें बहुत खराब हालत में हैं। उससे न केवल दिल्ली के निवासियों को आने-जाने में दिक्कत हो रही है, बल्कि गड्ढों के कारण सड़क हादसों का खतरा भी बढ़ गया है। टूटी सड़कों के चलते सड़क पर धूल भी बढ़ रही है, जो दिल्ली में वायु प्रदूषण का एक बड़ा कारण है।सड़कों के रखरखाव और निर्माण के नियमित काम नहीं हो रहे
एमसीडी की सड़कों के रखरखाव और निर्माण के नियमित काम भी समय पर नहीं किए जा रहे हैं। यह बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। महापौर ने कहा है कि एमसीडी ने सड़कों के रखरखाव के लिए एक हजार करोड़ रुपये और महापौर के विवेकाधीन कोष के तहत 500 करोड़ रुपये का बजट आवंटित कर रखा है, जिसे चालू वित्त वर्ष 2024-25 में एमसीडी सड़कों के सुधार के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।
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