दिल्ली में जल्द चुनाव कराने की अपील के क्या हैं मायने, केजरीवाल करेंगे विधानसभा भंग करने की सिफारिश?
Arvind Kejriwal News अरविंद केजरीवाल मंगलवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देंगे। कल ही नए मुख्यमंत्री की घोषणा की जाएंगी क्योंकि विधायक दल की बैठक भी कल होनी है। केजरीवाल शाम साढ़े चार बजे एलजी से मिलकर उन्हें इस्तीफा सौपेंगे। इस्तीफे की घोषणा करते हुए उन्होंने दिल्ली में नवंबर में ही विधानसभा चुनाव कराने की मांग की थी। उनकी इस मांग के कई मायने निकाले जा रहे हैं।
इस्तीफे की घोषणा के बाद की थी ये मांग
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने रविवार को पार्टी कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में इस्तीफा देने की घोषणा की थी। उसी कार्यक्रम में केजरीवाल ने कहा था कि फरवरी में दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं, मगर उन्होंने मांग की थी कि चुनाव महाराष्ट्र के साथ समय से पहले नवंबर में ही करा दिए जाने चाहिए।2013 वाली दोबारा गलती नहीं करेगी AAP
आप के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने 2013 में सरकार से इस्तीफ दे दिया था, वह गलती अब दोबारा नहीं करेगी। आप अगर इस बार भी ऐसा करती तो विपक्ष आरोप लगाता कि हम सरकार से भाग रहे हैं। इस वजह से आम आदमी पार्टी ने विधानसभा भंग करने का फैसला नहीं लिया है।तुरंत की जगह, दो दिन बाद इस्तीफा देना क्यों चुना?
अगर जनता बैठाएगी कुर्सी पर तो...
उन्होंने कहा कि हम सरकार से नहीं भाग रहे हैं, अरविंद केजरीवाल अपनी मुख्यमंत्री की कुर्सी का त्याग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने कहा है कि अगर जनता वापस बिठाएगी और कहेगी कि मेरा बेटा ईमानदार है तो बैठ जाऊंगा वरना अपने घर चला जाऊंगा।ये भी पढ़ें- Arvind Kejriwal Resign: कौन संभालेगा दिल्ली की सत्ता? कल AAP विधायक दल की बैठक; CM का नाम होगा फाइनलक्या कहते हैं विशेषज्ञ
नियम यह कहता है कि विधानसभा भंग करने के लिए दिल्ली कैबिनेट पहले फैसला लेगी, इसके बाद एलजी के पास कैबिनेट की सिफारिश भेजी जाएगी। एलजी उस पर फैसला लेकर फाइल राष्ट्रपति को भेजते हैं। राष्ट्रपति की मुहर लगने के बाद विधानसभा भंग हो सकती है, जो दिल्ली के परिप्रेक्ष्य में नजर नहीं आता है। आम आदमी पार्टी इस माहौल में विधानसभा भंग करने की सिफारिश नहीं करेगी। -एस के शर्मा, दिल्ली विधानसभा के पूर्व सचिव