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दिल्ली पुलिस ने मेट्रो में पाई कई खामियां, DMRC से हाई डेफिनेशन सीसीटीवी कैमरे लगाने को कहा

दिल्ली मेट्रो में बढ़ते अपराधों के मद्देनजर मेट्रो पुलिस ने सुरक्षा ऑडिट कराया है। ऑडिट में कई खामियां पाई गई हैं जिनमें सीसीटीवी कवरेज की कमी ब्लैक स्पॉट प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर की कमी और पेड़ों की कटाई-छंटाई का अभाव शामिल है। मेट्रो पुलिस ने डीएमआरसी को पत्र लिखकर इन खामियों को जल्द से जल्द दूर करने के लिए कहा है।

By Rakesh Kumar Singh Edited By: Sonu Suman Updated: Mon, 09 Sep 2024 05:15 PM (IST)
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मेट्रो पुलिस ने DMRC से हाई डेफिनेशन सीसीटीवी कैमरे लगाने को कहा।

राकेश कुमार सिंह, नई दिल्ली। राजधानी में आबादी बढ़ने के साथ-साथ दिल्ली मेट्रो रेल कार्पोरेशन (डीएमआरसी) मेट्रो स्टेशनों का विस्तार तो करती जा रही है, लेकिन मेट्रो परिसरों में सुरक्षा के बाबत अधिक ध्यान नहीं दे रही है, जिससे मेट्रो परिसरों में यात्रियों के साथ दिन प्रतिदिन आपराधिक वारदातें बढ़ने लगी हैं। अपराध बढ़ने के कारणों का पता लगाने के लिए मेट्रो पुलिस द्वारा हाल में कराए गए सुरक्षा ऑडिट में विभिन्न तरह की खामियां पाई गई।

मेट्रो पुलिस के विशेष आयुक्त रोबिन हिब्बू ने इसे दूर करने के लिए डीएमआरसी को पत्र लिख मेट्रो परिसरों के बाहर की तरफ भी जल्द से जल्द हाई डेफिनिशन सीसीटीवी कैमरे लगाने के अलावा, निजी सुरक्षा गार्डों की तैनाती और अंधेरे वाले जगहों पर पर्याप्त लाइटें लगाने का अनुरोध किया गया है।

परिसर के बाहर लाइट नहीं रहने से बढ़ रहे अपराध

पत्र में कहा गया है कि कई मेट्रो स्टेशन परिसर में बाहर की तरफ बिजली की व्यवस्था न होने के कारण रात के समय अंधेरा पसरा रहता है, जिस कारण अपराधी, यात्रियों के साथ लूटपाट, झपटमारी, चोरी व महिलाओं के साथ छेड़खानी की वारदात को अंजाम देकर आसानी से फरार होने में कामयाब हो जाते हैं। पत्र में यह भी कहा गया है कि पहले भी कई बार मेट्रो पुलिस की ओर से इस तरह का सुझाव दिया गया है लेकिन सुरक्षा के मसले पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता है।

खालिस्तानी नारे लिखे जाने से खामियां उजागर

हाल के वर्षों में मेट्रो की दीवारों पर खालिस्तानी नारे लिखे जाने के मामले ने डीएमआरसी के सुरक्षा ढांचे में खामियों को उजागर किया है। सुरक्षा आडिट में कई गंभीर कमियों की पहचान की गई हैं। सीसीटीवी कवरेज अपर्याप्त हैं, मेट्रो ट्रैकों पर कई जगहों पर ब्लैक स्पाट यानी वहां अंधेरा पसरा रहता है। ऐसे में परिसर के चारों तरफ, पार्किंग में व साइड ट्रैक सहित चिह्नित किए गए संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त हाई डेफिनिशन सीसीटीवी कैमरे लगाने को कहा गया है।

हर मेट्रो स्टेशन पर प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर लगाने की मांग

मेट्रो स्टेशनों पर रेल के सामने छलांग लगा यात्री खुदकुशी कर लेते हैं। कुछ ही मेट्रो स्टेशनों पर प्लेटफार्म स्क्रीन डोर लगे हुए हैं। इसके लगे होने से यात्री रेल के सामने छलांग नहीं लगा सकते हैं। इस तरह की व्यवस्था हर मेट्रो स्टेशन पर करने के लिए फिर से कहा गया है। यात्रियों के जीवन की सुरक्षा के लिए प्लेटफार्म स्क्रीन डोर लगाना बहुत अनिवार्य है।

पेड़ों की कटाई-छंटाई पर भी ध्यान देने की अपील

मेट्रो परिसरों और ट्रैकों के किनारे लगे पेड़ों की कटाई छंटाई पर भी ध्यान देने को कहा गया है। परिसर की सुरक्षा के लिए दीवारों पर कंटीले तार व लोहे की ग्रिल लगाने व मरम्मत के लिए नियमित निरीक्षण करने को कहा गया है। मेट्रो ट्रैकों व यार्ड पर विशेष रूप से रात के समय अतिरिक्त सुरक्षा गार्ड तैनात करने को कहा गया।

दिल्ली-एनसीआर में कुल 288 मेट्रो स्टेशन हैं, जिनमें 256 मेट्रो स्टेशन दिल्ली में हैं। इनमें 192 स्टेशन अधिसूचित हो चुके हैं। जिनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी मेट्रो पुलिस के जिम्मे है। अन्य मेट्रो स्टेशन जो अधिसूचित नहीं हैं उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी स्थानीय थाना पुलिस के जिम्मे हैं। दिल्ली में कुल 16 मेट्रो थाने हैं, आरआरटीएस मेट्रो के पांच नए थाने और बनने हैं।

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