दिल्ली में दिल दहला देने वाली वारदात, पहले पिस्टल दिखाकर नाबालिग से किया दुष्कर्म, फिर पांचवीं मंजिल से फेंका
राजधानी दिल्ली से दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। द्वारका नॉर्थ थाना इलाके में एक लड़के ने पिस्टल दिखाकर नाबालिग से दरिंदगी की। इसके बाद भी मन नहीं भरा तो नाबालिग को पांचवीं मंजिल से नीचे फेंक दिया। उसे घायल हालत में अस्पताल ले जाया गया। मामले में पुलिस पीड़िता का बयान दर्ज कर जांच कर रही है।
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली। द्वारका नॉर्थ थाना इलाके में नाबालिग लड़की से पिस्टल के बल पर पहले दुष्कर्म करने व फिर पांचवीं मंजिल से फेंकने का मामला सामने आया है। नाबालिग का अस्पताल में इलाज चल रहा है। पुलिस नाबालिग का बयान दर्ज कर मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है।
लड़की के पिता ने बताया कि वह कबाड़ी का काम करते हैं और पत्नी व चार बच्चों के साथ द्वारका नॉर्थ थाना इलाके में रहते हैं। वह किसी काम से दिल्ली से बाहर गए थे। जब वह वापस लौटे तो उन्हें पता चला कि उनकी बेटी अस्पताल में है। उन्होंने आरोप लगाते हुए बताया कि घायल बेटी ने उन्हें बताया कि रविवार शाम को वह घर के बाहर थी।
चिल्लाने पर नाबालिग को पांचवीं मंजिल से फेंका
इस दौरान एक लड़का वहां पर आया। वह पिस्टल दिखाकर उसे पास की इमारत की पांचवीं मंजिल पर लेकर गया और वहां पर पिस्टल के बल पर उसके साथ गलत काम किया। जब वह चिल्लाने लगी तो उसे पांचवीं मंजिल से नीचे फेंक दिया और वहां से फरार हो गया।घायल नाबालिग को आसपास के लोग अस्पताल लेकर गए। वहां पर उसका इलाज चल रहा है। पुलिस ने मामले में पीड़िता के बयान दर्ज कर लिए हैं। पुलिस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है। रोती-बिलखती मां ने मंगलवार देर रात को बताया कि उसकी बेटी अपने ढाई वर्षीय भाई के साथ घर के बाहर बिल्ली के बच्चे के साथ खेल रही थी।
इस दौरान आरोपित उसे पिस्टल के बल पर छत पर लेकर गया। उसने आरोपित से बचने की कोशिश की, लेकिन वह वहां से भाग नहीं पाई। उसने ऊपर से चप्पल भी फेंकी, लेकिन जब तक उसकी मां इमारत की दूसरी मंजिल पर पहुंच पाती, उनकी बेटी को आरोपित ने छत से फेंक दिया था।
पहले भी हुआ था सामूहिक दुष्कर्म
महिला ने बताया कि उनकी बेटी से कुछ समय पहले सामूहिक दुष्कर्म किया गया था। इस दौरान दो लड़कों ने दुष्कर्म किया था व तीसरे ने वीडियो बनाया था। इस मामले में तीनों को पुलिस ने पकड़कर जेल भेज दिया था। जेल से बाहर आने के बाद वे लड़के उनकी बेटी पर बयान बदलने को लेकर दबाव बना रहे थे। उसके कोचिंग सेंटर भी वह पहुंच रहे थे।
उन्होंने संभावना जताई कि उसी मामले को लेकर उनकी बेटी को फेंक दिया गया। नाबालिग की मां ने आरोप लगाया है कि घायल को पहले एक अस्पताल ले जाया गया। इसके बाद उसे डीडीयू अस्पताल लेकर गए। यहां पर महिला पुलिस कर्मी व मजिस्ट्रेट उनका बयान लेने के लिए आए थे। बयान लेने के बाद वह चले गए।उन्होंने आरोपित लगाया कि छत से गिरने से उनकी बेटी को मुंह-हाथ पैर समेत कई जगह फ्रैक्चर हो गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि उसका यहां पर ठीक से इलाज नहीं हो रहा है। उसने गुहार लगाई कि अगर उनकी बेटी का ठीक तरह से इलाज नहीं हुआ तो वह नहीं बच पाएगी।
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