बदमाशों की दिल्ली पुलिस को खुली चुनौती, पहले पश्चिम विहार बाद में छावला में अंधाधुंध चलाई गोलियां
Delhi Firing Case दिल्ली में आज दो जगहों पर फायरिंग की घटना सामने आई। जिनमें पहली घटना पश्चिम विहार की है जबकि दूसरी छावला की है। यहां पर बदमाशों ने जमकर गोलियां चलाईं। शूटरों का मकसद किसी को जान से मारने का नहीं था बल्कि डराने का था। पुलिस को दोनों घटना में किसी एक गिरोह के ही शामिल होने का शक है। फिलहाल जांच जारी है।
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली। दिल्ली में बुधवार को पहले पश्चिम विहार और फिर छावला में बदमाशों ने जमकर गोलियां चलाईं। गनीमत यह रही कि दोनों जगहों पर गोलियों की जद में कोई व्यक्ति नहीं आया। बदमाशों के तौर तरीके से यह साफ जाहिर हो रहा था कि किसी को मारना या घायल करना नहीं बल्कि कारोबारियों में मन भय पैदा कर उनसे रंगदारी वसूलना था।
दोनों जगहों पर वारदात में बाइक सवार तीन बदमाश शामिल थे, इससे दोनों घटनाओं के पीछे एक ही गिरोह के बदमाश के हाथ होने की आशंका है। प्राथमिक जांच के आधार पर पुलिस का पहला शक नंदू गिरोह पर है। पश्चिम विहार वेस्ट व छावला थाना पुलिस दोनों मामलों की जांच में जुटी है। अभी तक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
पश्चिम विहार में पहले चली गोली
गोली चलने का मामला पहले पश्चिम विहार में सामने आया। पश्चिम विहार वेस्ट थाना पुलिस को दिन में दिन में 2.30 बजे मीरा बाग स्थित राजमंदिर हाइपर मार्केट पर गोली चलने की सूचना मिली। मौके पर करीब आठ राउंड गोली चलाई गई।इसमें अधिकांश गोली शीशे के दरवाजे पर जाकर लगी। छानबीन में पता चला कि गोली चलाने वाले बदमाश बाइक पर आए थे। तीन बदमाश थे, जिसमें दो ने चेहरे छिपाए थे। गोली चलाने के बाद बदमाश मौके से फरार हो गए।
घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि जब बदमाश गोली चला रहे थे, तब कई लोग हाइपर मार्केट में मौजूद थे। अंदर जब लोगाें को पता चला कि दुकान पर गोलियां चलाई जा रही हैं, तो अंदर अफरातफरी मच गई।
लोगों को जहां मौका मिला, उन्होंने छिपने की पूरी कोशिश की। कुछ लोग काउंटर तो कुछ लोगों ने रैक के पीछे छिपकर गोली की जद में आने से बचने की कोशिश की।
दिल्ली के मीरा बाग में हुई ताबड़तोड़ फायरिंग, जागरण।छानबीन में पुलिस को पता चला कि इस प्रतिष्ठान के कारोबारी से दो दिन पूर्व नंदू गिरोह के नाम पर पांच करोड़ की रंगदारी मांगी गई थी। कारोबारी ने इसकी शिकायत थाने में की थी, जिसके बाद प्राथमिकी हुई। प्राथमिकी होने के बाद अगले ही दिन बदमाशों ने गोली चलाकर न सिर्फ कारोबारी बल्कि पुलिस को भी चुनौती दे डाली।उधर इस मामले में पुलिस का कहना है कि गोलियां हवा में चलाई गईं। घटना के बाद मौके पर जिला पुलिस उपायुक्त सहित तमाम अधिकारी पहुंची और आरोपितों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगालना शुरू किया। फोरेंसिक टीम ने मौके से साक्ष्य एकत्रित किए।
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