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8 साल बाद मृत मिला टैटू गर्ल नीतू सोलंकी का ब्वॉयफ्रेंड, लिव इन पार्टनर का किया था मर्डर

राजू आठ साल तक गुरुग्राम में छिपकर रह रहा था। इसकी भनक न तो दिल्ली पुलिस और न ही गुरुग्राम पुलिस को लगी। हाईटेक दिल्ली पुलिस उसे जीवित रहते नहीं ढूंढ़ पाई।

By JP YadavEdited By: Updated: Thu, 27 Jun 2019 08:33 AM (IST)
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8 साल बाद मृत मिला टैटू गर्ल नीतू सोलंकी का ब्वॉयफ्रेंड, लिव इन पार्टनर का किया था मर्डर

नई दिल्ली/गुरुग्राम [राकेश कुमार सिंह]। आठ साल पहले (2011) बहुचर्चित टैटू गर्ल नीतू सोलंकी हत्याकांड में फरार आरोपित ब्वॉयफ्रेंड राजू गहलोत बुधवार को गुरुग्राम के एक अस्पताल में मृत मिला। गुर्दा खराब होने पर वह पारस अस्पताल में भर्ती था। उद्योग विहार (गुरुग्राम) स्थित कोचर इन्फोटेक में नाम बदलकर सुपरवाइजर की नौकरी कर रहा था। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को सूचना मिली थी कि वह पारस अस्पताल में भर्ती है। इंस्पेक्टर रितेश कुमार की टीम जब राजू को गिरफ्तार करने पहुंची तो पता चला कि उसकी मौत हो गई है। राजू पर दिल्ली पुलिस ने दो लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। मीडिया ट्रायल होने पर दिल्ली पुलिस ने उसे दबोचने के लिए कई साल प्रयास किए।पुलिस का दावा था कि वह नेपाल के रास्ते विदेश भाग गया है।

वर्ष 2011 में नई दिल्ली रेलवे स्टेशन परिसर में काले रंग के सूटकेस में नीतू सोलंकी का शव मिला था। टैटू से पहचान के बाद पुलिस ने उसके प्रेमी राजू गहलोत को आरोपित बनाया था। उसके खिलाफ लुकआउट सकरुलर जारी किया गया। राजू एयर इंडिया का पूर्व कर्मी था और उसने फ्रेंच भाषा में डिप्लोमा भी कर रखा था।

वह गुरुग्राम में रोहन दहिया के नाम से रह रहा था। उसकी तलाश के लिए दिल्ली पुलिस ने उसके घर के सभी सदस्यों, रिश्तेदारों व दोस्तों के मोबाइल फोन को सर्विलांस पर लगा रखे थे, लेकिन सफलता नहीं मिल रही थी। कुछ दिन पहले दिल्ली पुलिस ने दावा किया था कि मामला सुलझने वाला है, क्योंकि पश्चिम दिल्ली में रहने वाली एक युवती ने पुलिस को राजू के बारे में सुराग दिया था।

बताया जा रहा है कि वारदात वाले दिन नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर वह युवती भी राजू के साथ गई थी। क्राइम ब्रांच उस युवती पर कई महीने से नजर रख रही थी। राजू नीतू की हत्या से पहले से उस युवती के संपर्क में था। उसने हत्या वाली रात भी उस युवती से बात की थी। चश्मदीदों ने पुलिस को बताया था कि रेलवे स्टेशन के बाहर पार्किंग एरिया में बैग रखने के दौरान राजू के साथ एक युवती भी थी।

राजू के साथ रह रही थीं लिव इन में, चुनाव भी लड़ा था

नीतू आश्रम इलाके में राजू के साथ लिव इन में में रहती थीं। दोनों एक ही गोत्र व एक ही गांव नवादा के रहने वाले थे। दोनों के घर वाले शादी के लिए तैयार नहीं थे, इसलिए उन्होंने घर छोड़कर पहले हरि नगर और फिर आश्रम में रहना शुरू किया था। उन्होंने घर वालों को बताया था कि वे विदेश जा रहे हैं, लेकिन दिल्ली में ही छिपकर रह रहे थे। नीतू ने एमसीडी काउंसर का चुनाव भी लड़ा था।

आखिर जीवित रहते क्यों नहीं ढूंढ़ पाई दिल्ली पुलिस

राजू आठ साल तक गुरुग्राम में छिपकर रह रहा था। इसकी भनक न तो दिल्ली पुलिस और न ही गुरुग्राम पुलिस को लगी। हाईटेक दिल्ली पुलिस उसे जीवित रहते नहीं ढूंढ़ पाई, इससे पुलिस की कार्यशैली पर भी सवालिया निशान लगता है।

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