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इस सीजन देशभर में होंगी 38 लाख से ज्यादा शादियां, बरातियों संग झूमेगा बाजार; 4.74 लाख करोड़ के कारोबार का अनुमान

Weddings Session- इस मौसम में देशभर में 38 लाख से अधिक शादियाें तथा बाजार में 4.74 लाख करोड़ रुपये के आने का अनुमान है। पिछले साल इस अवधि में करीब 32 लाख शादियां हुई थी जिससे बाजार को 3.75 लाख करोड़ रुपये का व्यापार मिला था। इस सीजन के दौरान लगभग सात लाख शादियाें में औसत तीन लाख खर्च होगा।

By Nimish HemantEdited By: Shyamji TiwariUpdated: Tue, 21 Nov 2023 07:34 PM (IST)
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इस सीजन देशभर में होंगी 38 लाख से ज्यादा शादियां
नेमिष हेमंत, नई दिल्ली। शादियों के मौसम में बरातियों संग देशभर के बाजार भी झूमेंगे। देव उठनी एकादशी 23 नवंबर से शुरू होकर 15 दिसंबर तक के इस मौसम में देशभर में 38 लाख से अधिक शादियाें तथा बाजार में 4.74 लाख करोड़ रुपये के आने का अनुमान है। पिछले साल इस अवधि में करीब 32 लाख शादियां हुई थी, जिससे बाजार को 3.75 लाख करोड़ रुपये का व्यापार मिला था।

दिल्ली में इस दौरान चार लाख से अधिक जोड़ों के दाम्पत्य जीवन में बंधने तथा यहां के बाजार में लगभग 1.25 लाख करोड़ रुपये आने का अनुमान लगाया जा रहा है। वैसे, शादियों की खरीदारी दीपावली से ही जारी है। मुख्य तौर पर चांदनी चौक, करोलबाग, खारी बावली व सदर बाजार की चमक शादियों के मौसम में भी बरकरार रहने की उम्मीद है।

कन्फेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने देश के प्रमुख 30 व्यापारिक शहरी केंद्रों में वस्तुओं व सेवाओं के हितधारकों से विस्तृत चर्चा के बाद इस सीजन में 38 लाख से अधिक शादियों का अनुमान जताया है। कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल के अनुसार शादी की खरीदारी और विभिन्न सेवाओं के जरिए देशभर के बाजारों लगभग 4.74 लाख करोड़ रुपये का भारी प्रवाह होगा।

50 हजार शादियों का औसत खर्च एक करोड़ से अधिक

इस सीजन के दौरान लगभग सात लाख शादियाें में औसत तीन लाख खर्च होगा। इसी तरह आठ लाख शादियाें में प्रत्येक पर छह लाख रुपये से अधिक तथा 10 लाख शादियों में 10-10 लाख खर्च का अनुमान है। वहीं, सात लाख शादियाें में 15-15 लाख रुपये का खर्च होगा। इसी तरह पांच लाख विवाह में प्रत्येक पर 25 लाख रुपये का खर्च, जबकि 50 हजार शादियाें  में खर्च प्रत्येक पर 50 लाख रुपये होगा। वहीं, 50 हजार शादियां ऐसी होंगी जिसमें एक करोड़ रुपये या उससे अधिक खर्च होगा। कुल खर्च में 50 प्रतिशत खर्च शादी-ब्याह पर तथा वस्तुओं की खरीद-फरोख्त व सेवाओं पर 50 प्रतिशत खर्च होता है।

इसपर होगा खर्च

  • साड़ी, लहंगा और परिधान पर 10 प्रतिशत
  • आभूषण पर 15 प्रतिशत
  • इलेक्ट्रानिक्स, इलेक्ट्रिकल्स और उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुओं पर 5 प्रतिशत
  • सूखे मेवे, फल, मिठाई और नमकीन पर 5 प्रतिशत
  • खाद्यान्न, किराना और सब्जियों पर 5 प्रतिशत
उपहार वस्तुओं में 4 प्रतिशत और शेष 6 प्रतिशत अन्य विविध वस्तुओं पर। इसी तरह टेंट, आयोजन स्थल, यात्रा, बैंड समेत अन्य पर भी खर्च होंगे।

ये है शादियों का शुभ दिन

चांदनी चौक स्थित श्री सत्यनारायण मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित रमेश चंद शर्मा के अनुसार देव उठनी एकादशी 23 नवंबर से शादियों का सीजन शुरू हो रहा है। इस माह 23, 24, 27, 28 व 29 शादियों के लिए शुभ दिन है, जबकि दिसंबर में 3,4,6,7,8, 9 और 15 की तिथि विवाह का शुभ मुहुर्त है। उसके बाद, जनवरी के मध्य 16 जनवरी से शादियों का मुहुर्त आएगा। उनके अनुसार देव उठनी पर ही दिल्ली में 25 हजार से अधिक शादी होगी।

पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष शादियों के मौसम में 25 प्रतिशत से अधिक बिक्री में बढ़ोत्तरी का अनुमान है। खासकर लहंगा चुनरी, साड़ी, गर्म सूट, शेरवानी, कोट-पैंट समेत अन्य की मांग खूब है। यह इसलिए क्योंकि पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष शादियों की तिथियां अधिक हैं। -श्रीभगवान बंसल, महासचिव, दिल्ली हिंदुस्तानी मर्केंटाइल एसोसिएशन

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