Delhi CM House: केजरीवाल के बंगले की मरम्मत और सजावट में खर्च हुए 44.78 करोड़, BJP ने घेरा; AAP का भी पलटवार
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है कि आम आदमी पार्टी के आम सीएम अरविंद केजरीवाल ने नियमों का उल्लंघन कर अपने सरकारी आवास व कैंप कार्यालय की मरम्मत व सजावट पर दो वर्ष में 44.78 करोड़ रुपये खर्च कर दिए।
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है कि आम आदमी पार्टी के आम सीएम अरविंद केजरीवाल ने नियमों का उल्लंघन कर अपने सरकारी आवास व कैंप कार्यालय की मरम्मत व सजावट पर दो वर्ष में 44.78 करोड़ रुपये खर्च कर दिए। उन्होंने एक वीडियो संदेश में कहा कि यह खर्च उस समय किया गया, जब कोरोना काल में सितंबर 2020 से दिसंबर 2021 तक दिल्ली के लोग जीवन बचाने के लिए संघर्ष कर रहे थे। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने उपराज्यपाल वीके सक्सेना से इसकी जांच कराने व मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग की है।
सचदेवा ने कहा कि कोरोना काल में अस्पतालों में दवा व आक्सीजन नहीं मिल रहा था, लोग मर रहे थे। धन की कमी के कारण दिल्ली सरकार ने जरूरी काम भी रोक दिए थे, लेकिन उस समय मुख्यमंत्री आवास को सजाने के लिए बड़ी धनराशि खर्च की जा रही थी।
90 लाख पर्दे में लगवाए, 6 करोड़ मार्वल में
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने अपने घर में 90 लाख के पर्दे लगवाएं हैं, छह करोड़ के विलायती मार्बल लगवाए हैं, जो वियतनाम से आए हैं। किचन बनाने में एक करोड़ से ज्यादा खर्च किया है और जो दरवाजे लगे हैं उनकी कीमत भी 11 करोड़ से ज्यादा है। ये दिल्ली की जनता का पैसा है, जिसे बर्बाद किया गया है।
महंगी कारों और काफिला के साथ चलते हैं
मंगलवार को प्रेस वार्ता में बिधूड़ी ने कहा कि सत्ता में आने पर बंगला, गाड़ी व सुरक्षा न लेने की बात करने वालों की सच्चाई सामने आ गई है। वह महंगी कारों में और 28 वाहनों के काफिले के साथ चलते हैं। उनकी सुरक्षा में 106 सुरक्षाकर्मी तैनात हैं।
दिल्ली पुलिस के साथ पंजाब पुलिस भी सुरक्षा दे रही है। दूसरी तरफ सरकार द्वारा वित्तपोषित कालेज के शिक्षकों, दिल्ली परिवहन निगम व जल बोर्ड के कर्मचारियों और मोहल्ला क्लीनिक के डाक्टरों को समय पर वेतन नहीं मिल रहा है। भाजपा इस मुद्दे को लेकर आंदोलन करेगी।
भाजपा कर रही है घिनौनी राजनीतिः आप
आम आदमी पार्टी (AAP) ने मुख्यमंत्री के नए आवास को लेकर भाजपा के आरोपों पर पलटवार करते हुए इसे ओछी और घिनौनी राजनीति बताया है। आप का कहना है कि मुख्यमंत्री आवास कोई निजी संपत्ति नहीं है, बल्कि यह दिल्ली सरकार से आवंटित आवास है। 80 साल पुराने जर्जर आवास में रहना मुख्यमंत्री और उनके परिवार के लिए खतरे से खाली नहीं था।