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मां होना किसी भी महिला के लिए उपलब्धि, फिटनेस को लेकर रहें सजग : मंदिरा बेदी

अपना अनुभव साझा करते हुए मंदिरा बेदी ने कहा कि मैं 39 की उम्र में मां बनी क्योंकि मैं अपने कैरियर को लेकर व्यस्त थी। आमतौर पर महिलाएं सोचती हैं कि मां बनने के बाद उनके कैरियर पर ब्रेक लग जाएगा पर ऐसा नहीं है।

By Prateek KumarEdited By: Updated: Sat, 07 May 2022 08:45 PM (IST)
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मातृत्व दिवस के उपलक्ष्य में शनिवार को द्वारका सेक्टर-6 स्थित मणिपाल अस्पताल में कार्यक्रम का आयोजन हुआ।
नई दिल्ली [मनीषा गर्ग]। मातृत्व दिवस के उपलक्ष्य में शनिवार को द्वारका सेक्टर-6 स्थित मणिपाल अस्पताल में कार्यक्रम का आयोजन हुआ। जिसमें फिल्म अभिनेत्री मंदिरा बेदी बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रही। कार्यक्रम में मौजूद महिलाओं को संबोधित करते हुए मंदिरा बेदी ने कहा कि मां बनना एक महिला के लिए जीवन का सबसे सुखद अनुभव है। मां होना किसी भी महिला के लिए उपलब्धि से कम नहीं। एक गर्भवती महिला के जीवन में समय-समय पर कई तरह के बदल आते है, पर हम मां को नियमित रूप से स्वास्थ्य जांच, व्यायाम, उचित आहार और मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए।

फिटनेस को लेकर तनाव में ना रहने की सलाह

अपना अनुभव साझा करते हुए मंदिरा बेदी ने कहा कि मैं 39 की उम्र में मां बनी, क्योंकि मैं अपने कैरियर को लेकर व्यस्त थी। आमतौर पर महिलाएं सोचती हैं कि मां बनने के बाद उनके कैरियर पर ब्रेक लग जाएगा, पर ऐसा नहीं है। इसलिए मां बनने के लिए ज्यादा इंतजार न करें। मंदिरा बेदी ने बताया कि मां बनने के बाद महिलाएं अपनी फिटनेस को लेकर हमेशा तनाव में रहती है। पर मैंने मां बनने के 41 दिन बाद से अपनी फिटनेस पर काम शुरू कर दिया था और छह माह के भीतर 17 किलोग्राम वजन कम किया।

फिटनेस को लेकर रहें सजग

गर्भावस्था के समय से ही महिलाओं को अपनी फिटनेस को लेकर सजग रहना चाहिए। असल में यह एक ऐसा समय भी होता है जिसके बाद एक महिला के शरीर में कई बदलाव आते है और कई महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियाें से भी जूझना पड़ता है। इसलिए जरूरी है कि महिलाओं को अपने जीवन के हर चरण में अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देना चाहिए। परिवार व कामकाज के बीच अपने स्वास्थ्य को दरकिनार करना गलत है। वहीं, मां बनने के बाद एक कामकाजी महिला के जीवन में जिम्मेदारियां बढ़ जाती है।

नियमित स्वास्थ्य जांच को लेकर रहें जागरूक

कामकाज के साथ परिवार व बच्चे की देखभाल किसी चुनौती से कम नहीं, ऐसी स्थिति में परिवार की अहमियत बढ़ जाती है। वहीं अस्पताल के निदेशक रमन भास्कर ने कहा कि मातृत्व दिवस सभी माताओं के सम्मान में एक विशेष दिन है। गर्भावस्था महिलाओं के जीवन में एक महत्वपूर्ण चरण है। इस मातृत्व दिवस पर अस्पताल प्रशासन का लक्ष्य है कि वह महिलाओं को नियमित स्वास्थ्य जांच के लिए जागरूक करें। इस दौरान महिला रोग विशेषज्ञ डा. लीना एन श्रीधर व बाल रोग विशेषज्ञ डा. विकास तनेजा भी उपस्थित रहे।

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