Delhi: कोचिंग सेंटरों की इमारतों का अग्नि सुरक्षा ऑडिट रिपोर्ट तैयार, आज दिल्ली हाईकोर्ट में की जाएगी दाखिल
दिल्ली अग्निशमन विभाग ने 383 कोचिंग सेंटरों की इमारतों का सर्वे किया है। मुखर्जी नगर करोलबाग लक्ष्मी नगर जनकपुरी कालू सराय और साउथ एक्सटेंशन में इमारतों का सर्वे किया गया। अग्निशमन विभाग के सूत्रों ने बताया कि चूंकि 15 मीटर से कम ऊंचाई वाली इमारत दिल्ली फायर सेफ्टी एक्ट के अंतर्गत नहीं आती हैं इसलिए 15 मीटर से ऊंची इमारतों का सर्वे किया गया है।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली अग्निशमन विभाग ने कोचिंग सेंटरों की इमारतों का अग्नि सुरक्षा ऑडिट रिपोर्ट तैयार कर ली है।
विभाग ने दिल्ली के पांच जगहों मुखर्जी नगर, करोलबाग, लक्ष्मी नगर, जनकपुरी, कालू सराय और साउथ एक्सटेंशन में 383 इमारतों का सर्वे किया है, जिनमें कोचिंग सेंटर संचालित हो रहे हैं। विभाग के सूत्रों का कहना है कि अधिकतर इमारतें अग्नि सुरक्षा के लिहाज से खतरनाक हैं।
कोचिंग सेंटर में आग से 60 से अधिक छात्र हुए थे घायल
इस रिपोर्ट को सोमवार को विभाग दिल्ली हाईकोर्ट में सौंपेगा। 15 जून को मुखर्जी नगर में कोचिंग सेंटर में आग लगने से 60 से अधिक छात्र घायल हुए थे। इस घटना पर हाई कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए दिल्ली के कोचिंग सेंटरों में अग्नि सुरक्षा को लेकर दिल्ली अग्निशमन विभाग से ऑडिट रिपोर्ट मांगी थी।
दिल्ली अग्निशमन विभाग के सूत्रों ने बताया कि अधिकतर इमारतों में अग्नि सुरक्षा के उपकरण तो थे, लेकिन उनकी स्थिति ऐसी नहीं थी कि आपात स्थिति में उसका इस्तेमाल किया जा सके।
विभाग के अधिकारियों ने यह स्पष्ट नहीं बताया है कि सर्वे के दौरान कितनी इमारतों में अग्नि सुरक्षा के मामले में खामियां पाई गई, लेकिन यह बताया जा रहा है कि अधिकांश इमारतों में अग्नि सुरक्षा की खामियां पाई गई हैं।
हजारों कोचिंग सेंटर सर्वं के दायरे में नहीं आए...
अग्निशमन विभाग के सूत्रों ने बताया कि चूंकि 15 मीटर से कम ऊंचाई वाली इमारत दिल्ली फायर सेफ्टी एक्ट के अंतर्गत नहीं आती हैं, इसलिए 15 मीटर से ऊंची इमारतों का सर्वे किया गया है।
15 मीटर से अधिक ऊंचाई वाली इमारतों को ही फायर सेफ्टी एक्ट में रखा गया है। ऐसे में सर्वे इन्हीं इमारतों का किया गया। दिल्ली में अधिकतर कोचिंग सेंटर 15 मीटर से कम की ऊंचाई वाली इमारतों में संचालित हो रहे हैं।
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