फोर्टिस की बोली से पीछे हटा मुंजाल-बर्मन परिवार, कंपनी को मिली हैं बाध्यकारी बोलियां
फोर्टिस की बिक्री में कई उतार-चढ़ाव आए हैं। नकदी संकट से जूझ रही कंपनी के लिए सबसे पहले मनीपाल-टीपीजी ने मिलकर 23 मार्च, 2018 को बोली लगाई थी।
By Amit MishraEdited By: Updated: Tue, 03 Jul 2018 10:39 PM (IST)
नई दिल्ली, प्रेट्र। फोर्टिस हेल्थकेयर के लिए मलेशिया की आइएचएच हेल्थकेयर और मनीपाल-टीपीजी ने बाध्यकारी बोलियां जमा कराई हैं। वहीं मुंजाल-बर्मन परिवार ने बोली से हाथ खींच लिया है। पहले लगाई गई बोली में मुंजाल-बर्मन परिवार का गठजोड़ दौड़ में सबसे आगे था।
कंपनी ने विस्तृत जानकारी नहीं दीफोर्टिस हेल्थकेयर ने रेगुलेटरी फाइलिंग में बताया कि नए सिरे से लगाई गई बोली में कंपनी को बाध्यकारी बोलियां मिली हैं। निदेशक बोर्ड को तीन जुलाई को बोलियां मिलीं। सलाहकारों से विमर्श के बाद बोर्ड इन बोलियों का आकलन करेगा। हालांकि कंपनी ने कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी। सूत्रों के मुताबिक, बोली की आखिरी तारीख यानी तीन जुलाई तक मुंजाल-बर्मन परिवार की तरफ से बोली नहीं मिली।
1,500 करोड़ रुपये का निवेश29 मई को फोर्टिस के बोर्ड की ओर से बोली के लिए तय शर्तों के मुताबिक, दावेदार को प्रेफरेंशियल अलॉटमेंट के जरिये फोर्टिस हेल्थकेयर में कम से कम 1,500 करोड़ रुपये का निवेश करना होगा। इसके अलावा आरएचटी हेल्थ ट्रस्ट के अधिग्रहण की फंडिंग के लिए और डायग्नोस्टिक शाखा एसआरएल के प्राइवेट इक्विटी निवेशकों को बाहर निकलने का मौका देने के लिए भी योजना पेश करनी होगी।
दावेदारों ने अपनी बोलियों में बदलाव भी कियाअब तक फोर्टिस की बिक्री में कई उतार-चढ़ाव आए हैं। नकदी संकट से जूझ रही कंपनी के लिए सबसे पहले मनीपाल-टीपीजी ने मिलकर 23 मार्च, 2018 को बोली लगाई थी। इसके बाद फोर्टिस के बोर्ड ने 3,900 करोड़ रुपये के इस सौदे में मनीपाल हॉस्पिटल्स और टीपीजी कैपिटल के हाथों अपने हॉस्पिटल कारोबार के अधिग्रहण और डायग्नोस्टिक श्रृंखला एसआरएल की 20 फीसद हिस्सेदारी बेचने को मंजूरी दे दी थी। सौदे की घोषणा होते ही मुंजाल-बर्मन परिवार, मलेशिया की आइएचएच हेल्थकेयर बरहाद और केकेआर की रेडिएंट लाइफ केयर ने सौदे के लिए बाध्यकारी बोलियां लगा दीं। बाद में दावेदारों ने अपनी बोलियों में बदलाव भी किया।
180 रुपये प्रति शेयर के निवेश का प्रस्ताव
अप्रैल में मनीपाल-टीपीजी समूह ने फोर्टिस हेल्थकेयर के हॉस्पिटल कारोबार का मूल्यांकन 5,003 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 6,061 करोड़ रुपये कर दिया। बाद में इस समूह ने फोर्टिस हेल्थकेयर में 180 रुपये प्रति शेयर के निवेश का प्रस्ताव भी दे दिया। इससे कंपनी का मूल्यांकन 9,403 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इसके बाद अन्य दावेदारों ने भी अपनी बोलियों में संशोधन कर दिया।अंत में फोर्टिस के बोर्ड ने कंपनी में 1,800 करोड़ रुपये का निवेश करने के प्रस्ताव वाली मुंजाल-बर्मन परिवार की बोली को मंजूरी दे दी। इसके बाद फैसले में शामिल रहे चारों निदेशकों को पद से हटाए जाने के बाद कंपनी ने नए सिरे से बोली मंगाने का फैसला किया। इसमें बोली जमा कराने की अंतिम तारीख तीन जुलाई रखी गई थी।
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