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'वक्फ बिल को हरगिज बर्दाश्त नहीं करेंगे', अंतिम दम तक लड़ाई लड़ेंगे मुस्लिम; बैठक में और क्या बोले AIMPLB अध्यक्ष?

Muslim Personal Law Board Meeting मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना खालिद सैफुल्लाह रहमानी ने कहा कि हम कानून के दायरे में रहकर वक्फ बिल का विरोध करेंगे। कहा कि इस बिल को हरगिज बर्दाश्त नहीं करेंगे। वहीं मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि हुकूमत जानबूझकर ऐसा कर रही है। हुकूमत इस्लाम मुस्लिम के खिलाफ खुलकर नजरिए को पेश कर रही है। पढ़िए उन्होंने और क्या-क्या कहा है?

By Jagran News Edited By: Kapil Kumar Updated: Thu, 22 Aug 2024 06:35 PM (IST)
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मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना खालिद सैफुल्लाह रहमानी ने बैठक को संबोधित किया। फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। वक्फ संशोधन विधेयक-2024 पर सरकार द्वारा गठित जेपीसी की पहली बैठक के साथ ही ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) (Muslim Personal Law Board Meeting) ने मोदी सरकार के खिलाफ सीधे मोर्चा खोल दिया है।

बैठक में दो टूक कहा गया कि वक्फ कानून में कोई भी बदलाव स्वीकार्य नहीं है। क्योंकि, यह बदलाव सुधार के लिए नहीं बल्कि वक्फ बोर्ड को कमजोर करने और उस पर कब्जे को लेकर है, जिसके विरुद्ध देश का हर मुस्लिम एकजुट है। वह इसके लिए अंतिम दम तक लड़ेगा। आंदोलन होगा।

इसके अलावा कहा कि विपक्षी दलों की जीत में मुस्लिम मतों का बड़ा हाथ है, इसलिए वह साथ हैं। जबकि, सत्तारूढ़ घटक दलों के प्रमुखों से मुलाकात कर उन्हें विरोध के लिए राजी करने का क्रम तेज है। इस क्रम में जोड़ा कि जो भी मुस्लिम समाज से संशोधन विधेयक का समर्थन कर रहा है, वह मुस्लिम नहीं है।

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एआईएमपीएलबी के अध्यक्ष सैफुल्लाह रहमानी (Khalid Saifullah Rahmani) ने बताया कि इसे लेकर पक्ष-विपक्ष के राजनीतिक दलों के प्रमुखों और जेपीसी सदस्यों से मिला जा रहा है। उनका प्रतिनिधिमंडल सत्तापक्ष के सहयोगी दल जदयू के अध्यक्ष व बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और तेदेपा के प्रमुख व आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू से मिला है। उन्होंने दावा किया कि दोनों ने उनकी आपत्तियों को ध्यानपूर्वक सुना है और सकारात्मक आश्वासन दिया है।

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एआईएमपीएलबी मुखिया के अनुसार, वक्फ कानून में संशोधन के विरुद्ध मुस्लिम समाज का आंदोलन संविधान और कानून के दायरे में होगा। इसी तरह, विरोध के हर कानूनी कदम भी उठाए जाएंगे।

कांस्टीट्यूशन क्लब में उनके साथ मौजूद जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने इस मामले में कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता व विपक्ष के नेता राहुल गांधी से इस मामले में मुस्लिम वोटों की दुहाई देते हुए कहा कि जो भी विपक्षी पार्टियां जीती हैं वो मुस्लिम मतों पर जीती है।

क्योंकि, उन्होंने लोकसभा चुनाव में हर मजहब के लोगों को धार्मिक आधार पर चलने की आजादी देने के वादा किया था। साथ ही, मुखालत करते हुए कहा कि वक्फ बोर्ड में गैर मुस्लिमों को लाकर उसे कमजोर करने का षड्यंत्र रचा जा रहा है। इस विधेयक को हरर्गिज बर्दाश्त नहीं करेंगे।

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