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मस्जिदों और दरगाहों में भी मनेगी दिवाली, राम के आगमन पर दिल्ली की निजामुद्दीन दरगाह भी दीयों से होगी रौशन

इस दीपावली राम के आगमन के उत्सव से राष्ट्रीय राजधानी स्थित निजामुद्दीन दरगाह समेत विभिन्न राज्यों में स्थित कई दरगाह मस्जिद और कब्रिस्तान भी जगमग होंगे। साथ ही मुस्लिम समाज द्वारा मिठाईयां बांटकर रोशनी के इस पर्व की खुशी बांटी जाएगी। विशेषकर दरगाहों में देश की एकता-अखंडता और भाईचारे के लिए दुआ भी की जाएगी। इसी तरह जरूरतमंदों की मदद की जाएगी।

By Nimish HemantEdited By: GeetarjunUpdated: Wed, 25 Oct 2023 08:48 PM (IST)
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दिल्ली की निजामुद्दीन दरगाह में भी जलेंगे दीये।

नेमिष हेमंत, नई दिल्ली। इस दीपावली राम के आगमन के उत्सव से राष्ट्रीय राजधानी स्थित निजामुद्दीन दरगाह समेत विभिन्न राज्यों में स्थित कई दरगाह, मस्जिद और कब्रिस्तान भी जगमग होंगे। साथ ही मुस्लिम समाज द्वारा मिठाईयां बांटकर रोशनी के इस पर्व की खुशी बांटी जाएगी।

विशेषकर दरगाहों में देश की एकता-अखंडता और भाईचारे के लिए दुआ भी की जाएगी। इसी तरह जरूरतमंदों की मदद की जाएगी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की वैचारिक संगठन मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (एमआरएम, MRM) ने इस बार दीपावली को बड़े स्तर पर मनाने की तैयारी की है, जिसे जश्न-ए-चरागा नाम दिया गया है।

दुनिया को भाईचारे का दिया जाएंगे संदेश

एमआरएम के पदाधिकारियों के अनुसार, इजराइल-हमास युद्ध के बीच इस आयोजन से यह संदेश दिया जाएगा कि किस प्रकार भारत विभिन्नताओं में एकता को जीता है और इस तरह विश्व भी भाईचारे के साथ रह सकता है। इस पर्व का समापन दीपावली के एक दिन बाद राष्ट्रीय राजधानी में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन से होगा, जिसमें मुस्लिम धर्मगुरु, बुद्धिजीवी और समाज के प्रबुद्ध लोग भी शामिल होंगे।

विदेशों में मनाया जाता है यह पर्व

यह पर्व 14 वर्ष के वनवास और लंका विजय के बाद प्रभु राम के अयोध्या लौटने की खुशी के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है, जिसे पूरे विश्व में बसे भारतीय ही नहीं, बल्कि अमेरिका, ब्रिटेन और आस्ट्रेलिया जैसे देशों में वहां का समाज भी शामिल होता है।

एमआरएम के पदाधिकारियों के अनुसार, इस आयोजन के जरिए धर्म के नाम पर टकराव के रास्ते पर जाते विश्व को धार्मिक सद्भाव का बड़ा संदेश देने की कोशिश होगी। दीपावली अगले माह 12 नवंबर को है।

धार्मिक स्थलों को जश्न-ए-चरागा से जोड़ा जाएगा

धरा से अंधेरा दूर करने वाले और मानवता में सकारात्मक ऊर्जा देने वाला इस पर्व से इस वर्ष निजामुद्दीन, अजमेर दरगाह के साथ ही देशभर के 1,000 से अधिक दरगाह, मस्जिद व कब्रिस्तानों के साथ धार्मिक संस्थानों को भी जश्न-ए-चरागा से जोड़ने की तैयारी है।

इसे लेकर मंगलवार को मंच के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक हुई, जिसमें प्रांत संयोजकों, सह संयोजकों और अन्य पदाधिकारियों को इसके लिए अभी से तैयारियों में जुट जाने को कहा गया है।

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मंच के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहिद सईद ने कहा कि कुछ साल से यह पर्व मनाने का क्रम शुरू हुआ है। इस वर्ष इसे वृहद आकार देने की कोशिश होगी। करीब 20 राज्यों में एक हजार स्थानों के साथ ही मुस्लिम मोहल्लों में भी दीपावली पर रोशनी की तैयारी रहेगी।

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