Move to Jagran APP

Namo Bharat के लिए दिल्ली में यमुना पर 17वां पुल तैयार, दो करोड़ से अधिक लोगों को जाम से मिलेगी मुक्ति; दूरियां होंगी कम

राष्ट्रीय राजधानी के खाते में यमुना पर 17वां पुल भी आ गया है इस पर नमो भारत ट्रेन दौड़ेगी। 82.5 किमी लंबे दिल्ली-मेरठ रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) कारिडोर पर यह पुल सराय काले खां एवं न्यू अशोक नगर स्टेशन को जोड़ने के लिए तैयार किया गया है। गौरतलब है कि दिल्ली में आने वाले इस कारिडोर के 14 किमी के हिस्से में निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है।

By Pooja Tripathi Edited By: Pooja Tripathi Updated: Tue, 26 Dec 2023 12:51 PM (IST)
Hero Image
दिल्ली में यमुना नदी पर लगभग बनकर तैयार हुआ 17वां पुल। ध्रुव कुमार
संजीव गुप्ता, नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी के खाते में यमुना पर 17वां पुल भी आ गया है, इस पर नमो भारत ट्रेन दौड़ेगी। 82.5 किमी लंबे दिल्ली-मेरठ रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) कारिडोर पर यह पुल सराय काले खां एवं न्यू अशोक नगर स्टेशन को जोड़ने के लिए तैयार किया गया है।

गौरतलब है कि दिल्ली में आने वाले इस कारिडोर के 14 किमी के हिस्से में निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। इस सेक्शन में जंगपुरा, सराय काले खां, न्यू अशोक नगर और आनंद विहार चार स्टेशन हैं। इनमें जंगपुरा, सराय काले खां और न्यू अशोक नगर एलिवेटेड स्टेशन हैं, जबकि आनंद विहार अंडरग्राउंड स्टेशन है।

डीएनडी फ्लाईवे के समानांतर बना है ये पुल

यमुना पर आरआरटीएस का यह पुल डीएनडी फ्लाईवे के समानान्तर बनाया गया है। यह पुल एक ओर सराय काले खां आरआरटीएस स्टेशन के एलिवेटेड वायाडक्ट से कनेक्ट होगा, जबकि दूसरी ओर आरआरटीएस कारिडोर पर न्यू अशोक नगर आरआरटीएस स्टेशन के वायाडक्ट से जुड़ेगा।

यह भी पढ़ें:  Namo Bharat Train के कॉरिडोर का हो रहा विस्तार, मोदीनगर साउथ तक हुआ ट्रेन का ट्रायल; जल्द मिलेगी सुविधा

इस पुल की लंबाई करीब 1.3 किमी है। इसका 626 मीटर का हिसा यमुना पर जबकि बाकी हिस्सा दोनों ओर खादर क्षेत्र में है। पुल में 32 पिलर हैं और दो पिलरों के बीच में 44 मीटर का दायरा रखा गया है। पुल का निर्माण लांचिंग गैंट्री (तारिणी) की मदद से सेग्मेंट को जोड़कर हुआ है। यह पुल आरआरटीएस ट्रेनों को 160 किमी प्रति घंटा की गति प्रदान करने में सक्षम होगा।

पहले से बने हुए हैं 16 पुल

मालूम हो कि दिल्ली के आर्थिक सर्वेक्षण 2021 के मुताबिक यमुना नदी का 54 किलोमीटर हिस्सा राजधानी से होकर गुजरता है। इस हिस्से में 16 पुल पहले से बने हुए हैं। इनमें सड़क यातायात, रेलवे एवं मेट्रो के लिए बने सभी पुल शामिल हैं।

इसके अलावा कोंडली के भीड़भाड़ वाले इलाके में गाज़ीपुर ड्रेन को पार करने के लिए कुल 360 मीटर लंबे छह स्पेशल स्टील स्पैन स्थापित किए गए हैं। साथ ही, न्यू अशोक नगर में आरआरटीएस वायाडक्ट ने दिल्ली मेट्रो की ब्लू लाइन को ऊपर से क्रॉस किया है।

यह भी पढ़ें: नमो भारत ट्रेन में यात्रा करने के लिए नहीं लेना पड़ेगा काउंटर से टोकन, वन टैप टिकटिंग ऐप की सुविधा शुरू

दिल्ली से मेरठ तक 2025 में रैपिड रेल चलने की पूरी उम्मीद

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन विकास निगम (एनसीआरटीसी) के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पुनीत वत्स का कहना है, लक्ष्य यही रखा गया है कि पूरे दिल्ली-गाज़ियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कारिडोर को जून 2025 तक परिचालित कर दिया जाए।

उन्होंने संभावना जताई कि जिस गति से निर्माण कार्य प्रगति कर रहा है, अब यह मंज़िल ज्यादा दूर नहीं। कारिडोर पर ट्रायल रन तो 2024 के आखिरी महीनों में ही शुरू हो जाने की उम्मीद है।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।