Delhi: गणतंत्र दिवस के लिए छावनी में तब्दील हुई राष्ट्रीय राजधानी, पुलिस ने किए सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त
दिल्ली हमेशा से आतंकियों व असामाजिक तत्वों के निशाने पर रही है। सभी केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों पड़ोसी राज्यों के पुलिस अधिकारियों केंद्रीय सुरक्षा बलों और अन्य विभागों के साथ बेहतर समन्वय बनाकर दिल्ली पुलिस हर संभावित आतंकी खतरों से निपटने की तैयारी कर चुकी है।
By Dhananjai MishraEdited By: Abhi MalviyaUpdated: Tue, 24 Jan 2023 11:16 PM (IST)
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली हमेशा से आतंकियों व असामाजिक तत्वों के निशाने पर रही है। इसे देखते हुए गणतंत्र दिवस समारोह के लिए पूरी दिल्ली में सुरक्षा के बेहद कड़े बंदोबस्त किए गए है। सभी केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों, पड़ोसी राज्यों के पुलिस अधिकारियों, केंद्रीय सुरक्षा बलों व अन्य विभागों के साथ बेहतर समन्वय बनाकर दिल्ली पुलिस हर संभावित आतंकी खतरों से निपटने की तैयारी कर चुकी है। दिल्ली पुलिस समेत सभी सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह से अलर्ट है।
नई दिल्ली जिले के पुलिस उपायुक्त प्रणव तयाल के अनुसार, दिल्ली पुलिस सभी तरह के संभावित आतंकी खतरों से निपटने को तैयार है। नई दिल्ली के जिले के सात हजार पुलिस कर्मियों को तैनाज गणतंत्र दिवस पर सुरक्षा व्यवस्था के लिए तैनात किया गया है। गणतंत्र दिवस समाराेह में 60 से 65 हजार लोगों के आने की उम्मीद है। इस बार के गणतंत्र दिवस समारोह में लागों का प्रवेश बार कोड के जरिये होगा।
टिकट या पास पर बारकाड लगाया गया है। इसका स्कैन के करने पर व्यक्ति का सत्यापन हो जाएगा। इसके साथ ही लाेगों की सुविधा के लिए नई दिल्ली जिले में हेल्पडेस्क बनाया गया है। यह हेल्पडेस्क 24 घंटे काम करेगा। लोग किसी भी समस्या को लेकर हेल्पडेस्क पर मदद ले सकते हैं। अधिकारी ने बताया कि क्षेत्र में जितनी ऊंची इमारतें हैं उन्हें शील कर दिया जाएगा।
आतंकी हमले का है खतरा
पुलिस सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ, प्रतिबंधित पीएफआइ के सदस्य और भारत में अवैध रोहिंग्याओं के जरिए दिल्ली और अन्य जगहों पर आंतकी हमले कराने की फिराक में हैं। दिल्ली के साथ पंजाब, जम्मू कश्मीर को लेकर भी खुफिया एजेंसी ने अलर्ट जारी किया गया है। इसमें कहा गया है कि अगर 26 जनवरी के आसपास आतंकी अपनी साजिश को अंजाम देने में नाकाम रहे तो दिल्ली को जी20 समिट के दौरान निशाना बनाया जा सकता है। कहा तो यह भी जा रहा है कि इस साजिश में आइएसआइ ने दिल्ली और पंजाब को टारगेट करने के लिए अवैध रोहिंग्या, दो बांग्लादेशी संगठन अंसार उल बांग्ला और जमात उल मुजाहिद्दीन का इस्तेमाल किया है।
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