देश की समृद्ध विरासत का गवाह है नेशनल म्यूजियम, जानिए घूमने का समय और टिकट का प्राइस सहित हर जरूरी डिटेल
राजधानी दिल्ली स्थित नेशनल म्यूजियम (National Museum New Delhi) देश की समृद्ध ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत विरासत का गवाह है। यह नेशनल म्यूजियम देश के सबसे बड़े संग्रहालयों में से एक है। वर्ष 1949 में बना ये म्यूजियम दिल्ली में सांस्कृतिक मंत्रालय के अधीन है और मौलाना आजाद रोड और जनपथ के किनारे पर स्थित है। इसका इतिहास काफी दिलचस्प है।
By Abhishek TiwariEdited By: Abhishek TiwariUpdated: Wed, 19 Jul 2023 03:47 PM (IST)
नई दिल्ली [अभिषेक तिवारी]। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली स्थित नेशनल म्यूजियम (National Museum, New Delhi) देश की समृद्ध ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत विरासत का गवाह है।
ये नेशनल म्यूजियम देश के सबसे बड़े संग्रहालयों में से एक है। वर्ष 1949 में बना ये म्यूजियम दिल्ली में सांस्कृतिक मंत्रालय के अधीन है और मौलाना आजाद रोड और जनपथ के किनारे पर स्थित है।
यहां देखने को मिलेंगी हजारों वर्ष पुरानी वस्तुएं
यह राष्ट्रीय संग्रहालय पांच हजार साल पहले की प्राचीन वस्तुओं का घर है। दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से नेशनल म्यूजियम की दूरी लगभग 15.7 किलोमीटर है।शहर के बीचो-बीच स्थित ये म्यूजियम भारत की विविधकलाओं को दर्शाता है। खास बात यह है कि अगर आपकी दिलचस्पी भारतीय सभ्यता के बारे में जानने में है तो आपको यहां एक बार जरूर जाना चाहिए।
म्यूजियम में ऐतिहासिक काल से लेकर आधुनिक युग तक की विभिन्न प्रकार की कलाओं को दर्शाया गया है। यहां पर वैदिक सभ्यता, गौतम बुद्ध से जुड़े सामान, भारतीय राजाओं द्वारा उपयोग किए गए अस्त्र-शस्त्र और हथियार, कई महत्वपूर्ण कलाकृति, लकड़ियों की नक्काशी, वस्त्र, संगीत वाद्ययंत्र और पत्थर की मूर्तियों सहित कई अन्य अवशेष प्रदर्शन के लिए रखे गए हैं।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।क्या है नेशनल म्यूजियम का इतिहास? (History of National Museum)
नेशनल म्यूजियम का इतिहास काफी दिलचस्प है। इसकी स्थापना का खाका मौरिस ग्वियर समिति ने मई 1946 में तैयार किया था। भारत और ब्रिटेन सरकार के सहयोग से लंदन की रॉयल अकादमी द्वारा देश के विभिन्न म्यूजियम से चयनित भारतीय कला की कलाकृतियों की एक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया था। यह प्रदर्शनी 1947-48 के सर्दियों के महीनों के दौरान लंदन के बर्लिंगटन हाउस में हुई थी। इसके बाद इसी संग्रह को दिल्ली में प्रदर्शित करने का निर्णय लिया गया।वर्ष 1949 में दिल्ली के राष्ट्रपति भवन में एक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, जो काफी सफल रही। यह घटना नेशनल म्यूजियम के निर्माण के लिए महत्वपूर्ण सिद्ध हुई। इस प्रदर्शनी की सफलता से ऐसा विचार उत्पन्न हुआ कि नेशनल म्यूजियम बनाने के लिए इस शानदार संग्रह का लाभ उठाया जाना चाहिए। भारत के गवर्नर-जनरल आरसी राजगोपालाचारी ने 15 अगस्त, 1949 को नई दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में नेशनल म्यूजियम का उद्घाटन किया था। वहीं, वर्तमान भवन की नींव 12 मई, 1955 को भारत के प्रधान मंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू द्वारा रखी गई थी।राष्ट्रीय संग्रहालय भवन के पहले चरण का औपचारिक उद्घाटन 18 दिसंबर, 1960 को भारत के उपराष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन द्वारा किया गया था। इमारत का दूसरा चरण 1989 में पूरा किया गया।वीकेंड में बनाएं घूमने का प्लान?
अगर आप म्यूजियम घूमने जाने के लिए अपनी यात्रा प्लान करें तो आपको पहले कुछ जरूरी बातें जान लेनी चाहिए। जैसे कि यह कब-कब खुलता है, इसकी टाइमिंग और टिकट की कीमत क्या है। इससे आप परेशानी से बच सकते हैं।खुलने का समय (Timings)-
मंगलवार से रविवार सुबह 10 से शाम 6 बजे तक म्यूजियम खुला रहता है। यह सोमवार और सभी राष्ट्रीय अवकाश के दिन बंद रहता है।इंट्री फीस-
- वयस्कों के लिए 20 रुपये टिकट का प्राइज रखा गया है।
- विदेशी नागरिकों के लिए 650 रुपये
- 12वीं कक्षा तक के छात्र आईडी कार्ड के साथ निःशुल्क प्रवेश कर सकते हैं।