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Delhi News: बोर्ड परीक्षार्थियों का तनाव दूर करेगा परीक्षा पर्व, छठी से 12वीं तक के विद्यार्थी अपलोड कर सकेंगे आडियो-वीडियो

एग्जाम वारियर्स विषय पर छात्रों से छोटे ऑडियो-वीडियो संदेश एनसीपीसीआर की वेबसाइट के माध्यम से आमंत्रित किए जाएंगे। वेबसाइट पर वीडियो अपलोड करने का लिंक छठी से 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए एक फरवरी से 20 फरवरी तक लाइव रहेगा। एनसीपीसीआर के अधिकारियों ने बताया कि विद्यार्थी वीडियो की शुरुआत अपना परिचय देते हुए करें जिसमें वे अपनी उम्र स्तर और स्कूल का विवरण बताएं।

By Ritika Mishra Edited By: Shyamji Tiwari Updated: Thu, 01 Feb 2024 10:57 PM (IST)
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बोर्ड परीक्षार्थियों का तनाव दूर करेगा परीक्षा पर्व
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) प्रधानमंत्री के परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम से प्रेरित होकर बोर्ड के परीक्षार्थियों का तनाव दूर करने के लिए परीक्षा पर्व का कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य परीक्षार्थियों को परीक्षा से संबंधित तनाव पर काबू पाने में सहायता करना है।

सोशल मीडिया पर होगा लाइव स्ट्रीमिंग

इसका उद्देश्य परीक्षा को लेकर तनाव के प्रति विद्यार्थियों, अभिभावकों और शिक्षकों के दृष्टिकोण को बदलना और परीक्षा परिणाम से पहले उनकी चिंता को दूर करना है। इस बार एनसीपीसीआर परीक्षा पर्व का छठा संस्करण मना रहा है।अभियान में एनसीपीसीआर के सोशल मीडिया अकाउंट और दूरदर्शन के माध्यम से प्रसिद्ध विशेषज्ञों, मनोविज्ञानियों और प्रेरक वक्ताओं के साथ फेसबुक, एक्स व यूट्यूब पर लाइव स्ट्रीमिंग सत्र शामिल हैं।

इसमें विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों के बीच जागरूकता और उन तक पहुंच बनाने के लिए रेडियो स्पाट और सोशल मीडिया अभियान भी शामिल है। विद्यार्थियों की भागीदारी के अधिकार पर काम करते हुए आयोग की योजना इस कार्यक्रम में अधिकतर विद्यार्थियों को शामिल करने की है, ताकि विद्यार्थियों में सकारात्मक मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा दिया जा सके।

60 सेकेंड के वीडियो-ऑडियो अपलोड कर सकेंगे

इसके लिए एग्जाम वारियर्स विषय पर छात्रों से छोटे ऑडियो-वीडियो संदेश एनसीपीसीआर की वेबसाइट के माध्यम से आमंत्रित किए जाएंगे। वेबसाइट पर वीडियो अपलोड करने का लिंक छठी से 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए एक फरवरी से 20 फरवरी तक लाइव रहेगा, जो 60 सेकेंड के आडियो-वीडियो संदेश अपलोड करेंगे। शिक्षक सुनिश्चित करेंगे कि वीडियो माता-पिता की सहमति से अपलोड किए जाएं।

संदेश में विद्यार्थी परीक्षा के दौरान अपने अनुभव व दिनचर्या के बारे में बात कर सकते हैं। एनसीपीसीआर के अधिकारियों ने बताया कि विद्यार्थी वीडियो की शुरुआत अपना परिचय देते हुए करें, जिसमें वे अपनी उम्र, स्तर और स्कूल का विवरण बताएं। वे अपने विचारों और अनुभवों को आगे बढ़ाने के लिए रचनात्मक तरीकों का उपयोग कर सकते हैं। इसमें भाग लेने वाले विद्यार्थियों को ई-प्रमाणपत्र जारी किया जाएगा और चयनित वीडियो को एनसीपीसीआर के सोशल मीडिया चैनलों के माध्यम से प्रचारित किया जाएगा।

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साथ ही चयनित विद्यार्थियों को एनसीपीसीआर का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित किया जाएगा। अधिकारी ने कहा कि विद्यार्थियों के माता-पिता भी इस विषय पर वीडियो अपलोड कर सकते हैं। एनसीपीसीआर ने सभी राज्य सरकारों को कहा है कि वे इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों की भागीदारी को प्रोत्साहित करें।

आयोग ने परीक्षा अवधि के दौरान बच्चों द्वारा महसूस किए गए तनाव, चिंता, भय और अन्य सामाजिक मुद्दों को संबोधित करने के लिए टेली काउंस¨लग संवेदना (180012128301) के माध्यम से विद्यार्थियों को सामाजिक सहायता देने के लिए योग्य और प्रशिक्षित विशेषज्ञ परामर्शदाताओं का नेटवर्क भी बनाया है।

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