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प्रदूषण से जंग में बदतर है एनसीआर, दिल्ली को 50 अंक तो गुरुग्राम को मिले सिर्फ 2.8

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की एक माह की रिपोर्ट में दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान सभी की स्थिति आईने की तरह साफ नजर आ रही है।

By Edited By: Updated: Fri, 26 Oct 2018 09:14 AM (IST)
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प्रदूषण से जंग में बदतर है एनसीआर, दिल्ली को 50 अंक तो गुरुग्राम को मिले सिर्फ 2.8
नई दिल्ली, जेएनएन। प्रदूषण से जंग में एनसीआर का हाल दिल्ली से भी बदहाल है। आलम यह है कि प्रदूषण रोकने की दिशा में गंभीर प्रयास भी नहीं किए जा रहे हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की एक माह की रिपोर्ट में दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान सभी की स्थिति आईने की तरह साफ नजर आ रही है। जानकारी के मुताबिक सीपीसीबी की 41 टीमों की शिकायतों पर कार्रवाई के मामले में एनसीआर के शहर बहुत ही पीछे हैं।

इन टीमों की शिकायतों पर हुई कार्रवाई की एक माह की रिपोर्ट में यह सामने आया है कि सभी जगहों पर 50 बमुश्किल फीसद शिकायतों पर कार्रवाई हुई है। ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) के नियमों को लागू करने के मामले में भी इन जिलों की स्थिति काफी खराब है। सीपीसीबी की 41 टीमें 15 सितंबर से प्रदूषण रोकने के लिए उठाए जाने वाले नियमों की अनदेखी की रिपोर्ट तैयार कर रही हैं।

सीपीसीबी ने इन टीमों की शिकायतों पर कार्रवाई के लिए दिल्ली को 50 अंक दिए गए हैं। एनसीआर में यह सबसे अधिक है। दूसरी तरफ इन शिकायतों पर कार्रवाई के मामले में एनसीआर के शहर एकदम फिसड्डी साबित हुए हैं।

नोएडा को 5.3, फरीदाबाद को 10.7, गाजियाबाद को 5.3 और गुरुग्राम को 2.8 अंक दिए गए हैं। यह अंक टीमों की शिकायतों के बाद उस पर होने वाली कार्रवाई और इसमें होने वाले विलंब आदि के आधार पर दिए गए हैं। हालांकि ग्रेप के नियमों को लागू करने के मामले में दिल्ली का भी हाल खस्ता ही है।

दिल्ली को 4.92, नोएडा को 7.36 अंक, फरीदाबाद को 5.17 अंक, गाजियाबाद को 3.76 और गुरुग्राम को 3.59 अंक दिए गए हैं।

सीपीसीबी के अनुसार इस एक माह के दौरान सबसे ज्यादा निरीक्षण दिल्ली में हुए और इसी वजह से सबसे ज्यादा उल्लंघन भी दिल्ली में ही मिले। दिल्ली में 421, नोएडा में 77, गाजियाबाद में 61, फरीदाबाद में 159 और गुरुग्राम में 63 उल्लंघन पाए गए।

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