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NEET-UG 2021: लास्ट मिनट की स्मार्ट तैयारी, एग्जाम में अपना सौ फीसद देकर सुनिश्चित करें अपनी सीट

NEET-UG 2021 मेडिकल एजुकेशन में जाने-माने संस्थान आकाश इंस्‍टीट्यूट के एक्‍सपर्ट आकाश चौधरी ने बताया कि सकारात्मक रहते हुए आप इस समय का सदुपयोग स्मार्ट रिवीजन के लिए कैसे करें जिससे कि परीक्षा में 600 प्‍लस स्‍कोर के लक्ष्‍य हासिल कर मेडिकल कॉलेज में अपनी सीट सुनिश्चित करा सकें।

By Sanjay PokhriyalEdited By: Updated: Tue, 07 Sep 2021 04:32 PM (IST)
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एनसीईआरटी की पाठ्यपुस्तकों को अच्छी तरह से एक बार अवश्‍य रिवाइज कर लेना चाहिए।
नई दिल्‍ली, जेएनएन। NEET-UG 2021 आगामी नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्‍ट (नीट) परीक्षा अब से तीन दिन बाद यानी 12 सितंबर को है। ऐसे में एनटीए (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) द्वारा आयोजित इस अखिल भारतीय स्तर की प्रवेश परीक्षा के लिए यह सप्‍ताह बहुत महत्वपूर्ण है। नीट एक अलग तरह की परीक्षा है। यहां आप सिर्फ और सिर्फ अपने प्रदर्शन के बूते देश के मेडिकल कालेजों में सीट हासिल नहीं कर सकते। इसके लिए आपको अपना अपेक्षाकृत संपूर्ण प्रदर्शन दिखाना होगा। फिलहाल, स्‍टूडेंट अभी एग्‍जाम तक यहा बताए गए उपायों पर ही अपना ध्‍यान केंद्रित करें:

आनलाइन माक टेस्ट का अभ्‍यास: जैसा कि कहा गया है कि प्रैक्टिस ही आपको परफेक्‍ट बनाता है। अच्‍छी प्रैक्टिस ही आपको इस परीक्षा में कामयाबी दिला सकती है। भले ही नीट पेपर और पेन के माध्‍यम से होना है, लेकिन इसमें कोई शक नहीं कि आनलाइन टेस्ट प्लेटफॉर्म इस परीक्षा में भी आपके लिए वरदान साबित हो सकते हैं। ये आपको अपनी ताकत और कमजोरियों का विश्‍लेषण करने में मदद तो करते ही हैं, साथ ही इससे रियल टाइम में अच्छी तैयारी भी हो जाती है। समय रहते अपनी गलतियों और कमजोरियों को दूर कर लेने से आसानी से कामयाबी तक पहुंचा जा सकता है। इसलिए आप सभी अभी प्रतिदिन कम से कम एक माक टेस्ट का अभ्‍यास अवश्‍य करें। एग्‍जाम तक ऐसा लगातार करते रहें। इससे एक तो आपको अपनी गति को बढ़ाने में मदद मिलेगी और यह आपको केंद्रित भी रखेगा।

मजबूत मनोबल के साथ निरंतरता: अगले कुछ दिनों तक जब तक कि आप अपने लक्ष्‍य तक न पहुंच जाएं, पूरे मनोबल के साथ अपनी तैयारी को अंतिम रूप देने में निरंतरता बनाए रखें। वैसे भी, काम और जीवन दोनों जगह सफलता की कुंजी वास्तव में मजबूत शुरुआत नहीं, बल्कि मजबूत बने रहने में है। इसलिए नीट की तैयारी आपने जिस उत्साह के साथ शुरू की है, उसे परीक्षा समाप्‍त होने तक बनाए रखें, क्‍योंकि केवल आपकी इच्छाशक्ति और आपके आत्म-अनुशासन से ही आपकी सफलता तय होती है। यह सप्‍ताह सबसे महत्वपूर्ण है। इसका समझदारी से उपयोग करें।

पुनरावृत्ति की शक्ति का प्रयोग: मेडिकल उम्मीदवारों को बहुत सारे डाटा और तथ्यों को ध्यान में रखना होता है। इसलिए अपने डाटा और तथ्यों को रिवाइज करके दिमाग में उसे फिर से तरोताजा कर लें। बहुत से उम्‍मीदवार अपने कुछ टॉपिक्‍स को लेकर बहुत ज्‍यादा आश्‍वस्‍त होते हैं और उनके रिवीजन पर ध्‍यान नहीं देते। इस अति-आत्‍मविश्‍वास के चलते कई बार बहुत से उम्‍मीदवारों को अंकों का नुकसान उठाना पड़ता है। इसलिए आप यह ऐसा बिल्‍कुल न करें और उसे दोहरा कर फिर से अपनी याददाश्‍त को ताजा कर लें।

सेल्‍फ स्‍टडी के फायदे: सेल्‍फ स्‍टडी का कोई विकल्प नहीं है। यह समग्र सफलता में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। लेकिन यह एक प्‍लानिंग के तहत होना चाहिए, अन्‍यथा अनियोजित सेल्‍फ स्‍टडी से आपको कोई नतीजा नहीं मिलेगा। इस सप्‍ताह आप अपने मजबूत अध्यायों पर ध्यान दें, कोई नया विषय पढ़ने की कोशिश न करें। यह अध्‍ययन/रिवीजन भी एक निर्धारित समय सीमा के भीतर ही करें।

एनसीईआरटी की पुस्‍तकों पर जोर: एनसीईआरटी की पाठ्यपुस्तकें नीट में सफलता की कुंजी मानी जाती हैं। आपको बता दें कि नीट में पूछे गए 85-90 फीसद प्रश्‍न एनसीईआरटी की तर्ज पर ही आते हैं। इसलिए, इस अंतिम सप्‍ताह बचे हुए समय में आपको एनसीईआरटी की पाठ्यपुस्तकों को अच्छी तरह से एक बार अवश्‍य रिवाइज कर लेना चाहिए।

(लेखक आकाश एजुकेशनल सर्विसेज के प्रबंध निदेशक हैं)

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