गाजियाबाद वासियों को दिसंबर के अंत तक मिल सकती है इस रूट पर मेट्रो की सुविधा
दिलाशाद गार्डन से न्यू बस अड्डा कॉरिडोर की डीपीआर को जल्द मंजूरी मिल जाए तो शहर के लोगों को अगले महीने मेट्रो का तोहफा मिल सकता है।
गाजियाबाद, जेएनएन। दिलशाद गार्डन से न्यू बस अड्डा कॉरिडोर पर दिसंबर में मेट्रो दौड़ाने के प्रयास तेज हो गए हैं। बुधवार को जीडीए वीसी कंचन वर्मा ने केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय में सचिव डीएस मिश्रा से मुलाकात की। इस कॉरिडोर की संशोधित डीपीआर को जल्द मंजूरी दिलाने के लिए वार्ता की गई। उन्होंने बताया कि डीपीआर को वित्त विभाग के पास अध्ययन के लिए भेज दिया गया है। वहां से कोई आपत्ति नहीं हुई तो पीआइबी की सहमति लेकर संशोधित डीपीआर को केंद्रीय कैबिनेट को भेजी जाएगी।
2014 से चल रहा निर्माण
फेज-दो के तहत 9.41 किलोमीटर के इस कॉरिडोर का निर्माण 2014 से चल रहा है। 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस पर इस कॉरिडोर पर मेट्रो संचालन शुरू करने की तैयारी प्रशासन की तरफ से चल रही है। यह तैयारी तब तक परवान नहीं चढ़ सकती, जब तक कॉरिडोर की संशोधित डीपीआर को केंद्र सरकार की मंजूरी नहीं मिलती।
जल्द पूरा करने का निर्देश
केंद्र से इस प्रोजेक्ट के लिए 329.62 करोड़ रुपये भी लेने हैं, जो मंजूरी के बाद ही मिलना संभव होंगे। इस वजह से जीडीए वीसी बुधवार को केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय गई थीं। वहां उन्होंने बात रखी कि इस कॉरिडोर की डीपीआर को जल्द मंजूरी मिल जाए तो शहर के लोगों को अगले महीने मेट्रो का तोहफा दिया जा सकता है।
आठ स्टेशनों की मिलेगी सुविधा
मंत्रालय के सचिव डीएस मिश्रा ने उन्हें बताया कि दिलशाद गार्डन से न्यू बस अड्डा मेट्रो कॉरिडोर की डीपीआर को मंजूरी दिलाने के प्रयास किए जा रहे हैं। फाइल को वित्त विभाग के पास भेजा गया है। वह अध्ययन कर रहे हैं। उनके हरि झंडी मिलने पर पीआइबी से मंजूरी दिलाने के बाद कैबिनेट को डीपीआर भेज दी जाएगी। बता दें इस कॉरिडोर को बनाने में 1805 करोड़ रुपये का खर्च आया है। इस पर आठ स्टेशन बनाए गए हैं।