आखिर सरकार ने मेट्रो किराए में वृद्धि करने की इजाजत क्यों दी? कांग्रेस ने कहा- यात्रियों की जेब पर डाला डाका
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने दिल्ली मेट्रो के किराये में हुई वृद्धि को जनविरोधी बताते हुए सरकार से इसे तत्काल वापस लेने की मांग की है। उन्होंने कहा कि मेट्रो मुनाफे में चल रही है फिर भी किराया बढ़ाया गया जिससे गरीब यात्रियों पर बोझ पड़ेगा। कांग्रेस सरकार ने कभी किराया नहीं बढ़ाया था जबकि आप और भाजपा सरकार ने ऐसा किया है।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने मेट्रो के किराये में हुई वृद्धि जनविरोधी बताते हुए दिल्ली सरकार से इसे तत्काल वापस लेने की मांग की है।
उन्होंने कहा कि एक से चार रुपये और एयरपोर्ट लाइन पर सीधे पांच रुपये की वृद्धि ने यात्रियों की जेब पर डाका डालने का काम किया है। इससे उन गरीब लोगों पर अधिक बोझ पड़ेगा जो डीटीसी बसों की कमी के चलते मजबूरी में मेट्रो का सफर करते हैं।
यादव ने कहा कि राजधानी में मेट्रो का संचालन करने वाली कांग्रेस की दिल्ली सरकार ने कभी मेट्रो के किराये में वृद्धि नही की। जबकि आम आदमी पार्टी की सरकार ने 2017 में और अब भाजपा की सरकार ने 2025 से मेट्रो के किराये में वृद्धि करके दिल्ली की जनता पर सीधा प्रहार किया है।
यादव ने कहा कि मेट्रो के मुनाफे से 2024-25 में राजस्व में 10.3 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 643 करोड़ रुपये अर्जित हुए। जबकि कोविड काल के बाद यात्रियों की संख्या में वृद्धि के कारण राजस्व में 83.87 प्रतिशत की वृद्धि हुई जिससे कंपनी ने भारी मुनाफा कमाया।
2022-23 में मेट्रो का शुद्ध मुनाफा 59.87 करोड़ दर्ज हुआ। मैं पूछना चाहता हू कि जब मेट्रो मुनाफा कमा रही है और परिचालन में वृद्धि और यात्रियों की संख्या में वृद्धि हो रही है तो आखिर सरकार ने मेट्रो को किराए में वृद्धि करने की इजाजत क्यों दी?
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\\B-समाप्त, संजीव 25 अगस्त 2025\\B
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