दिल्ली के इस इलाके में चल रहा था अवैध पार्किंग का बड़ा खेल, अब मंत्री के आदेश पर हुआ एक्शन
पूर्वी दिल्ली के कर्दमपुरी में सिंचाई विभाग की जमीन पर वर्षों से चल रही अवैध पार्किंग को एसटीएफ ने हटाया। राजनीतिक संरक्षण के चलते विभाग स्वयं जमीन खाली नहीं करा पा रहा था। एसडीएम ने विभाग को दोबारा कब्जे पर जिम्मेदार ठहराया है। आरोप है कि आप सरकार में शिकायत के बावजूद कार्रवाई नहीं हुई। भाजपा सरकार में मंत्री के आदेश पर अतिक्रमण हटाया गया।
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। दिल्ली में सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के शाहदरा नाले की जमीन को घेरकर कर्दमपुरी में वर्षों से राजनीतिक संरक्षण से अवैध पार्किंग का खेल चल रहा है। सरकारी विभाग होने के बावजूद सिंचाई विभाग खुद अपनी जमीन को खाली नहीं करवा सका। उसे जमीन को खाली करवाने के लिए प्रशासन व पुलिस का सहारा लेना पड़ा। एसटीएफ ने नाले की जमीन को खोली करवाया।
सवाल यह भी है कि सिंचाई विभाग जमीन ही खाली करवा सका, जिन लोगों ने उस पर कब्जा किया हुआ था। उनके खिलाफ केस दर्ज या अन्य कार्रवाई नहीं की। विभाग के अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। एसडीएम शाहदरा झपन झा ने सिंचाई विभाग को चेताया कि अगर दोबारा कब्जा हुआ तो विभाग खुद जिम्मेदार होगा।
शाहदरा उत्तरी जोन के डिप्टी चेयरमैन मुकेश बंसल ने अवैध पार्किंग को लेकर सिंचाई विभाग से शिकायत की थी। उन्होंने कहा कि शाहदरा नाला सिंचाई विभाग का बड़ा नाला है, इसमें पीडब्ल्यूडी के नाले जुड़ते हैं। विभाग नाले से गाद निकालकर किनारे पर डाल देता, उसे उठाता नहीं है।
आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी ने एक पूर्व मंत्री के रिश्तेदार से यहां नाले पर अवैध कब्जा करवाया। वाहनों से शुल्क वसूला जा रहा था। उन्होंने आप सरकार में कई शिकायतें की, किसी ने नहीं सुनी। भाजपा सरकार बनने के बाद वह समस्या लेकर मंत्री प्रवेश वर्मा के पास गए।
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उन्होंने डीएम को नाले से अवैध पार्किंग व अतिक्रमण हटाने के आदेश दिए। एसडीएम तपन झा ने कहा कि मौजपुर पुल से लेकर कर्दमपुरी पुल तक की गई अवैध पार्किंग को हटाया गया। एक एकड़ नाले की जमीन को खोली करवाया गया।
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