PayTm extortion: जल्द फूटेगा सोनिया का 'चिट्ठी बम', खुलेंगे अहम राज
पुलिस के अनुसार, पेटीएम के कुछ सदस्य इजरायल के रहने वाले हैं। उन सदस्यों से कंपनी ने विदेशी नंबर से वाट्सएप कॉल कर रंगदारी मांगे जाने की बात साझा की।
By JP YadavEdited By: Updated: Fri, 26 Oct 2018 02:58 PM (IST)
नोएडा [सुरेंद्र राम]। पेटीएम के संस्थापक व एमडी विजय शेखर से 20 करोड़ की रंगदारी मांगने के मामले में लुक्सर जेल में बंद कंपनी की वाइस प्रेसिडेंट रहीं सोनिया धवन जेल से चिट्ठी लिखकर पूरे प्रकरण पर अपना पक्ष रख सकती हैं। उनके बहनोई पुनीत कुमार ने दावा किया है कि सोनिया इस पूरे मामले में जेल से ही चिट्ठी लिखकर अपना पक्ष रखना चाहती हैं। वह अपने ऊपर लगे गंभीर आरोपों से अनजान थी और लगातार मीडिया में प्रकाशित हो रही खबरों से उन्हें इस मामले में जानकारी हो रही हैं। पुलिस ने उन्हें अपना पक्ष रखने का मौका तक नहीं दिया और न तो परिजनों से ही मिलने का पर्याप्त समय दिया गया।
बता दें कि बुधवार को जेल में पुनीत कुमार की सोनिया से मुलाकात हुई थी। इसके बाद पुनीत ने कहा कि सोनिया का कहना है कि वह कंपनी में शेयर धारक हैं और उनके प्रमोशन से कुछ लोगों को तकलीफ थी। उन्हें फर्जी तरीके से फंसाया गया है। बृहस्पतिवार को सोनिया ने उन लोगों को मुलाकात के लिए बुलाया था। परिजन गए भी थे, लेकिन मुलाकात नहीं हो सकी। उन्होंने कहा कि सोनिया से अभी पूरे प्रकरण की जानकारी नहीं मिली है, जिससे अभी तक जमानत के लिए कोर्ट में अर्जी भी नहीं दाखिल कर पाए हैं।
थाईलैंड से सिम लेकर कोलकाता से की थी रंगदारी की कॉल
कोतवाली सेक्टर 20 पुलिस की जांच में सामने आया है कि विजय शेखर से गोपनीय डाटा सार्वजनिक करने की धमकी देकर 20 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने के लिए आरोपितों ने कई महीने पहले से ही प्लानिंग शुरू कर दी थी। प्लानिंग के मुताबिक ही कोलकाता का रहने वाला फरार आरोपित रोहित चोमल थाईलैंड गया था। वहां से ही एक टेलिकाम कंपनी का मोबाइल सिम कार्ड खरीदा था। इसके बाद उसने उसी सिम कार्ड से ही अपने मोबाइल फोन से रंगदारी मांगने के लिए कॉल की थी। इसकी वजह से ही विजय शेखर को लगा कि रंगदारी मांगने वाला आरोपित विदेशी है। वर्चुअल कॉल की रिकॉर्डिंग नहीं हुई थी। लिहाजा आरोपित के संबंध में उस दौरान कोई जानकारी नहीं मिल सकी थी।
पेटीएम के कुछ सदस्य इजरायल के रहने वालेपुलिस के अनुसार, पेटीएम के कुछ सदस्य इजरायल के रहने वाले हैं। उन सदस्यों से कंपनी ने विदेशी नंबर से वाट्सएप कॉल कर रंगदारी मांगे जाने की बात साझा की। कुछ सदस्यों की पहचान इजरायली एजेंसी मोसाद के अधिकारियों से थी। उन्होंने आरोपित का वाट्सएप नंबर उस एजेंसी को दिया था। उस एजेंसी ने ही 50-60 सेकेंड की कॉल को डी-कोड कर वर्चुअल कॉल का लिंक प्राप्त कर लिया। इसी के बाद आरोपित रोहित चोमल के नाम और पता की जानकारी पेटीएम के अधिकारियों को हुई।
विजय शेखर का जल्द बयान दर्ज करेगी पुलिस
विजय शेखर से रंगदारी मांगने के मामले में उनके भाई व कंपनी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अजय शेखर की शिकायत पर सेक्टर 20 कोतवाली ने एफआइआर दर्ज कर जांच शुरू की। पुलिस ने विजय शेखर की निजी सचिव रही सोनिया धवन, उनके पति सहित तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है, लेकिन अबतक पुलिस जांच में रंगदारी मामले में पीड़ित व कंपनी के संस्थापक विजय शेखर का बयान दर्ज नहीं की है। कोतवाली प्रभारी व इस प्रकरण के जांच अधिकारी इंस्पेक्टर मनोज पंत ने कहा कि चूंकि विजय शेखर को ही फोन कर रंगदारी मांगी गई थी, लिहाजा जांच में उनका भी बयान दर्ज किया जाएगा। जल्द ही पुलिस टीम उनका बयान दर्ज करने के लिए पेटीएम दफ्तर जाएगी।
एक और नाम आरोपितों की लिस्ट में हो सकता है शामिल पुलिस के अनुसार, अबतक की जांच में एक अन्य संदिग्ध का नाम सामने आया है। कंपनी का एक अन्य कर्मचारी कुछ माह पहले डाटा चोरी करते हुए पकड़ा गया था। उस दौरान कंपनी ने उसे नौकरी से हटा दिया था। आशंका है कि वह डाटा चुराने में सोनिया की मदद कर रहा था। पुलिस अब अपने केस की जांच में उसका नाम शामिल कर सकती है। हालांकि, पुलिस कंपनी के संस्थापक के बयान दर्ज होने का इंतजार कर रही है।
म्यूजियम प्रोजेक्ट का प्लान चोरी होने की आशंका जांच से जुड़े एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि विजय शेखर एक म्यूजियम खोलना चाहते थे। इसमें देश-विदेश में पाई जाने वाली बेसकीमती, वर्षों पुरानी व ऐतिहासिक वस्तुओं को खरीद कर रखा जाना था। साथ ही इसे बेचने का अधिकार भी कंपनी के पास होता। इस प्रोजेक्ट पर लंबे समय से काम चल रहा था और कंपनी के अंदर इस पर काफी काम हो चुका था।
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