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दिल्ली में नवजात जुड़वां बच्चियों की हत्या का शक, कब्र से निकाले गए शव

दिल्ली में हत्या के शक के बाद नवजात जुड़वां बच्चियों के शव कब्र से निकाले गए हैं। संजय गांधी अस्पताल में वीडियोग्राफी के बीच पोस्टमार्टम कराया गया। पुलिस अब विसरा रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। इससे बच्चियों से मौत की वजह पता चल सकेगी। फिलहाल पुलिस गैर इरादत हत्या का मामला दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।

By dharmendra yadav Edited By: Abhishek Tiwari Updated: Sun, 23 Jun 2024 02:00 PM (IST)
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बच्चियों की मां ने हत्या का आरोप लगाया है।

जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली। राजधानी दिल्ली में स्तब्ध कर देने वाला मामला सामने आया है। महिला ने पति पर अपनी नवजात बच्चियों को मारकर श्मशान घाट में दफनाने का शक जाहिर किया है। महिला का कहना है कि उन्हें न तो बच्चियों की मौत की सूचना दी और न ही दफनाते समय बुलाया गया। परिवार जुड़वां बच्चियों के जन्म से खुश नहीं था।

गैर इरादत हत्या का मामला दर्ज

पुलिस ने बाहरी दिल्ली के पूठकलां गांव के श्मशान घाट से शव के अवशेष निकाल कर अपने कब्जे में ले लिए हैं और जांच शुरू कर दी है। पुलिस को महिला के पति पर शक है, लेकिन फिलहाल गैर इरादत हत्या का मामला दर्ज कर छानबीन आरंभ कर दी है। पुलिस ने यह मामला पोस्टमार्टम के बाद दर्ज किया है।

रोहतक के अस्पताल में दिया था जुड़वां बच्चियों को जन्म

पुलिस विसरा रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। हरियाणा के रोहतक जिले के इस्माइला गांव की युवती की दो साल पहले बाहरी दिल्ली के गांव पूठकलां में शादी हुई थी। बीते महीने की 30 तारीख को रोहतक शहर के अस्पताल में जुड़वां बच्चियों को जन्म दिया।

महिला के स्वजन का कहना है कि जन्म के वक्त महिला का पति भी मौजूद था। वह जुड़वां बच्चियों से जन्म से खुश नहीं था। अगले दिन पति के साथ सास-ससुर व ननद अस्पताल पहुंचे।

मां का आरोप- बच्चियों की मौत की सूचना भी नहीं दी

इसी दिन अस्पताल से छुट्टी के बाद इस्माइला गांव के रवानगी से पहले सास के कहने पर दोनों बच्चियों को उनकी गाड़ी में छोड़ दिया। स्वजन के मुताबिक, जब बच्चियां घर नहीं पहुंची तो महिला के पति के पास फोन किया, लेकिन बार-बार प्रयास के बाद भी कॉल रिसीव नहीं की।

दो जून को महिला ने पूठकलां गांव में अपने स्तर पर पता किया तो बच्चियों के दफनाने की बात पता लगी। इसके बाद महिला के स्वजन ने रोहतक पुलिस को शिकायत दी। अपनी शिकायत में बच्चियों को मारने का आरोप लगाया है। रोहतक पुलिस ने यह कहते हुए शिकायत को दिल्ली पुलिस के पास भेज दिया कि घटनास्थल दिल्ली में है।

एसडीएम की अनुमति के बाद निकाले गए शव

बाहरी जिला पुलिस ने बताया कि तीन जून को डीडी के माध्यम से पीसीआर कॉल प्राप्त हुई, जिसमें पूठकलां के श्मशान घाट पर दो नवजात जुड़वां बच्चियों को दफनाने के बारे में सूचित किया।

इसके बाद पांच जून को रोहिणी जोन के एसडीएम की अनुमति के बाद श्मशान घाट से जुड़वा बच्चियों के अवशेष निकाले गए। संजय गांधी अस्पताल में वीडियोग्राफी के बीच पोस्टमार्टम कराया गया। पुलिस विसरा रिपोर्ट का इंतजार कर रही है, उसके बाद ही बच्चियों की मौत का सही कारण सामने आ पाएगा।

वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि गत 21 जून को लिखित शिकायत और प्रारंभिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद गैर इरादत हत्या समेत विभिन्न धाराओं (304/315/498ए/201/34) के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।

पुलिस अधिकारी ने बताया कि जांच में सामने आया है कि 30 मई को को जन्मी जुड़वां बच्चियों को उनके पिता ने एक जून को गलत रास्ता दिखाकर रोहतक से पूठकलां गांव लाया था,जबकि मां को रोहतक में ही छोड़ दिया था। दो जून को बच्चियों की मृत्यु के बाद मां को बताए बिना उन्हें दफना दिया गया।

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