केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने सोमवार को एनआइआरएफ रैंकिंग 2023 जारी कर दी है। इस वर्ष ओवरआल रैंकिंग में आइआइटी दिल्ली तीसरे एम्स छठे जेएनयू 10वें जामिया मिल्लिया इस्लामिया 12वें डीयू 22वें डीटीयू 61वें और जामिया हमदर्द 78वें स्थान पर हैं।
By Ritika MishraEdited By: Nitin YadavUpdated: Mon, 05 Jun 2023 03:56 PM (IST)
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने सोमवार को एनआइआरएफ (राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क) रैंकिंग 2023 जारी कर दी है। बीते वर्ष की तरह इस वर्ष भी टाप 100 रैंकिंग में दिल्ली के सात उच्च शिक्षण संस्थानों ने अपनी जगह बनाए रखी।
इस वर्ष ओवरआल रैंकिंग में आइआइटी दिल्ली तीसरे, एम्स छठे, जेएनयू 10वें, जामिया मिल्लिया इस्लामिया 12वें, डीयू 22वें, डीटीयू 61वें और जामिया हमदर्द 78वें स्थान पर हैं।
ओवरआल रैंकिंग में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी), दिल्ली की रैंकिंग इस वर्ष एक रैंक बढ़ गई है। इस वर्ष आइआइटी की तीसरी रैंक है जबकि बीते वर्ष चौथी रैंक थी। हालांकि, आइआइटी का ओवरआल स्कोर बीते वर्ष के मुकाबले इस वर्ष 0.06 घटा है। इस वर्ष आइआइटी का कुल स्कोर 82.16 है जबकि बीते वर्ष ये स्कोर 82.22 था।
डीयू की रैंकिंग में हुआ सुधार
दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) बीते दो वर्षों से लगातार टॉप 20 में भी अपने जगह नहीं बना पा रहा है। हालांकि, डीयू अपनी रैंकिंग से एक अंक जरूर ऊपर आया है। डीयू की इस वर्ष 60.24 स्कोर के साथ ओवरआल रैंकिंग 22वें स्थान पर है। बीते वर्ष 57.63 स्कोर के साथ 23वें स्थान पर थी।
जामिया हमदर्द का प्रदर्शन हो रहा है खराब
जामिया हमदर्द का प्रदर्शन तो हर वर्ष ही खराब हो रहा है। वर्ष 2019 में 31वें स्थान पर अपनी जगह बनाने वाले जामिया हमदर्द इस वर्ष लुढ़क कर 78वें स्थान पर आ गया है, वर्ष 2022 में इसकी रैंकिंग 74वें स्थान पर थी।वहीं, जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जेएमआइ), अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), दिल्ली प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (डीटीयू) ने भी अपने प्रदर्शन में सुधार किया है।
इस सभी की रैंकिंग बीते वर्ष के मुकाबले इस वर्ष बढ़ी है। वहीं, जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्यालय (जेएनयू) ने अपने स्कोर में सुधार कर बीते वर्ष की तरह इस वर्ष भी 10वें स्थान पर अपनी जगह बनाई है।
ओवरआल रैंकिंग में दिल्ली के केवल सात संस्थान
संस्थान |
2023 |
2022 |
2021 |
2020 |
2019 |
IIT Delhi |
3 |
4 |
4 |
3 |
3 |
एम्स दिल्ली |
6 |
9 |
शामिल नहीं |
शामिल नहीं |
शामिल नहीं |
JNU |
10 |
10 |
9 |
8 |
7 |
JMI |
12 |
13 |
13 |
16 |
19 |
DU |
22 |
23 |
19 |
18 |
20 |
DTU |
61 |
63 |
54 |
62 |
71 |
जामिया हमदर्द |
78 |
74 |
64 |
37 |
31 |
विश्वविद्यालय श्रेणी में रैंकिंग
विश्वविद्यालय |
2023 |
2022 |
2021 |
JNU |
2 |
2 |
2 |
जामिया |
3 |
3 |
6 |
DU |
11 |
13 |
12 |
DTU |
40 |
38 |
42 |
जामिया हमदर्द |
49 |
45 |
41 |
इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय |
74 |
77 |
79 |
एनएसयूटी |
95 |
शामिल नहीं |
शामिल नहीं |
टॉप 100 में इंजीनियरिंग श्रेणी में रैंकिंग-
संस्थान |
2023 |
2022 |
2021 |
आई़इआइटी दिल्ली |
2 |
2 |
|
जामिया |
26 |
26 |
33 |
डीटीयू |
29 |
35 |
36 |
एनआइटी दिल्ली |
51 |
शामिल नहीं |
शामिल नहीं |
एनएसयूटी |
60 |
79 |
88 |
आइआइआइटी दिल्ली |
75 |
69 |
63 |
इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय |
84 |
74 |
शामिल नहीं |
रिसर्च संस्थान श्रेणी
संस्थान |
2023 |
2022 |
2021 |
आइआइटी दिल्ला |
3 |
3 |
4 |
एम्स |
8 |
9 |
8 |
जेएनयू |
18 |
14 |
18 |
डीयू |
17 |
16 |
11 |
जामिया |
20 |
19 |
30 |
आइआइटी दिल्ली के डीन प्लानिंग प्रो. पीवी राव ने बताया कि आइआइटी की रैंकिंग में सुधार हुआ है। इसके कुछ प्रमुख कारण हैं। हमने आइआइटी को मिलने वाली फंडिंग को सही दिशा में इस्तेमाल किया है। फैकल्टी को अभिनव अनुसंधान के लिए बढ़ावा दिया। आइआइटी में ईडब्ल्यूएस और सुपरन्यूमेरी कोटा के तहत विद्यार्थियों की संख्या में इजाफा हुई हैै।
साथ ही शिक्षकों की संख्या भी बढ़ी है? समाज को प्राथमिकता में रखकर अपने अनुसंधान कार्य किए हैं। कोविड किट्स से लेकर रैपिड एंटीजन टेस्ट किट सस्ते दामों में बनाई। अब हमारी योजना अधिक से अधिक अनुसंधान पर है ताकि हम आने वाले समय में आइआइएसी बेंगलुरु और आइआइटी मद्रास से आगे निकल पाए।जामिया मिल्लिया इस्लामिया की कुलपति प्रो. नजमा अख्तर ने बताया कि रैंकिंग को बढ़ाना जितना जरूरी है उतना ही अपनी रैंकिंग को बचा कर रखना भी। जामिया 13वें से 12वें पायदान पर आ गया है। विश्वविद्यालय श्रेणी में जामिया लगातार दो वर्षों से तीसरे स्थान पर अपनी जगह बनाए हैं। इसका श्रेय शिक्षण, शिक्षकों को बेहतर प्रशिक्षण, पाठ्यक्रम को उन्नत करना, प्लेसमेंट और अनुसंधान की गुणवत्ता में लगातार सुधार किए जाने को जाता है।
उम्मीद है कि आने वाले वर्षों में विश्वविद्यालय सभी मानकों पर अपने प्रदर्शन में और सुधार करेगा।हमने विश्वविद्यालय में छात्रों को पढ़ाने के लिए बेहतर शिक्षकों का चयन किया। देश को योग्य व्यक्तियों की जरूरत है इसके लिए हमने कई नए पाठ्यक्रमों की शुरुआत की। इसमें मशीन लर्निंग, डिजाइन एवं इनोवेशन जैसे कोर्स शामिल हैं। आने वाले समय में अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए हमारी कोशिश फंड्स एकत्रित करने पर भी है।
जेएनयू की कुलपति प्रो. शांतिश्री पंडित ने कहा कि मुझे बहुत खुशी और गर्व है कि जेएनयू लगातार दूसरे साल विश्वविद्यालय श्रेणी में दूसरे नंबर पर काबिज है। उन्होंने कहा कि जेएनयू अपनी विविधता, परिसर में सहानुभूति में उत्कृष्टता और अनुसंधान में लगातार नवाचार को बढ़ावा देने के लिए जाना जाता है। ओवरआल रैंकिंग को देखे तो टाप आठ में तो प्रौद्योगिकी के ही संस्थान है। इसके बाद जेएनयू आता है। तो जब दो संस्थान एक जैसे नहीं है तो उनकी क्या ही तुलना करना।
हम परिसर में इस प्रकार सहानुभूति को बढ़ावा देते हैं कि आज तक जेएनयू के एक भी छात्र की ओर से आत्महत्या का प्रयास करने की शिकायतें खबरें नहीं आई। अभी अनुसंधान में हमें और बेहतर करना है इसके लिए हम शिक्षकों की भर्ती कर रहे हैं। भर्ती प्रक्रिया पूरी होते ही हम अनुसंधान पर और भी ज्यादा कार्य करेंगे और उम्मीद है अनुसंधान श्रेणी के साथ ओवरआल रैंकिंग भी बढ़ा सकेंगे।
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