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'आप तो भाजपा की भाषा बोल रहे हैं', कन्हैया ने संदीप दीक्षित से क्यों कही ये बात

जानकारी के मुताबिक टिकट मिलने के बाद शुक्रवार को कन्हैया कुमार पहली बार प्रदेश कार्यालय पहुंचे थे। इस बैठक का उद्देश्य चुनावी रणनीति भी तैयार करना था। सूत्र के अनुसार उत्तर-पूर्वी दिल्ली सीट से पूर्व सांसद संदीप दीक्षित भी टिकट मांग रहे थे लेकिन पार्टी हाईकमान ने कन्हैया कुमार को प्रत्याशी बना दिया गया। इससे संदीप दीक्षित खासे नाराज थे।

By Jagran News Edited By: Pooja Tripathi Updated: Sat, 20 Apr 2024 02:04 PM (IST)
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संदीप दीक्षित और कन्हैया कुमार की हुई तीखी बहस। फाइल फोटो
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। उत्तर-पूर्वी दिल्ली सीट से जेएनयू के पूर्व अध्यक्ष रहे कन्हैया कुमार को टिकट मिलने की वजह से कांग्रेस में असंतोष सामने आ गया। पहले इस बात की चर्चा पर पार्टी के नेता सिरे से इनकार कर देते थे, वही झगड़ा शुक्रवार को सरेआम हो गया।

बात है शुक्रवार शाम की जब प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में उत्तर-पूर्वी दिल्ली से उम्मीदवार कन्हैया कुमार और क्षेत्र के वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं के बीच परिचय बैठक चल रही थी।

बैठक शुरू हो चुकी थी और पार्टी के वरिष्ठ नेता संदीप दीक्षित कुछ देर से वहां पहुंचे। टिकट मिलने के बाद यह पहला मौका था जब कन्हैया प्रदेश कार्यालय पहुंचे थे। यह बैठक चुनावी रणनीति तैयार करने करने के लिए हुई थी।

कन्हैया ने दी अपनी सीट तो भड़क गए संदीप दीक्षित

इस बैठक में देर से पहुंचे संदीप दीक्षित मंच के सामने ही पीछे की सीट पर बैठ गए। तब प्रदेश अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने उन्हें आगे बुलाया। इस पर संदीप ने मना कर दिया तो लवली ने फिर उन्हें जोर देकर आगे आने को कहा।

लवली के कहने पर संदीप आगे आने लगे तो कन्हैया ने भी खड़े होकर अपनी सीट उन्हें बैठने को दे दी। इस पर संदीप भड़क गए और कन्हैया कुमार को भला-बुरा कहने लगे।

हद तो तब हो गई जब संदीप ने कन्हैया को 'बाहरी' कह दिया। इस पर दीपक बाबरिया को भी संदीप पर गुस्सा आ गया और उन्होंने संदीप दीक्षित को शांत रहने की नसीहत दी।

संदीप दीक्षित का गुस्सा इस पर भी शांत नहीं हुआ। उन्हें इतने गुस्से में देखकर कन्हैया कुमार ने भी कह दिया कि आप तो भाजपा की भाषा बोल रहे हैं। इतने में संदीप दीक्षित और भड़क गए।

कुछ अन्य कांग्रेसी भी आए संदीप के पक्ष में

कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें काफी शांत कराने की कोशिश की, लेकिन वह शांत नहीं हुए। संदीप दीक्षित ने बाबरिया को भी नहीं बख्शा। हंगामा काफी देर तक चलता रहा, अपशब्द बोले गए।

इस क्षेत्र के एक-दो कांग्रेसी नेताओं ने भी संदीप दीक्षित का पक्ष लेते हुए कन्हैया को ‘बाहरी’ का तमगा पहना दिया। कहने को इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली सहित कई नेता मौजूद थे, लेकिन ज्यादातर तमाशबीन ही बने रहे।

सूत्रों का दावा है कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली सीट से पूर्व सांसद संदीप दीक्षित भी टिकट मांग रहे थे, लेकिन पार्टी हाईकमान ने कन्हैया कुमार को प्रत्याशी बना दिया। इससे संदीप दीक्षित खासे नाराज थे।

हाईकमान तक पहुंची बात

सूत्रों का कहना है कि बैठक में हंगामे की जानकारी हाईकमान को भी दे दी गई है। फिलहाल, मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। बैठक में पूर्व अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा. पूर्व विधायक हसन अहमद, मतीन अहमद और भीष्म शर्मा, अनिल भारद्वाज, जिलाध्यक्ष जुबैर अहमद और आदेश भारद्वाज, अली मेहंदी आदि मौजूद थे। हालांकि इस संदर्भ में दीपक बाबरिया और संदीप दीक्षित ने पूरे प्रकरण से अनजान बनते हुए बात टाल दी, बोले कि ऐसा कुछ भी नहीं हुआ।

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