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अब सर्दी में नहीं होगी दिल्ली की हवा जहरीली, केजरीवाल सरकार ने की विंटर एक्शन प्लान के 14 बिंदुओं पर काम तेज

दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने सर्दियों में राजधानी की हवा साफ रखने को लेकर शुक्रवार को पर्यावरण विभाग और दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) के अधिकारियों के साथ बैठक की। वायु प्रदूषण का मुख्य कारण सड़कों व निर्माण स्थलों से उड़ने वाली धूल वाहनों का धुआं और पराली जलना है। इस बार के विंटर एक्शन प्लान में इनके रोकथाम पर विशेष बल रहेगा।

By Santosh Kumar Singh Edited By: Sonu Suman Updated: Fri, 16 Aug 2024 08:47 PM (IST)
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गोपाल राय ने शुक्रवार को पर्यावरण विभाग और दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) के साथ बैठक की।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। प्रत्येक वर्ष सर्दी में दिल्ली की हवा जहरीली हो जाती है। इस समस्या से निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने विंटर एक्शन प्लान बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने इसे लेकर शुक्रवार को पर्यावरण विभाग और दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) के अधिकारियों के साथ बैठक की। वायु प्रदूषण का मुख्य कारण सड़कों व निर्माण स्थलों से उड़ने वाली धूल, वाहनों का धुआं और पराली जलना है। इस बार के विंटर एक्शन प्लान में इनके रोकथाम पर विशेष बल रहेगा।

गोपाल राय ने कहा, "धूल, वाहन प्रदूषण, पराली जलाने सहित प्रदूषण रोकथाम के लिए 14 बिंदुओं की पहचान की गई है। औद्योगिक प्रदूषण को रोकने के लिए सभी पंजीकृत औद्योगिक इकाइयों को पीएनजी में बदलना सुनिश्चित किया जाएगा। लोगों की शिकायतों के शीघ्र निदान के लिए ग्रीन वार रूम और ग्रीन दिल्ली एप का उन्नयन करने का निर्णय लिया गया है। प्रदूषण के हाट स्पाट पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।"

ईको पार्क भी एक महत्वपूर्ण फोकस बिंदु

रियल टाइम अपोर्शमेंट स्टडी के माध्यम से प्रदूषण के कारणों का रियल टाइम में पता लगाया जाएगा। ई-वेस्ट ईको पार्क भी एक महत्वपूर्ण फोकस बिंदु रहेगा। साथ ही हरित क्षेत्र को बढ़ाने, जनजागरूकता एवं जनभागीदारी को प्रोत्साहित करने के प्रयास किए जाएंगे। पटाखे चलाने पर रोक भी जरूरी है। केंद्र सरकार और पड़ोसी राज्यों के साथ संवाद स्थापित कर प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए संयुक्त रूप से कार्य किया जाएगा। इसके अलावा, ग्रेप (ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान) के कार्यान्वयन पर भी ध्यान दिया जाएगा।

उन्होंने कहा, "दिल्ली नगर निगम, दिल्ली नगर पालिका परिषद, दिल्ली छावनी बोर्ड, डीडीए, सीपीडब्ल्यूडी, पीडब्ल्यूडी, ट्रैफिक पुलिस, परिवहन विभाग, पर्यावरण विभाग, डीपीसीसी, विकास विभाग सहित कुल 33 विभाग प्रदूषण रोकथाम में अपनी भूमिका निभाते हैं। इन सभी विभागों के प्रतिनिधियों के साथ पांच सितंबर को बैठक होगी। बैठक में प्राथमिकता वाले बिंदुओं पर चर्चा कर कार्य योजना तैयार की जाएगी।"

प्रदूषण रोकथाम के लिए प्राथमिकता वाले 14 बिंदुः

1. धूल प्रदूषण

2. वाहनों से होने वाले प्रदूषण

3. पराली जलाना

4. खुले में कूड़ा जलाना

5. औद्योगिक प्रदूषण

6. ग्रीन वार रूम एवं ग्रीन ऐप

7. हाट स्पाट

8. रियल टाईम सोर्स अपोर्शमेंट अध्ययन

9. हरित क्षेत्र को बढ़ाना/ वृक्षारोपण

10. ई-वेस्ट ईको पार्क

11. जन भागीदारी को बढ़ावा

12. पटाखे

13. केंद्र सरकार एवं पड़ोसी राज्यों के साथ संवाद

14. ग्रेप का कार्यान्वयन

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