आयुर्वेद संस्थान में अब हार्ट और शुगर की भी अलग से चलेगी OPD, गवर्निंग काउंसिल की बैठक में मिली मंजूरी
दिल्ली के लोगों के लिए खुशखबरी है। नजफगढ़ के खैरा डाबर रोड स्थित दिल्ली सरकार के चौधरी ब्रह्म प्रकाश आयुर्वेद संस्थान में अब हार्ट और शुगर के मरीजों को अलग से ओपीडी की सुविधा मिलेगी। अधिकारियों का दावा है कि दो महीनों के भीतर व्यवस्था शुरू हो जाएगी। इसके शुरू हो जाने से मरीजों के लिए समय की बचत होगी और उन्हें सीधा इलाज मिलेगा।
रिषभ बाजपेयी, पश्चिमी दिल्ली। हार्ट, शुगर और थायराइड जैसी बीमारी से पीड़ित पश्चिमी क्षेत्र के लोगों के लिए एक राहत भरी खबर है। दिल्ली के बड़े आयुर्वेदिक अस्पताल चौधरी ब्रह्म प्रकाश आयुर्वेद संस्थान (Chaudhary Brahm Prakash Ayurved Charak Sansthan) में अब हार्ट और शुगर के साथ ही पंचकर्म, थायराइड, उदर रोग संबंधी के लिए भी अलग से ओपीडी शुरू की जाएगी।
इसके लिए आयुर्वेद संस्थान को गवर्निंग काउंसिल की बैठक में मंजूरी मिली है। अधिकारियों का दावा है कि अगले दो महीने में अलग से ओपीडी शुरू हो जाएगी। आयुर्वेद संस्थान में मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए यह फैसला लिया गया है, ताकि मरीजों का घंटों समय बर्बाद न हो और उन्हें तुरंत सीधा उपचार मिल सके।
नजफगढ़ के खैरा डाबर रोड स्थित दिल्ली सरकार के चौधरी ब्रह्म प्रकाश आयुर्वेद संस्थान में 210 बैड हैं। यहां पर 21 बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) संचालित हो रही है। संस्थान के निदेशक एमबी गौड़ ने बताया कि हमारे यहां पंचकर्म, स्वास्थ्य रक्षण, थायराइड, उदर रोग संबंधी, हृदय रोग संबंधी, शुगर जैसी बीमारियों का इलाज पहले से होता है, लेकिन मरीजों की संख्या बढ़ने पर गवर्निंग काउंसिल की बैठक में सभी के लिए अलग से ओपीडी बनाने का प्रस्ताव रखा गया था, जिसे मंजूरी मिल गई है। अब इनकी अलग से ओपीडी संचालित की जाएगी। इससे मरीजों का समय बचेगा। साथ ही इलाज के लिए भी काफी राहत मिलेगी। अगले दो महीने में इन्हें शुरू करने की उम्मीद की जा रही है।
शुगर और हार्ट के मरीजों की संख्या है अधिक
अधिकारी से मिली जानकारी के अनुसार ओपीडी में हृदय रोग संबंधी और शुगर के अधिक मामले सामने आ रहे हैं। ओपीडी में शुगर के रोजाना 150 मरीज आ रहे हैं जबकि हार्ट से संबंधित 150 मरीज रोजाना इलाज के लिए आ रहे हैं। हार्ट की बीमारी 40 या उससे अधिक की उम्र के मरीजों की अधिक सामने आ रही है।
टॉक्सिक ओपीडी अगस्त से हुई शुरू
संस्थान के निदेशक से मिली जानकारी के मुताबिक हमारे संस्थान में रोजाना करीबन 1,500 मरीज ओपीडी में इलाज के लिए आते हैं। टॉक्सिक ओपीडी अगस्त के महीने से शुरू की गई है, क्योंकि इसके मरीजों की संख्या में भी बढ़ोतरी देखी गई थी। त्वचा में हो रहे रिएक्शन के इलाज के लिए टॉक्सिक ओपीडी में उपचार किया जाता है। साथ ही सांप के काटने पर भी यहां इलाज किया जाता है।
सात नए कोर्स की भी होगी शुरुआत
चौधरी ब्रह्म प्रकाश आयुर्वेद संस्थान में कुल 14 कोर्स हैं जिसमें सात ही संचालित हैं। संस्थान के निदेशक एमबी गौड़ ने बताया कि अब जल्द ही संस्थान में सात और स्नातकोत्तर कोर्स शुरू किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि अगस्त महीने के आखिरी तक इन कोर्सों के शुरू होने की उम्मीद है।
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